ज्योतिष

Aaj ka Panchang आज का पंचांग सोमवार, 16 जनवरी 2023

आचार्य श्री गोपी राम (ज्योतिषाचार्य) जिला हिसार हरियाणा मो. 9812224501
✦••• जय श्री हरि •••✦
🧾 आज का पंचाग 🧾
सोमवार 16 जनवरी 2023

महा मृत्युंजय मंत्र – ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्‌। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्।।
♦️ 16 जनवरी 2023 दिन सोमवार को माघ मास के कृष्ण पक्ष कि नवमी तिथि है। आज अन्वष्टकाश्राद्ध करने का विधान है। आज केरल में मट्टूपोंगल जिसे कानूव भी कहा जाता है” आज ही है। आप सभी सनातनियों को मट्टूपोंगल (कानूव) की हार्दिक शुभकामनायें।।
☄️ दिन (वार) – सोमवार के दिन क्षौरकर्म अर्थात बाल, दाढ़ी काटने या कटाने से पुत्र का अनिष्ट होता है शिवभक्ति को भी हानि पहुँचती है अत: सोमवार को ना तो बाल और ना ही दाढ़ी कटवाएं ।
सोमवार के दिन भगवान शंकर की आराधना, अभिषेक करने से चन्द्रमा मजबूत होता है, काल सर्प दोष दूर होता है।
सोमवार का व्रत रखने से मनचाहा जीवन साथी मिलता है, वैवाहिक जीवन में लम्बा और सुखमय होता है।
जीवन में शुभ फलो की प्राप्ति के लिए हर सोमवार को शिवलिंग पर पंचामृत या मीठा कच्चा दूध एवं काले तिल चढ़ाएं, इससे भगवान महादेव की कृपा बनी रहती है परिवार से रोग दूर रहते है ।
🔮 शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
🌐 संवत्सर नाम-राक्षस
✡️ शक संवत 1944 (शुभकृत् संवत्सर)
☸️ काली सम्वत 5123
☣️ सायन – उत्तरायण
🌦️ ऋतु – सौर शिशिर ऋतु
🌤️ मास – माघ माह
🌖 पक्ष – कृष्ण पक्ष
📆 तिथि – नवमी 13:37 PM बजे तक उपरान्त दशमी तिथि है।
✏️ तिथि स्वामी : नवमी की देवी हैं दुर्गा। इस तिधि में जगतजननी त्रिदेवजननी माता दुर्गा की पूजा करने से मनुष्य इच्छापूर्वक संसार-सागर को पार कर लेता है
💫 नक्षत्र – स्वाति 14:28 PM तक उपरान्त विशाखा नक्षत्र है।
🪐 नक्षत्र स्वामी : नक्षत्र के स्वामी गुरु हैं। तथा विशाखा नक्षत्र के देवता इंद्र और अग्नि हैं।
🔊 योग – शूल 16:25 PM तक उपरान्त गंड योग है।
प्रथम करण : तैतिल – 07:39 ए एम तक गर – 07:20 पी एम तक
द्वितीय करण : वणिज – 06:49 ए एम, जनवरी 17 तक
⚜️ दिशाशूल – सोमवार को पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिये, यदि अत्यावश्यक हो तो कोई दर्पण देखकर घर से प्रस्थान कर सकते है।
🔥 गुलिक काल : सोमवार का (अशुभ) काल 01:50 पी एम से 03:09 पी एम
🤖 राहुकाल (अशुभ) – दोपहर 07:30 बजे से 16:00 बजे तक राहु काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए |
🌞 सूर्योदय – प्रातः 06:42:38
🌅 सूर्यास्त – सायं 17:18:32
👸🏻 ब्रह्म मुहूर्त : 05:27 ए एम से 06:21 ए एम
🌇 प्रातः सन्ध्या : 05:54 ए एम से 07:15 ए एम
🌟 अभिजित मुहूर्त : 12:10 पी एम से 12:52 पी एम
✡️ विजय मुहूर्त : 02:16 पी एम से 02:58 पी एम
🐃 गोधूलि मुहूर्त : 05:44 पी एम से 06:11 पी एम
🏙️ सायाह्न सन्ध्या : 05:47 पी एम से 07:08 पी एम
💧 अमृत काल : 10:31 ए एम से 12:08 पी एम
🗣️ निशिता मुहूर्त : 12:04 ए एम, जनवरी 17 से 12:58 ए एम, जनवरी 17
धृति योग – आज सुबह 10 बजकर 32 मिनट तक
💥 यायीजय योग – आज शाम 7 बजकर 20 मिनट तक
💮 स्वाती नक्षत्र – आज शाम 7 बजकर 23 मिनट तक
🚕 यात्रा शकुन- मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
👉🏻 आज का मंत्र-ॐ सौं सोमाय नम:।
🤷🏻‍♀️ आज का उपाय-किसी मंदिर में तिल की मिठाई अर्पित करें।
🪵 वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
⚛️ पर्व एवं त्यौहार – संक्रांत करिदिवस, माट्टू पोंगल (तमिलनाडु), गुरु हरराय – (सिक्खों के सातवें गुरु) जन्मोत्सव, भारतीय मूल की (कल्पना चावला) दूसरी अंतरिक्ष यात्रा दिवस, साहित्यकार ताहा हुसैन जन्म दिवस, ओंकार प्रसाद और ओपी नैय्यर, भारतीय संगीतकार जन्म दिवस, भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर – एल. के. झा पुण्य तिथि, अंतर्राष्ट्रीय गर्म और मसालेदार भोजन दिवस, राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता दिवस, अभिनेता कबीर बेदी जन्म दिवस, थाईलैंड में शिक्षक दिवस, राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस।
✍🏼 विशेष – नवमी तिथि को काशीफल (कोहड़ा एवं कद्दू) एवं दशमी को परवल खाना अथवा दान देना भी वर्जित अथवा त्याज्य होता है। नवमी तिथि एक उग्र एवं कष्टकारी तिथि मानी जाती है। इस नवमी तिथि की अधिष्ठात्री देवी माता दुर्गा जी हैं। यह नवमी तिथि रिक्ता नाम से विख्यात मानी जाती है। यह नवमी तिथि कृष्ण पक्ष में मध्यम फलदायिनी मानी जाती है। नवमी तिथि के दिन लौकी खाना निषेध बताया गया है। क्योंकि नवमी तिथि को लौकी का सेवन गौ-मांस के समान बताया गया है।
🏔️ Vastu Tips 🌋
वास्तु के अनुसार, नकारात्मक ऊर्जा कई बार घर की सही दिशा, पेंट, फर्नीचर या फिर वहां मौजूद चीजों के कारण होता है। इसलिए जरूरी है कि समय रहते इस निगेटिव एनर्जी से छुटकारा पाया जाएं। जिंदगी में सब कुछ सही रहने के बावजूद भी मन को सुकून नहीं मिलता और तनाव महसूस होता है. ऐसे में वास्तु टिप्स की मदद से आप मेंटल पीस पा सकते हैं।
मानसिक सुकून पाने के लिए घर की उत्तर-पूर्व दिशा में लाल, गुलाबी रंग के शेड्स, कूड़ेदान और पुराने अखबारों को न रखें।
घर में सकारात्मकता बढ़ाने के लिए उत्तर-पूर्व में ओंकार या स्वस्तिक लगाएं।
जरूरी है कि आपका बेडरूम पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में न हो या इस जोन में ज्यादा देर तक न रहें. यहां ज्यादा रहने से आप पछताना और शिकायत करना शुरू कर सकते हैं इस दिशा में ज्यादा रहने से आप बेचैन रह सकते हैं।
घर की पूर्व दिशा में ज्यादा पौधे रखने से मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ सकता है।
घर में टूटी-फूटी चीजें रखने से बचना चाहिए। चाहे वह शीशा हो या खिड़की या फर्नीचर, टूटी हुई वस्तुओं को जल्द से जल्द घर से बाहर कर दें. टूटी-फूटी चीजें सकारात्मक ऊर्जा केप्रवाह को रोकती हैं।
♻️ जीवनोपयोगी कुंजियां ⚜️
किसके लिए नुकसानदेह-लेकिन, बड़े-बूढ़े लोग जिनका, पाचन क्रिया कमजोर है उन्हें सुबह खाली पेट दूध के सेवन से बचना चाहिए। ये उनमें पेट दर्ज, अपच और कब्ज की समस्या का कारण बन सकता है।
रात में दूध पीना चाहिए या नहीं-रात में दूध पीना कई बार तो फायदेमंद होता तो कई बार नुकसानदेह हो सकता है। जैसे जिन लोगों को सुबह खाली पेट दूध नहीं पचता उन्हें रात में दूध पीना चाहिए। ताकि, ये आसानी से पच जाता है और कब्ज की समस्या का भी कारण नहीं बनता है। इससे अलावा ये नींद की कमी को दूर करने में भी मददगार है। तो, कुछ लोगों को इससे कफ की समस्या होती है, ऐसे में इसे शाम को पिएं।
जानें दूध पीने का सही तरीका और समय- दूध पीने का सही तरीका ये है कि आप इसे रात में पिएं। साथ ही गर्म दूध में हल्दी मिला कर पिएं। इसके अलावा जो लोग खाली पेट दूध पीना चाहते हैं वो गर्म नहीं ठंडा दूध पिएं ताकि ये पाचन तंत्र और एसिडिटी से जुड़ी समस्याओं का कारण न बने।
💊 आरोग्य संजीवनी 🩸
हाई बीपी के ये 3 लक्षण गलती से भी न करें नजरअंदाज धुंधली नजरे हमारी नजर जब कमजोर पड़ने लगती है तो कभी नहीं सोचते कि इसका कारण हाई बीपी भी हो सकता है। ऐसे में इस बात पर खास ध्यान देना जरूरी है। दरअसल, आपकी आंखों में कई छोटी रक्त वाहिकाएं होती हैं। जब बीपी हाई रहता है तो ये रक्त वाहिकाओं को क्षति पहुंचाता है रेटिनोपैथी, धुंधली नजरें या नजर का पूरी तरह से नुकसान कर सकता है।
सिरदर्द-हाई बीपी से शुरू होने वाला सिरदर्द आमतौर पर धीमे-धीमे सिर में सनसनी का कारण बनता है जो केवल एक तरफ के बजाय पूरे सिर पर महसूस हो सकता है। साथ ही ये सुबह उठते हुए भी हो सकता है। ऐसे में इसे नजरअंदाज न करें। इसके अलावा आपका सिरदर्द गंभीर है या अचानक होता है या सीने में दर्द या सांस की तकलीफ के साथ होता है, तो तत्काल डॉक्टर के पास जाएं।
नाक से खून आना-हाई ब्लड प्रेशर और कंजेस्टिव हार्ट फेल्योर जैसी हृदय की स्थिति भी नाक से खून बहने का कारण बन सकती है। ये हाइपरटेंसिव क्राइसिस हो सकता है। ये अचानक भी हो सकता है। इसलिए जब भी नाक से यूं ही खून आए, डॉक्टर को जरूर दिखाएं।
🌷 गुरु भक्ति योग 🌸
आचार्य श्री गोपी राम ने शास्त्र में महिलाओं की ताकत के बारे में जिक्र किया है। हम कहते हैं कि महिलाओं में तीन शक्ती होती हैं जिनके आगे पुरुष बेबस हो जाते हैं। महिलाओं की सुदंरता ही उनकी सबसे बड़ी ताकत होती है।
हमने महिलाओं की उन्नति के लिए कई विचार साझा किए है। इन विचारों को अगर सही समय पर सही तरीके से अमल में लाया जाए तो सफलता जरूर मिलती है।
शास्त्रों में तो स्त्री को शक्ति का स्वरूप माना गया है, लेकिन हमने बताया है कि स्त्रियों की सबसे बड़ी शक्ति क्या होती है।
स्त्री की ताकत हम कहते हैं कि महिलाओं के लिए उनकी सबसे बड़ी ताकत होती है मधुर वाणी। इसके अलावा हमने महिलाओं के सौंदर्य को भी उनकी शक्ति बताया है लेकिन मधुर वाणी के आगे शारीरिक सुंदरता को कम आंका जाता है, जो उचित है।
मधुर वाणी के दम पर स्त्रियां हर किसी को अपना मुरीद बना लेती हैं। मधुर बोलने वाली स्त्री का हर जगह सम्मान होता है, स्त्री का ये गुण कुल का मान बढ़ाता है और इस शक्ति की बदोलत घर की कई पीढ़िया को अच्छे संस्कार मिलते हैं।
ब्राह्मण की शक्ति आचार्य श्री गोपी राम के अनुसार ब्राह्मण का ज्ञान ही उसकी सबसे बड़ी ताकत और पूंजी है। इसी के दम पर वह समाज में पद और प्रतिष्ठा पाता है।
आचार्य श्री गोपी राम कहते ज्ञान न सिर्फ ब्राह्मण बल्कि हर व्यक्ति की शक्ति होता है। विपरित हालातों में ज्ञान ही वह शक्ति है जो संकटों से उबारने में मदद करती है।
राजा की ताकत राजा का लंबे समय तक सत्ता में रहना उसके स्वंय के बाहुबल पर निर्भर करता है। राजा के पास तमाम मंत्री-संत्री होते हैं बावजूद इसके अगर राजा दुर्बल है तो वह ज्यादा दिन तक राजगद्दी पर नहीं टिक सकता।
राजा स्वंय शक्तिशाली होगा तो अपने शासन को भी ठीक तरीके से चला पाएगा। लीडर के तौर पर समझें तो जब तक लीडर मानसिक और शारीरिक तौर पर मजबूत नहीं होगा तो न ही मैनेमेंट ठीक होगा और न ही संस्थान तरक्की कर पाएगा।
●●●●●★᭄ॐ नमः शिवाय ॐ नम: ★᭄●●●●●
⚜️ नवमी तिथि में माँ दुर्गा कि पूजा गुडहल अथवा लाल गुलाब के फुल करें। साथ ही माता को पूजन के क्रम में लाल चुनरी चढ़ायें। पूजन के उपरान्त दुर्गा सप्तशती के किसी भी एक सिद्ध मन्त्र का जप करें। इस जप से आपके परिवार के ऊपर आई हुई हर प्रकार कि उपरी बाधा कि निवृत्ति हो जाती है। साथ ही आज के इस उपाय से आपको यश एवं प्रतिष्ठा कि भी प्राप्ति सहजता से हो जाती है।
आज नवमी तिथि को इस उपाय को पूरी श्रद्धा एवं निष्ठा से करने पर सभी मनोरथों कि पूर्ति हो जाती है। नवमी तिथि में वाद-विवाद करना, जुआ खेलना, शस्त्र निर्माण एवं मद्यपान आदि क्रूर कर्म किये जाते हैं। जिन्हें लक्ष्मी प्राप्त करने की लालसा हो उन्हें रात में दही और सत्तू नहीं खाना चाहिए, यह नरक की प्राप्ति कराता है।
नवमी तिथि को जन्म लेने वाला व्यक्ति भाग्यशाली एवं धर्मात्मा होता है। इस तिथि का जातक धर्मशास्त्रों का अध्ययन कर शास्त्रों में विद्वता हासिल करता है। ये ईश्वर में पूर्ण भक्ति एवं श्रद्धा रखते हैं। धनी स्त्रियों से इनकी संगत रहती है तथा इसके पुत्र गुणवान होते हैं।

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