मध्य प्रदेश

आदेश के बाद भी अधिकांश स्कूलों में नहीं लगाए गए शिक्षकों के फोटो

उल्लंघन: अगस्त 2022 में हुए थे आदेश, ताकि अपने शिक्षक को जान सकें बच्चे
सिलवानी। शासकीय स्कूलों में जो शिक्षक बच्चों को नियमित रूप से पढ़ाने के लिए स्कूलों में आ रहे है। उनकी जगह कोई दूसरा व्यक्ति शिक्षक बनकर पढ़ाने तो नहीं आ रहा। इसको लेकर सरकार व शिक्षा विभाग ने अगस्त 2022 में एक आदेश जारी कर स्कूलों में पूरे स्टॉफ का एक बोर्ड पर फोटो, नाम व मोबाइल नंबर चस्पा करने के आदेश जारी किए थे। इस आदेश का पालन नगर सहित अंचलभर में अधिकांश स्कूलों में नही हो रहा है।
दरअसल प्रदेश में ऐसी कई घटनाएं सामने आई थीं, जिनमें शिक्षकों ने कुछ पैसे देकर प्राइवेट व्यक्ति को अपनी जगह पढ़ाने के लिए स्कूलों में रख रखा था। जब इन मामलों को खुलासा हुआ तो संबंधित शिक्षकों पर एफआईआर के साथ ही आगे से ऐसी घटना न हो, उसके लिए ही स्कूलों में संबंधित शिक्षको के फोटो व जानकारी एक बैनर पर चस्पा करने के आदेश जारी किए थे। इस आदेश का पालन विकास खंड सिलवानी में तो थोड़ा बहुत दिखाई दिया, लेकिन ग्रामीण अंचल में तो 90 फीसदी स्कूलों में इस आदेश का पालन नहीं हो रहा। यहां के अधिकतर स्कूलों में शिक्षकों के फोटो बोर्ड पर चस्पा ही नहीं किए गए हैं और एकाध जगह चश्पा किए भी हैं तो उन्हें अपडेट नहीं किया गया है।
अधिकांश स्कूल के जिम्मेदारों को नहीं है आदेश की भनक
विकास खण्ड के ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में से 80 फीसदी ऐसे स्कूल हैं, जिनके प्राचार्य से लेकर अन्य शिक्षकों को इस आदेश की जानकारी तक नहीं है। ऐसे में जब इन्हें आदेश की जानकारी ही नहीं है तो वह इसका पालन कैसे करेंगे। मुख्यालय पर मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों ने भी इस संबंध में स्कूलों के जिम्मेंदारों को इस आदेश की जानकारी देना मुनासिब नहीं समझा। अगर इस मामले की जानकारी स्कूलों के प्रमुखों सहित शिक्षकों को दी जाती तो आज यह हालात नहीं होते।

Related Articles

Back to top button