मध्य प्रदेश

देवउठनी एकादशी : गन्नों पर महंगाई की मार, बाजार रहा गर्म गन्नों के मंडप बनाने 20 से 25 रुपये प्रति नग रहे दाम

रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन
रायसेन। देव दिवाली अथवा देव उठनी एकादशी पर्व सोमवार पारंपरिक उमंग उल्लास और श्रद्धाभक्ति के माहौल में मनाई गई। इस दौरान तुलसी सालिगराम विवाह करने के लिए गन्नों से मंडप घर घर में सजाने का विधान है। इसीलिए लोग बाजार में लगी गन्नों की दुकान पर गन्ना प्रति नग 20 से 25 रुपये जमकर बिक्री हुई। किसानों दुकानदारों ने गन्ना महंगे बिकने का मुख्य कारण गन्ना उत्पादन गांवों में कम मात्रा में होना बताया गया। इसी का भरपूर मौके का फायदा उठाकर ग्राहकों को गन्ने महंगे बेचे गए। ग्राहक गन्नों पर महंगाई की मार से दाम सुनकर दंग रह गए। बाजार में गांव के किसानों स्थानीय फुटकर व्यापारियों की दुकानें रात में ही सज गई थी।इसके अलावा सोमवार को देव उठनी एकादशी पर्व पर बाजार में गन्नों सहित तुलसी सालिगराम विवाह, सोते देवों को उठाने की धार्मिक रस्म को लेकर पूजन सामग्री, नारियल फूल मालाओं अगरबत्ती ,आतिशबाजी की दुकानों पर जमकर बिक्री दोपहर से रात तक होती रही।
वैसे भी इस साल कमर तोड़ महंगाई का सामना करते हुए लोगों ने दीपावली का त्योहार मनाया। वहीं छोटी दिवाली अथवा देवउठनी एकादशी पर भी डायन महंगाई की मार रही। घर घर तुलसी माता सालिगराम का गन्नों के मंडप सजाकर विवाह की रस्म अदायगी हुई। सोते देव भगवान श्री विष्णुहरी को बैर भाजी आंवले उठो देव सांवले…, क्वारों को विवाह कराओ के गीत गन्नों के मंडप की परिक्रमा लगाकर युवा बड़ों और बच्चों के मुंह से गूंजते रहे। गन्नों के मंडप में ऋतु फल, फूल, बेर, भाजी मकोई, हरि सब्जियां, सीताफल सिंघाड़े सहित पकवानों का भोग भगवान श्री विष्णुहरी तुलसी सालिगराम विवाह की रस्में घर और मंदिरों में हुईं। इसके बाद आसमान में युवाओं बच्चों ने सतरंगी आतिशबाजी का प्रदर्शन किया गया।
गन्नों के दाम आसमान छुए…
रायसेन के साँची रोड इंडियन चौराहे से लेकर महामाया चौक गंजबाजार, श्री रामलीला गेट तक लगीं गन्नों की फुटकर दुकानों पर पतले गन्ने जो दोपहर के समय 70-75 रुपये के चार नग बिक रहे थे। वही गन्ने शाम को 20 रुपये प्रति नग बिके। ग्राहक मदन राजपूत, सोनिका सोनू यादव, विजय सिंह राठौर, राजेन्द्र बाबू रज्जू भैया, किरण देवी, वर्षा लोधी, मनोज कुमार, बारेलाल सूर्यवंशी, संजीव मनोज शर्मा भुजेन्द्र सिंह जादौन ने बताया कि पिछले साल की तुलना में पूजन सामग्री मिठाई से लेकर गन्ने दो से तीन गुना महंगे दामों में बिके।
क्या कहते हैं किसान…
पगनेश्वर, कौड़ी मेहगांव चोपड़ा डाबरा इमलिया पेमत बिल्होरी उचेर गुलगांव के किसान अमर सिंह राजपूत, बद्री जादौन, विक्रम सिंह ठाकुर आदि बताते हैं कि साल दर साल गन्ना फसल पर कृषि लागत बढ़ती जा रही है। इस साल डीजल के दाम बढ़ने के साथ ही मजदूरी भी महंगी हो गई है। देव उठनी एकादशी के त्यौहार पर गन्ना लेकर दुकान सजाकर बैठे हैं तो महंगे गन्ने बेचना लाजिमी है।

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