डीएपी खाद नही मिलने से आक्रोशित किसानों ने किया चक्काजाम

खाद की आपूर्ति में आ रही समस्या, किसानों का आक्रोश बढ़ा
रिपोर्टर : राकेश गौर
गैरतगंज। क्षेत्रीय किसानों को रबी फसल की बोवनी के लिए खाद की आपूर्ति बड़ी समस्या सामने आ रही है। खाद नहीं मिलने से किसानों में आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को किसानों ने डीएपी खाद नही मिलने पर हंगामा करते हुए मुख्य सड़क मार्ग पर चक्काजाम कर दिया।
खाद की समस्या को लेकर भोपाल सागर मुख्य सड़क मार्ग पर चक्काजाम में डटे किसानों ने शासन प्रशासन पर आरोप लगाते हुए बताया कि किसानों को रबी सीजन की बोवनी के लिए खाद की बहुत जरूरत है, ऐसे में खाद नही मिलना शासन प्रशासन की नाकामी दर्शाता है। किसानों ने बताया कि वे खाद के लिए गैरतगंज के भंडारण केंद्र सहित समितियों के चक्कर कई कई दिनों से लगा रहे है पर खाद मिलता ही नही। चक्काजाम में बैठे किसानों ने बताया कि उन्हें सोमवार को गोदाम प्रभारी द्वारा किसानों को खाद वितरण संबंधी टोकन दिए थे तथा दूसरे दिन मंगलवार को किसान गोदाम में अलसुबह 6 बजे पहुंचकर लाइन में खड़े हो गए तथा बाद में गोदाम खुलने पर उन्हें खाद की आपूर्ति नही होने का कहकर खाद देने से मना कर दिया। इस पर किसानों ने आक्रोशित होकर चक्काजाम कर दिया। चक्काजाम में अनेक किसान सड़क पर बैठ गए तथा शासन प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। यह हंगामा लगभग 11 बजे से 2 बजे तक तीन घंटे लगातार चलता रहा। चक्काजाम के चलते सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लाइन लग गई। चक्काजाम की सूचना मिलने पर स्थानीय प्रशासन की ओर से एसडीएम पल्लवी वैद्य, तहसीलदार अम्बर पंथी सहित अन्य अमला मौके पर पहुंच गया तथा किसानों को समझाइश दी। प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष किसानों ने अपना आक्रोश प्रकट किया तथा अधिकारियों की कोई भी बात मानने से इंकार कर दिया। किसान खाद की तुरंत आपूर्ति के लिए अड़े रहे। बाद में अधिकारियों ने गैरतगंज सोसायटी से किसानों को डीएपी खाद उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। जिन किसानों को एक दिन पहले टोकन मिला था उन्हें गैरतगंज सोसायटी से स्टॉक के हिसाब से खाद वितरित किया गया। तब कही जाकर किसानों ने चक्काजाम खोलकर हंगामा बंद दिया।
बीते वर्ष की तुलना में अल्प मात्रा में पहुंचा खाद
गैरतगंज तहसील क्षेत्र में किसानों के आक्रोश एवं हंगामे के मुख्य कारण डीएपी खाद की अल्प मात्रा में आपूर्ति है। बीते वर्ष की तुलना में आधे से भी कम मात्रा में किसानों के लिए खाद भेजा गया। यदि आंकड़ों की बात की जावे तो बीते वर्ष डीएपी खाद 1549 टन तथा यूरिया 1116 टन भेजा गया था जो किसानों के लिए पर्याप्त था पर इस वर्ष डीएपी 630 टन एवं यूरिया 506 टन ही वितरण हेतु भेजा गया है। जिसके चलते किसानों को खाद की आपूर्ति करना संभव नही हो पा रहा। वर्तमान में किसानों के लिए डीएपी 1000 टन एवं एनपीके 500 टन खाद की आवश्यकता है इसके आने के बाद ही किसानों को उनके जरूरत के हिसाब से खाद दिया जा सकता है।
इस संबंध में गोदाम प्रभारी अतुल भार्गव ने बताया कि खाद की आपूर्ति के हिसाब से किसानों को वितरण किया जा रहा है। सोमवार उनके द्वारा रात्रि 8 बजे तक गोदाम से खाद बांटा गया था तथा छूटे किसानों को टोकन यह कहकर दिए थे कि जो भी उपलब्धता होगी वही दिया जाएगा। पर किसानों ने हंगामा शुरू कर दिया।



