धान के लिए मिट्टी मचाने वाले टेक्टरों से सड़क पर फैल रही मिट्टी, हादसे का बना रहता है अंदेशा
सिलवानी। खेतों में धान की पौध रोपे जाने के लिए बनाए गए गढ़ा में मिट्टी मचाने का कार्य किसानों के द्वारा टेक्टरों से कराया जा रहा है। मिट्टी मचाने के बाद मुख्य मार्गों पर आने के बाद टेक्टरों के पहियों में लगी मिट्टी सड़क पर फैल रही है। मिट्टी से हादसा होने का अंदेशा बना हुआ है।
किसानों के द्वारा खेतों में धान की पौध रोपे जाने के लिए बनाई गए गढ़ों में पानी भरा गया। पानी भराने से मिट्टी दलदल में बदल गई। मिट्टी दलदली हो जाने पर किसानों के द्वारा टेक्टरों से मिट्टी को मचाने का कार्य कराया जा रहा है। मिट्टी को मचाने के बाद सड़क पर आने से टेक्टरों के पहियों में लगी मिट्टी निकल कर संपूर्ण सड़क पर गिर कर फैल रही है। मिट्टी के सड़क पर फैलने से निकलने वाले वाहनों के दुघर्टना होने का अंदेशा हमेशा ही बना रहता है। सड़क पर फैली गीली मिट्टी से निकलने पर वाहन स्लिप हो रहे है।
बरेली मार्ग पर खेतों की मिट्टी टेक्टरों के पहियों में लग कर मुख्य सड़क पर आने से लोगों को आवागमन में परेशानी उठाना पड़ रही है। वाहन चालकों को वाहन संचालन में परेशानी उठाना पड़ रही है। यहां तक कि पैदल चलने वाले राहगीरों को भी खासी दिक्कत उठाना पड़ रही है।
पूर्व में भी हुए वाहन हादसों में अनेक नागरिक घायल हो चुके है। लेकिन प्रशासन के द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। वर्तमान में तहसील के सभी गांवों के किसानों के द्वारा धान की पौध रोपे जाने के लिए गढ़ों को टेक्टरों से तैयार कराए जाने का कार्य किया जा रहा है। टेक्टरों के पहियों में लगी मिट्टी खेत से निकलने के बाद सड़क पर गिर कर फैल रही है। जिससे वाहन चालकों व पैदल राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नागरिकों ने प्रशासन के अधिकारियों से मांग की है कि धान की पौध रोपे जाने कार्य में लगे टेक्टरों मालिकों व किसानों को जागरुक किए जाने के साथ ही निर्देशित किया जाए कि वह खेत से निकलने के साथ ही टेक्टरों के पहियों में लगी मिट्टी को साफ किया जाए। ताकि हादसे को टाला जा सका।