स्टेडियम निर्माण न होने से अपने को ठगा महसूस कर रहे खिलाड़ी
सिलवानी आगमन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्टेडियम निर्माण कराए जाने की थी घोषणा
सिलवानी। प्रदेश के मुखिया के द्वारा की गई घोषणा को करीब 8 साल से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी अमली जामा नहीं पहनाया जा सका है। इसे अधिकारियों की कथित लापरवाही कहे या जन प्रतिनिधियों की उदासीनता। हजारों लोगो के बीच नगर के उत्कृष्ट विद्यालय परिसर में आयोजित आमसभा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा तहसील मुख्यालय सिलवानी में सर्व सुविधायुक्त खेल स्टेडियम निर्माण कराए जाने की घोषणा की थी।
जानकारी के अनुसासर आदिवासी बाहुल्य तहसील मुख्यालय सिलवानी में साल 2013 में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने तत्कालीन कलेक्टर मोहनलाल मीणा से मंच पर ही स्टेडियम निर्माण के लिए भूमि उपलब्ध होने की जानकारी लेकर नगर मे खेल स्टेडियम निर्माण कराए जाने की घोषणा की थी। खेेल स्टेडियम का निर्माण कराए जाने की घोषणा का कार्यक्रम में उपस्थित लोगों तथा खिलाड़ियों व खेल प्रेमियों ने करतल ध्वनि से स्वागत किया था।
नही हों सका अमल
प्रदेश के मुखिया चौहान के द्वारा की गई खेल स्टेडियम निर्माण की घोषणा का आठ साल पूरे होने के बाद भी अमल नहीं हो सका है। घोषणा को पूर्ण किए जाने की नैतिक जिम्मेदारी ना तो प्रशासनिक अधिकारियों ने ली और ना ही जन प्रतिनिधियों के द्वारा अधिकारियो से सवाल जबाव किए गए कि आखिर क्यों मुख्यमंत्री की घोषणा को पूर्ण नहीं किया जा रहा है। हालांकि नगर के युवा खिलाड़ियों व खेल प्रेमियों ने कई बार प्रशासन को मांग पत्र सौंप कर खेल स्टेडियम निर्माण कराए जाने की घोषणा पर ध्यान आकर्षित कराया। लेकिन अधिकारियों ने मांग पत्र लेकर कार्यवाही की बजाय रद्दी की टोकरी में डालना मुनासिब समझा। फलस्वरुप खेल स्टेडियम निर्माण को लेकर बात आगे नहीं बढ़ सकी।
नहीं है खेल मैदान
तहसील मुख्यालय सिलवानी जो कि विधानसभा मुख्यालय भी है। लेकिन इस मुख्यालय पर खिलाड़ियों को खेलो का अभ्यास किए जाने के लिए कोई नियम स्थान नहीं है न तो घोषणा के 8 साल बाद भी खेल स्टेडियम का निर्माण प्रारंभ हो सका है और न ही व्यवस्थित खेल मैदान ही है जहां कि खिलाड़ी खेलो की प्रेक्टिस कर सके। नगर में स्थित हेलीपेड ग्राऊण्ड जहां कि वीआईपी लोगों के हेलीकाप्टर उतारे जाने के लिए कंक्रींट की स्थाई चौकोर पट्टी बना दी गई है। जिसे की हेलीपेड ग्राऊण्ड का नाम दिया गया है। इसी ग्राऊण्ड पर खिलाड़ी खेलो का अभ्यास करते है बल्कि खेल प्रतियोगिताएं भी इसी ग्राऊण्ड पर ही आयोजित की जाती है साथ ही अनेक कार्यक्रम का भी हिस्सा यही मैदान बनता है।
4 किलोमीटर दूर बनाया गया है मिनी खेल स्टेडियम
प्रदेश की प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में मिनी खेल स्टेडियम निर्माण की घोषणा के तहत सिलवानी से 4 किलोमीटर दूर स्टेट हाईवे 44 के गैरतगंज मार्ग पर मिनी स्टेडियम का निर्माण कार्य आरईएस के द्वारा कराया गया है। हालांकि अभी तक उक्त स्टेडियम ग्राम पंचायत जुनिया के सुपुर्द नहीं किया जाना बताया जा रहा है। उक्त स्टेडियम नगर से चार किलो मीटर दूर होने से नगर के खिलाड़ियों को स्टेडियम का लाभ नहीं मिल पा रहा है। हालांकि सिलवानी के स्कूली खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर की खेल स्पर्धा मे शामिल हो चुके है। बावजूद भी प्रदेश सरकार खिलाड़ियों को तहसील मुख्यालय पर सुविधाएं मुहैया कराने मे बोना साबित हो रही है।
खिलाड़ियों की जुबानी
नगर के खिलाड़ी, प्रदीप कुशवाहा, सौरभ रघुवंशी, राशिद खान, शुभम नामदेव, आदि ने बताया कि खेल स्टेडियम न होने से खेलो की प्रेक्टिस नहीं कर पा रहे है। करीब आठ साल पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा नगर में खेल स्टेडियम का निर्माण कराए जाने की घोषणा की गई थी। लेकिन घोषणा पर अमल नहीं हो सका। शीघ्र ही मुख्यमंत्री की घोषणा को पूर्ण किया जाकर सर्व सुविधायुक्त खेेल स्टेडियम का निर्माण कार्य कराया जाए। ताकि खिलाड़ी खेलों की प्रेक्टिस कर सके।
नगर के खेल प्रेमी राजकुमार सल्लाम, शुभम यादव, मुकेश साहू, नितिन चौरसिया आदि ने प्रदेश सरकार से तहसील मुख्यालय पर सर्व सुविधा युक्त खेल स्टेडियम निर्माण कराए जाने की मांग की है।