शनि अमावस्या पर श्रद्धालु पहुंचे शनिदेव की शरण में, हुए कई धार्मिक अनुष्ठान
साढ़े साती शनि दोष का हवन पूजन कर किया निवारण
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन।
रायसेन। शनिवार को शहर के नव ग्रह शनिदेव धाम मन्दिर श्रीराम लीला ग्राउंड में शनि अमावस्या श्रद्धालुओं द्वारा हवन पूजन कर श्रद्धा भक्ति के माहौल में मनाई। साढ़े साती, अढैया शनिदोष से निवारण किया। लोगों ने परिवार सहित शनिदेव मन्दिर पहुंचकर मंदिर के पुजारी पण्डित राजू जोशी की मौजूदगी में नव ग्रह शनिदेव धाम की प्रतिमाओं का नर्मदा जल से अलसुबह अभिषेक किया गया। श्रद्धालुओं द्वारा काली तिल सरसों तेल, काला कपड़ा अर्पित कर नारियल प्रसाद का भोग लगाकर श्रद्धालुओं ने परिवार घर के खुशहाली और सुख समृद्धि की कामना की।
शनिवार को स्नान दान अमावस्या शनि अमावस्या पर सुबह से ही नव ग्रह शनि धाम मन्दिर परिसर में हवन जाप सहित कई धार्मिक अनुष्ठान हुए।सुबह से शाम तक हवन जाप के आयोजन होते रहे। इसके अलावा दशहरे मैदान स्थित शनिदेव मन्दिर में भी शनि भक्तों ने उनकी शरण में जाकर पूजन अनुष्ठान किए। नव ग्रह शनिदेव धाम मन्दिर के पुजारी पण्डित राजू जोशी, सुनील जोशी ने बताया कि वेद पुराणों में भी वर्णित है कि शनिदेव भगवान की महादशा या साढ़े साती से परेशान जातकों को शनि अमावस्या के दिन शनिदेव महाराज की पूजन जप तप अवश्य करना चाहिए। इस दिन पूजन करने से शनिदेव भगवान अति प्रसन्न होते हैं। शनि अमावस्या के पावन अवसर पर नर्मदा नदी तीर्थ स्थान और दान से मनुष्य के जाने अनजाने में हुए समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं। साथ ही पुण्य की बढोत्तरी होती है।