मध्य प्रदेश

शहर की जल सप्लाई फिर प्रभावित : 1 साल बाद भी शिफ्टिंग में ही उलझी नपा नतीजा, 13 बार नहीं हुई पानी की सप्लाई,

पाइप लाइनों से हो रहा गंदा मटमैला जल सप्लाई, बढ़ा बीमारियों का खतरा, कभी खुदाई से टूटे पाइप, तो कभी वॉल्व का ज्वाइंट खुल गया
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन
रायसेन।
रायसेन शहर में जब से सड़क चौड़ीकरण का काम प्रारंभ हुआ है, तभी से पीने के पानी को लेकर लोगों की परेशानियों का सिलसिला भी शुरु हो गया है। कभी पानी की पाइप लाइन शिफ्टिंग तो कभी पाइप लाइन के फूटने से शहर की जल प्रदाय व्यवस्था प्रभावित हो रही है। मौजूदा समय में गंदा व मटमैला पानी घर दुकानों में सप्लाई हो रहा है पिछले 3 रोज से गंदा पानी सप्लाई होने से लोगों का कहना है कि इससे बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। पिछले एक साल से शहर में ढाई करोड़ की लागत से पानी की पाइप लाइन शिफ्टिंग का काम चल रहा है।लेकिन यह शिफ्टिंग का काम एक साल बाद भी अधूरा ही बना हुआ है।
इतना ही नहीं बची कसर सड़क बनाने वाली कंपनी भी खुदाई के नाम पर कर रही है। सड़क खोदने के नाम पर हर कभी पानी की पाइप लाइन को तोड़ फोड़ दिया जाता है। ऐसा महीने में दो से तीन बार होता है।जब इन कारणों से शहर के नल नहीं चल पाता। जल प्रदाय प्रभावित होने पर लोक निर्माण विभाग और नगर पालिका के जिम्मेदार अधिकारी एक-दूसरे पर पल्ला झाड़ कर बचते नजर आते हैं। लेकिन उनकी यह लापरवाही शहर के लोगों को भारी पड़ रही है। यही कारण है कि शुक्रवार को शहर के वार्ड क्रमांक 4, 9 और 10 में पानी की सप्लाई तक नहीं हो पाई।
नपा और लोक निर्माण विभाग के जिम्मेदार एक-दूसरे की नाकामी पर डाल रहे पर्दा….
फैक्ट फाइल
हलाली डेम से आता है शहरवासियों के लिए पीने का पानी।
हलाली डेम से रायसेन के फिल्टर प्लांट तक डली है 35 किमी लंबी पाइप लाइन, जो हर कभी टूट जाती है।
हलाली जलावर्धन योजना चालू होेने के बाद बंद कर दिए पुराने टयूबवेल, जिससे पाइप लाइन फूटने पर प्रभावित होती है जल सप्लाई।
एक साल में 13 बार फूटी चुकी है पानी की पाइन लाइन।
पांच स्थानों पर टूटी लाइन : रात भर में भी नहीं जुड़ी, जलप्रदाय प्रभावित..
फीडर लाइन सांची रोड पर गोटी ढाबा के सामने कलेक्ट्रेट कार्यालय के नजदीक, साँची रोड़ पर ही पुलिस लाइन के सामने पानी की टंकी के पास फीडर लाइन से नई पाइप लाइन अब तक नहीं जुड़ पाई। अब यहां पर रोड का काम प्रारंभ हो गया तो आनन फानन में नगर पालिका परिषद द्वारा उक्त लाइन को फीडर लाइन से जोड़ने के लिए कल शाम को काम प्रारंभ किया गया था, जो रात दो बजे तक चलता रहा।
पाइप लाइनों के शिफ्टिंग में खड़ी हुई दिक्कतें….
नगर पालिका द्वारा ठेकेदार के माध्यम से पानी की पाइन लाइन की शिफ्टिंग कराई जा रही है। यह लाइन रात में भी नहीं जुड़ पाई। जिस कारण शहर के कई वार्डों में शुक्रवार की सुबह जल प्रदाय नहीं हो पाया।
सीधी बात
पीके साहू, सब इंजीनियर नपा….,
बचे काम को इस महीने में पूरा करेंगे
सवाल : एक साल बाद भी पानी की पाइप लाइन अब तक शिफ्ट नहीं हो पाई है, क्या कारण है
जवाब: साढ़े छह किमी क्षेत्र में पानी की लाइन शिफ्ट करने के साथ ही उसे मोहल्लों कॉलोनियों की पाइपलाइन से भी जोड़ा जाना है। इस कारण देरी हुई है।
सवाल: शहर के लोग कब तक पानी की समस्या से परेशान रहेंगे।
जवाब: कोई भी विकास होता है तो कुछ दिक्कतें तो आती है, यह भी उसी का एक हिस्सा है, फिर भी प्रयास कर रहे हैं कि लोगों को पानी के लिए परेशान न होना पड़े।
सवाल: पानी की लाइन पूरी तरह से कब तक शिफ्ट हो जाएगी।
जवाब: अब ज्यादा काम नहीं बचा है, शेष बचे काम को इसी महीने में पूरा कर लिया जाएगा।
सड़क निर्माणः खुदाई में फिर टूटी पाइप लाइन….
सांची रोड पर सड़क निर्माण करने वाली कंपनी द्वारा सड़क की खुदाई की जा रही है। इस खुदाई के कारण चार-पांच स्थानों पर फिर से पाइप लाइन टूटफूट गई है।जिससे यहां पर पानी फैलता रहा। हालांकि, नगर पालिका के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंच कर फूटी लाइन को जोड़ दिया।
मटमैले पानी की सप्लाई हैंडपंप से भरकर लाए लोग
रायसेन शहर के वार्ड क्रमांक 6, 7, 8, 3, 4 में दो दिन से मटमैला पानी नलों में आ रहा है, इस कारण लोग उक्त पानी का उपयोग पीने लिए नहीं कर पा रहे है। इन वार्डों में रहने वाले बाबूलाल चक्रवर्ती और मुकेदुल्ला शरीफ, मुल्ला लियाकत अली, नंदलाल सेन, खलील अली, भुवनेश्वर दुबे, राजू नामदेव, राजकुमार सोनी ने बताया कि दो दिन से नलों में गंदा पानी आ रहा है।जिसकी शिकायत वे नगर पालिका कार्यालय के जिम्मेदारों से कर चुके हैं।लेकिन उनकी समस्या का कोई निराकरण नहीं हुआ है। इस कारण उन्हें हैंडपंप से पीने का पानी लाना पड़ रहा है।

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