सड़कों पर गाय-बैल, यातायात बेहाल, जिम्मेदारों को परवाह नहीं
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन।
रायसेन।अभी बारिश का दौर चल रहा है और सूखी जगह तलाशने के चक्कर में गाय-बैल शहर की सड़कों डेरा डाल चुके है। दरअसल अभी बारिश का दौर चल रहा है और सूखी जगह तलाशने के चक्कर में गाय-बैल शहर की सड़कों डेरा डाल चुके हैं। शहर के सभी प्रमुख मार्गों पर वाहनों के बाद सबसे ज्यादा संख्या में गाय-बैल ही दिख रहे हैं। सड़कों से गाय-बैलों को हटाने के लिए वहीं नपा द्वारा चलाया गया पशु पकड़ने का अभियान भी एकाध दिन में ही ठंडा पड़ गया है। इधर शहर के सभी प्रमुख मार्गों नेशनल हाइवे पर मवेशी कही डिवाइडर तो कही एकांगी मार्ग की भूमिका में जमे हुए हैं और आमजन परेशान हैं।
नगर पालिका साल में लाखों रुपये कांजी हाउस पर खर्च कर रही है। इसके अलावा 12 से ज्यादा कर्मचारी
भी समय-समय पर प्रमुख मार्गों से मवेशी पकड़ते रहते हैं, पर अभी यह रस्मी कार्य भी बंद है। पूछने पर एक ही रटा-रटाया जवाब दिया जा रहा है कि समय-समय पर अभियान चला रहे हैं। शहर के प्रमुख व्यावसायिक क्षेत्रों के साथ ही प्रमुख मार्गों पर मवेशी की एक भी जगह मवेशीविहीन नहीं है। अभी बारिश का मौसम होने से भी सड़कों पर ज्याशदा मवेशी घूम रहे हैं। दिन के साथ ही रात में भी स़ड़कों पर इनके जमा रहने से वाहन चालक दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। जब भी कुछ पशुओं को पकड़कर नपा कांजी हाउस पहुंचाती है तो उनके मालिक आकर दादागिरी से छुड़वा लेते हैं और फिर यही पशु सड़कों पर घूमते रहते हैं। गलियों में घूम रहे मवेशी भी बड़ी परेशानी बने हुए हैं। कई बार सुबह दर्शनार्थी इनके शिकार हो चुके हैं।
नपा के पास पहले से ही एक ट्राली में बना हुआ जंगला है, जिसमें मवेशी पकड़े भी जा रहे थे और इस काम में 10 से 12 कर्मचारी लगा रखे थे। पर नपा को अपडेट बताने और बेवजह आर्थिक बोझ बढ़ाने के चक्कर में 4.82 लाख रुपये खर्च कर धार की एक फर्म से हाइड्रोलिक ट्रॉली भी खरीदी गई है। लेकिन यह ट्राली भी काम नहीं कर रही है। नपा के ही कर्मचारी बता रहे हैं कि ट्राली में हाइड्रोलिक सिस्टम काम नहीं कर रहे हैं। इसके चलते इसे जानबूझकर खुले में रख दिया है ताकि यह पानी से सड़ जाए और किसी को जवाब भी नहीं देना पड़ें।
-हमारे लगभग 10 से 12 कर्मचारी समय-समय पर मवेशी पकड़ने की कार्रवाई करते रहते हैं। अभी भी त्योहारों को लेकर लगातार कार्य कर रहे हैं। कांजी हाउस पर भी पशुओं को पहुंचा रहे हैं। आरडी नपा सीएमओ,
सागर भोपाल तिगड्डे , महामाया चौक जिला अस्पताल के सामने गोपालपुर एसपी कार्यालय के सामने आदि मार्ग पर दिन से रात तक मवेशी बैठे रहते हैं। बीच सड़क पर इनकी वजह से कई बार यहां जाम लग जाता है। कई बार तो लोग इनकी वजह से दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं।
-यहां स्ट्रीट लाइटें बंद रहती है। गाय भी बहुत रहती हैं। अंधेरे की वजह से कई बार लोग दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। जिम्मेदारों को ध्यान देना चाहिए। -अनिल चौरसिया, व्यापारी
-नेशनल हाइवे पर कंट्रोल रूम के आस-पास रात में बहुत परेशानी होती है। यहां बड़ी संख्या में मवेशी घूमते रहते हैं। शिकायत के बाद भी कोई नहीं सुनता है। शिवजीत सिंह राठौर किराना व्यापारी
-शहर में बहुत-सी जगहों पर गायों का झुंड मिल जाता है। हम स्कूल से घर जाते हैं तो रास्ते में गाय बैठी हुई मिलती है। कौड़ी बेतवा पुल पर गायों बछड़ों का झुंड लगा रहता है। जिनकी वजह से डर लगता है। गायों को सड़क से हटाना चाहिए। सुरेश वाजपेयी किसान नेता
-शहर की सड़कों पर तो मवेशी होना भी नहीं चाहिए। जबकि शहर की मुख्य सड़कों पर इनके झुंड खड़े ही रहते हैं। कुछ तो बैठकर सड़क पर डिवाइडर ही बना देती है। इनकी वजह से कई बार लोग दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। जिम्मेदारों को ध्यान देना चाहिए। – पूजा चौधरी, छात्रा,
-शहर के विभिन्ना इलाकों में मवेशी झुंड में खड़े रहते हैं। जिम्मेदारों को ध्यान देना चाहिए और गायों को गौशाला भिजवाना चाहिए। नहीं तो मालिक के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई करना चाहिए। ताकि शहर में कोई अपनी गायों को खुला नहीं छोड़े। – विनिता तिवारी छात्रा