Aaj ka Panchang आज का पंचांग बुधवार, 05 अप्रैल 2023

आचार्य श्री गोपी राम (ज्योतिषाचार्य) जिला हिसार हरियाणा मो. 9812224501
जय श्री हरि_
🧾 आज का पंचांग 🧾
बुधवार 05 अप्रैल 2023
ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात ।।
☄️ दिन (वार) – बुधवार के दिन तेल का मर्दन करने से अर्थात तेल लगाने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती है धन लाभ मिलता है।
बुधवार का दिन विघ्नहर्ता गणेश का दिन हैं। बुधवार के दिन गणेश जी के परिवार के सदस्यों का नाम लेने से जीवन में शुभता आती है।
बुधवार के दिन गणेश जी को रोली का तिलक लगाकर, दूर्वा अर्पित करके लड्डुओं का भोग लगाकर उनकी की पूजा अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
🔮 शुभ हिन्दू नववर्ष 2023 विक्रम संवत : 2080 नल, शक संवत : 1945 शोभन
🌐 संवत्सर नाम अनला
🔯 शक सम्वत : 1945 (शोभकृत् संवत्सर)
☸️ काली सम्वत् 5124
🕉️ संवत्सर (उत्तर) पिंगल
☣️ आयन – उत्तरायण
☀️ ऋतु – सौर वसंत ऋतु
🌤️ मास – चैत्र मास
🌝 पक्ष – शुक्ल पक्ष
📆 तिथि : चतुर्दशी 09:19 AM तक उसके बाद पूर्णिमा
✏️ तिथि स्वामी : पूर्णिमा तिथि के देवता हैं चंद्रमा। इस तिथि में चंद्रदेव की पूजा करने से मनुष्य का सभी जगह आधिपत्य हो जाता है।
💫 नक्षत्र : उत्तराफाल्गुनी – 11:23 ए एम तक
🪐 नक्षत्र स्वामी : उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र का स्वामी सूर्य है।उत्तराफाल्गुनी के देवता अर्यमा होते हैं।
📢 योग : ध्रुव – 03:17 ए एम, अप्रैल 06 तक
⚡ प्रथम करण : वणिज – 09:19 ए एम तक
✨ द्वितीय करण : विष्टि – 09:45 पी एम तक
⚜️ दिशाशूल: बुधवार का स्वामी बुध है और वास्तु के अनुसार यह उत्तर दिशा का स्वामी है । अत: दक्षिण दिशा की यात्रा करना दिन के स्वामी के विरुद्ध जाना है।
🔥 गुलिक काल : बुधवार का (अशुभ गुलिक) काल 10:50 ए एम से 12:24 पी एम
⚜️ राहुकाल : – बुधवार को राहुकाल दिन 12:00 से 1:30 तक राहु काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए |
🌞 सूर्योदयः- प्रातः 05:48:00
🌅 सूर्यास्तः- सायं 06:12:00
👸🏻 ब्रह्म मुहूर्त : 04:36 ए एम से 05:21 ए एम
🌇 प्रातः सन्ध्या : 04:58 ए एम से 06:07 ए एम
🌟 अभिजित मुहूर्त : कोई नहीं
🔯 विजय मुहूर्त : 02:30 पी एम से 03:20 पी एम
🐃 गोधूलि मुहूर्त : 06:40 पी एम से 07:03 पी एम
🌌 सायाह्न सन्ध्या : 06:41 पी एम से 07:49 पी एम
⭐ सर्वार्थ सिद्धि योग : 11:23 ए एम से 06:06 ए एम, अप्रैल 06
🗣️ निशिता मुहूर्त : 12:01 ए एम, अप्रैल 06 से 12:46 ए एम, अप्रैल 06
❄️ रवि योग : 06:07 ए एम से 11:23 ए एम
🚓 यात्रा शकुन-हरे फ़ल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
👉🏼 आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
🤷🏻♀️ आज का उपाय-किसी बटुक को हरे फल भेंट करें।
🪵 वनस्पति तंत्र उपाय-अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
⚛️ पर्व एवं त्यौहार – सर्वार्थसिद्धि योग/पूर्णिमा व्रत/ दमनक चतुर्दशी/ हनुमान जयंती का उपवास/ स्वतन्त्रता सेनानी इंद्रपाल जन्मोत्सव, राजनेता बाबू जग जीवन राम जन्म दिवस, राजनेता रफ़ीक़ ज़करिया जन्म दिवस, स्काउट एण्ड गाइड स्थापना दिवस, नेशनल मेरीटाइम डे (भारत), समता दिवस (भारत ), समाज सुधारक पंडिता रमाबाई समृति दिवस, बॉलीवुड अभिनेत्री दिव्या भारती पुण्य तिथि, राष्ट्रीय सामुदायिक दिवस, राष्ट्रीय समुद्री दिवस, पूर्णिमा प्रारंभ सुबह 09.18
✍🏼 तिथि विशेष – पूर्णिमा को घी एवं प्रतिपदा को कुष्मांड खाना एवं दान करना दोनों वर्जित बताया गया है। पूर्णिमा तिथि एक सौम्य और पुष्टिदा तिथि मानी जाती है। इसके देवता चन्द्रमा हैं तथा यह पूर्णा नाम से विख्यात है। यह शुक्ल पक्ष में ही होती है और पूर्ण शुभ फलदायी मानी गयी है।
🏘️ Vastu tips 🏚️
वास्तु शास्त्र के मुताबिक, घर की पूर्व दिशा में सीढ़ियों का निर्माण नहीं करवाना चाहिए। पूर्व दिशा में सूर्य भगवान दर्शन देते हैं। मंदिर बनवाने के लिए भी घर की पूर्व या उत्तर दिशा को ही चुना जाता है, क्योंकि ये दिशाएं शुभ होती हैं। लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की पूर्व दिशा में सीढ़ियों का निर्माण कभी भी नहीं करवाना चाहिए। पूर्व दिशा में सीढ़ियां बनवाने से घर की सुख-शांति पर उल्टा असर पड़ता है। साथ ही घर के सदस्यों पर भी इसका प्रभाव पड़ता है। इतना ही नहीं परिवार के लोगों को मिलने वाले अच्छे अवसर भी धीरे-धीरे हाथ से फिसल जाते हैं। इसके अलावा पूर्व दिशा में सीढ़ियों का होना हृदय रोग का कारक बनती हैं। तो घर बनवाते या खरीदते समय सीढ़ियों की दिशा का जरूर ख्याल रखें।
➡️ जीवनोपयोगी कुंजियां ⚜️
चोकर के कुछ पुष्टिकर प्रयोग
चोकर के लड्डू : 500 ग्राम चोकर के कड़ाही में 3-4 चम्मच देशी घी में सेंक लें | इसमें 250 ग्राम गुड़, 100 ग्राम खजूर, 50 ग्राम किशमिश या मनुक्का व थोड़ी इलायची मिलाकर खरल में कूट के इसके लड्डू बना लें | ये लड्डू पुष्टिकारक तथा रक्त व वल-वीर्य वर्धक है |
चोकर का हलवा : 50 ग्राम चोकर को सेंक लें | एक गिलास खौलाते हुए पानी में 50 ग्राम गुड़ घोल दें | इसमें सेंका हुआ चोकर डालकर धीमी आँच पर अच्छे- से पकायें | फिर 2 चम्मच घी डाल के नीचे उतार लें | चाहें तो इलायची, काजू, बादाम अथवा किशमिश आदि भी डाल सकते हैं | यह हलवा स्वादिष्ट, सुपाच्य तथा कब्ज में लाभदायी है |
🍻 आरोग्य संजीवनी 🍺
पानी की कमी – कैसे करें पूरी
एक दिन में 8-10 गिलास पानी पीएं
नींबू पानी, शिकंजी नारियल पानी पीएं
तरबूज,खरबूज संतरा ज़्यादा खाएं
दही-छाछ ज़्यादा पीएं
शरीर के लिए पानी – कितना ज़रूरी ?
शरीर में 70% हिस्सा पानी
मेटाबॉलिज़्म स्ट्रॉन्ग करता है
दिन में 3-4 लीटर पानी पीएं
पानी पीने का तरीका – कब कितना पीएं
एक ग्लास पानी से दिन शुरु करें
प्यास लगते ही पानी पीएं
एक साथ ज़्यादा पानी ना पीएं
घूंट-घूंट में पानी पीएं
पानी बैठकर ही पीना चाहिए
🌷 गुरु भक्ति योग 🌸
आचार्य श्री गोपी राम ने यह भी बताया गया है कि व्यक्ति किस तरह जीवन के संघर्ष को कम कर सकता है। हमनें अपनी नीतियों के माध्यम से अनगनित युवाओं का मार्गदर्शन किया था और आज भी उनकी नीतियों को सफलता की कुंजी के रूप में पढ़ा जाता है। इसलिए हम ये भी बताया था कि व्यक्ति को अपने जीवन में किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और पालन करना चाहिए। आइए जानते हैं-
त्यजेद्धर्म दयाहीनं विद्याहीनं गुरुं त्यजेत् ।
त्यजेत्क्रोधमुखी भार्या निःस्नेहान्बान्धवांस्यजेत् ।।
अर्थात- किसी भी धर्म में यदि दया भाव ना हो तो उसे शीघ्र अति शीघ्र त्याग देना चाहिए। इसके साथ व्यक्ति को विद्याहीन गुरु, क्रोधी और स्नेहहीन स्वाभाव के बंधुजनों को भी त्याग देना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि दया भाव न होने पर विनाश निश्चित हो जाता है। इसके साथ परिवार के सदस्यों में प्रेम ना होने पर व्यक्ति को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसा देखा जाता है कि जरूरत या विषम स्थिति में परिवार ही साथ देता है। लेकिन स्नेहहीन बंधुजनों से मदद की अपेक्षा तो दूर, सांत्वना भी नहीं मिलती है।
यथा चतुर्भिः कनकं परीक्ष्यते निर्घषणच्छेदन तापताडनैः ।
तथा चतुर्भिः पुरुषः परीक्ष्यते त्यागेन शीलेन गुणेन कर्मणा ।।
अर्थात- जिस तरह सोने का परिक्षण घिसने, कटने, तापने और पीटने, इन चार चीजों से किया जाता है। इसी तरह व्यक्ति की परीक्षा उसके त्याग, शील, गुण और कर्म भाव से किया जाता है। इस श्लोक के माध्यम से आचार्य श्री गोपी राम बता रहे हैं कि कि जिस तरह असली सोने को अपनी प्रमाणिकता देने के लिए कई प्रकार के जांच से गुजरना पड़ता है। ठीक उसी तरह एक श्रेष्ठ व्यक्ति को उसके स्वाभाव और त्याग के भाव से पहचाना जाता है और समय-समय पर उसकी परीक्षा ली जाती है। इसलिए हर व्यक्ति के स्वभाव में मधुरता और दया का भाव होना बहुत जरूरी है।
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⚜️ पूर्णिमा माता लक्ष्मी को विशेष प्रिय होती है। इसलिये आज के दिन महालक्ष्मी की विधिवत पूजा करने से मनोवान्छित कामनाओं की सिद्धि होती है। पूर्णिमा को शिवलिंग पर शहद, कच्चा दूध, बिल्वपत्र, शमीपत्र, फुल तथा फलादि चढ़ाकर भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से शिव की कृपा सदैव बनी रहती है। पूर्णिमा को शिव पूजन में सफ़ेद चन्दन में केशर घिसकर शिवलिंग पर चढ़ाने से घर के पारिवारिक एवं आन्तरिक कलह और अशान्ति दूर होती है।
जिस व्यक्ति का जन्म पूर्णिमा तिथि को होता है, वह व्यक्ति पूर्ण चन्द्र की तरह आकर्षक और मोहक व्यक्तित्व का स्वामी होता है। इनकी बुद्धि उच्च स्तर की होती है। ऐसे जातक अच्छे खान पान के शौकीन होते हैं तथा ये सदा ही अपने कर्म में जुटे रहते हैं। ऐसे लोग अत्यधिक परिश्रमी होते हैं और इसी वजह से धनवान भी होते हैं। परन्तु इनमें एक बहुत बड़ी कमी ये होती है, कि ये सदैव परायी स्त्रियों पर मोहित रहते हैं।