जिला केंद्रीय सहकारी बैंक मर्यादित रायसेन ने 160 करोड़ की रिकार्ड वसूली की
जिला को-आपरेटिव बैंक रायसेन की स्थिति में हुआ सुधार
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन
रायसेन। कलेक्टर एवं जिला को-आपरेटिव बैंक रायसेन के महाप्रबंधक उमाशंकर भार्गव के निर्देश पर बैंक के सीईओ एनयू सिद्दीकी ने अपने अधिनस्थ सहकारिता विभाग के डीआर यूके कुशवाह सहित वसूली टीम के अधिकारियों को सख्ती के साथ सहकारी बैंकों सहित सोसाइटियों के प्रबंधकों को वसूली के लिए अभिप्ररित किया गया। वसूली अभियान के आला अफसरों ने शासन के निर्देश कलेक्टर भार्गव के आदेश पर बैंकिंग रेग्युलेशन एक्ट 11(1) का कड़ाई से पालन किया गया। वसूली टीम ने 260 करोड़ रुपए की रिकबरी वसूल की गई। इसके अलावा नाबार्ड की अधतन निरीक्षण रिपोर्ट के मुताबिक जिला को-आपरेटिव बैंक रायसेन नेटवर्थ एक्ट के कारण ही नाबार्ड 3178.75 लाख रुपये हैं। जो एक लाख रुपये से ज्यादा थे। सहकारी बैंक की नेटवर्थ की वजह से नाबार्ड द्वारा वर्ष 2019-2020 जिला केंद्रीय सहकारी बैंक मर्या. रायसेन द्वारा अल्पकालीन खरीफ मद के लिए 45.78 करोड़ रुपए की राशि लिमिट मंजूर की गई थी। वहीं वर्ष 2021 में सीईओ सिद्दीकी और कलेक्टर भार्गव की जुगलबन्दी के कारण ही बकाया करोड़ों रुपये की रिकबरी वसूल कर बैंक की माली हालत सुधारने में अग्रणीय भूमिका निभाई है।
जिला केंद्रीय सहकारी बैंक रायसेन ने जिले भर में 160 करोड़ रुपये की रिकार्ड वसूली कर बेहतर तरीके से कार्य किया गया है। यह सब कुछ संभव हो सका है जिला केंद्रीय सहकारी बैंक रायसेन के सीईओ एनयू सिद्दीकी की टीम वर्क और कड़ी मेहनत लग्ननिष्ठा की बदौलत।