कृषि विभाग द्वारा धान बोनी के संबंध में एडवाईजरी जारी
रायसेन। किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग द्वारा किसानों को धान की सीधी बोवनी जून के दूसरे सप्ताह तक करने की सलाह दी गई है। बीज की मात्रा 10-12 किलो बीज उपचारित बीज प्रति एकड़ रखें। बिजाई बरार वाले खेतों में गेहूँ की तरह मशीन प्रणाली से करें बिजाई के तुरंत बाद एक लीटर पेडांमेथलीन स्टाम्प 200 लीटर पानी में प्रति एकड़ की दर से स्प्रे भी जरूरी है। पहली सिंचाई देर से बीजाई के लगभग 15 से 20 दिनों के बाद करें। उसके बाद सीमित सिंचाई गीली सूखी प्रणाली से 15 दिनों के अंतराल पर कितनी बारिश हुई उसके आधार पर करें।
किसानों को सलाह दी गई है कि सूखे खेत में सीडड्रिल से बिजाई के तुरंत बाद सिंचाई करें खेत को 2 से 3 जुताई कर तैयार करें। ड्रिल से 3-5 सेमी गहराई पर बिजाई करें। खेत की तैयारी व बिजाई शाम को करें ड्रिल से 2 से 5 सेमी गहराई पर बिजाई करें। बिजाई के तुरंत बाद सिंचाई करें। बिजाई के तुरंत बाद व सूखी बिजाई में 3 दिन बाद पेडांमेथलीन 1.3 लीटर प्रति एकड़ स्प्रे करें। खतपरवार आने पर 15 से 25 दिन बाद विस्पायरी बैग 100 एमएल प्रति एकड़ स्प्रे करें और खतपरवार नियंत्रण करें। इस प्रकार से बिजाई कर किसान धान की खेती से अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं।