पाड़ों की लड़ाई, कलुआ पड़े ने जहां हीरा पड़े को हराया
रायसेन । रायसेन में शुक्रवार को दीपावली के 1 दिन बाद यादव समाज द्वारा पाड़ों (भैंसा) की लड़ाई मैं नितिन बैरागी के कलुआ पड़े ने जहां हीरा पड़े को हराया तो वही स्थानीय दशहरा मैदान में हुई लड़ाई में सुनील यादव के भूरा पड़े ने उसके ही भाई रवि यादव के पड़े को हराया इस लड़ी को देखने सैकड़ों की संख्या में पहुंचे लोग।
रायसेन में दीपावली के एक दिन बाद शुक्रवार को यादव समाज द्वारा स्थानीय दशहरा मैदान,और ग्राम धनियाखेड़ी सहित गुठान में पाड़ों की लड़ाई आयोजित की गई जिसमें धनियाखेड़ी में हुई लड़ाई में नितिन बैरागी के पड़े कलुआ ने भूरा पड़े को हराया तो वही स्थानीय दशहरा मैदान में हुई लड़ाई में सुनील यादव के पड़े ने उसके भाई रवि यादव के गोल्डन पड़े को हराया तो वहीं तीसरी लड़ाई गुटान पर आयोजित हुई जिसमें एक बार फिर राजा पड़े ने जीत दर्ज की।आपको बता दें कि रायसेन में लगभग 80 सालों से दीपावली के अगले दिन पाड़ों की लड़ाई की परंपरा चली आ रही है इस लड़ाई में आपस में शर्त रखकर पाड़ों की लड़ाई कराई जाती है और इसको देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुंचते हैं। हालांकि आज स्थानीय दशहरा मैदान में हुई पाड़ों की लड़ाई में एक दुर्घटना होते होते बाल बाल बची की जब सुनील यादव के पड़े और उसके भाई पड़े को लड़ाई में एक पड़ा भागा तो लड़ाई देख रहे लोग गिर गए और बाल बाल बचे नहीं तो कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती थी लेकिन समय रहते सब सुरक्षित बच गए अब इसे आस्था कहे या अंधविश्वास लेकिन विगत 80 सालों से लगभग यह पाड़ों की लड़ाई कराने की परंपरा रायसेन में चली आ रही है जिसमें दीपावली के अगले दिन पाड़ों की लड़ाई होती है जबकि सुरक्षा की दृष्टि से पाड़ों की लड़ाई के दौरान दूर से देखना चाहिए लेकिन जो लड़ाई देखने जाते हैं वह इस बात का ध्यान नहीं रखते हैं और अपनी जान जोखिम में डालकर किसी अनहोनी को निमंत्रण देते नजर आते है।