रायसेन जिले के अस्पतालों में भी हाई अलर्ट : जिला अस्पताल में लिखा है- एसी बिल्कुल न चलाएं न इलेक्ट्रिक फाल्ट हो रहा है,
जिला अस्पताल और इमरजेंसी यूनिट एसएनसीयू में लगे एक्सपायरी डेट के अग्निशमन यंत्र,एसएनसीयू के प्रभारी डॉ राय ने स्वास्थ्य कर्मचारियों फायर सेफ्टी सिस्टम चलवाकर देखा
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन
रायसेन । राजधानी भोपाल के हमीदिया स्थित कमला नेहरू अस्पताल के एसएनसीयू में भीषण आगजनी की घटना के बाद जिला अस्पताल में जिला अस्पताल प्रबंधन अलर्ट मोड पर आ गया है। प्रबंधन और प्रशासन ने अस्पतालों में सुरक्षा बंदोबस्त का जायजा लिया। वहीं जिला प्रशासन और जिला अस्पताल द्वारा में फायर सेफ्टी का ऑडिट कराया गया है। बताया जा रहा है कि जिला अस्पताल में एक्सपायरी डेट के अग्निशमन यंत्र लगे थे।
जिला अस्पताल के वार्डों में सुरक्षा बंदोबस्त का जायजा लिया तो यहां कुछ एक्सपायरी डेट के अग्निशमन यंत्र लगे हुए मिले। ज्यादातर स्थानों पर अक्टूबर 2021 के एक्सपायरी डेट के अग्निशमन यंत्र लगे हुए थे। हालांकि वार्डों में पलंग के हिसाब से ही मरीज भर्ती थे। जिला अस्पताल से जुड़े स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि अग्निशमन यंत्र बदलवाने के लिए लगातार पत्र लिखे जा रहे थे। आज ही सभी एक्सपायरी डेट के अग्निशमन यंत्र रिफलिंग के लिए भेजे गए हैं। आपातकालीन परीस्थितियों के लिए सुरक्षा बंदोबस्त किए गए हैं। पता चला है कि जिला अस्पताल में वहीं एक सप्ताह पहले ही अस्पताल में फायर सेफ्टी का ऑडिट कराया गया है।
एसी पर लिखा- चलाए नहीं, इलेक्ट्रिक फाल्ट हो रहा है……
जिला अस्पताल प्रबंधन ने लिखा है कि एसी न चलाए इलेक्ट्रिक फाल्ट हो रहा है। मंगलवार बुधवार को सीएमएचओ डॉ दिनेश खत्री सिविल सर्जन डॉ एके शर्मा आरएमओ डॉ विनोद परमार पहुंचे। जहां उन्होंने वार्डों में पहुंचकर सुरक्षा इंतजामों का जायजा लिया। वहीं फायर सेफ्टी की जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान आईसीसीयू/एनसीयू में लगी एसी पर लिखा गया था कि एसी न चलाए इलेक्ट्रिक फाल्ट हो रहा है। यह देख यह देखकर स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि इनको तुरंत ठीक कराएं। कहीं भी फाल्ट की स्थिति नहीं होना चाहिए। इसके लिए एक टीम गठित की जाएगी, जो जिलेभर के सरकारी अस्पतालों की सुरक्षा की जांच करेगी।
अग्निशमन यंत्र चलवाकर देखे
निरीक्षण के दौरान वह बोले जिले के सभी अस्पतालों में फायर सेफ्टी सिस्टम का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल में लगे अग्निशमन यंत्र और फायर फाइटर सिस्टम को चलवाकर देखा। जिसमें सिस्टम सही मिले। इसी बीच मरीज के परिजनों ने स्वास्थ्य अफसरों से अस्पतालों के शौचालयों में गंदगी होने की शिकायत की। शिकायत पर उन्होंने सफाई करवाने का आश्वासन दिया।
एसएनसीयू की वायरिंग ओपन
रायसेन जिला अस्पताल के एसएनसीयू से सटी गैलरी की दीवारों पर लाइट फिटिंग सही तरीके से नहीं हुई है।सालों से वायर और केबल दीवारों के सहारे लटकी हुई है।अगर संयोग से वायरिंग में अचानक स्पार्किंग हो गई तो हालात बेकाबू होने से इनकार नहीं किया जा सकता है।इसलिए समय रहते एसएनसीयू की लाइट फिटिंग टेक्नीक टीम से करवा दी जाए तो बेहतर होगा।बुधवार को सुबह शिशु रोग विशेषज्ञ एवं एसएनसीयू प्रभारी डॉ आलोक कुमार राय ने पहुंचकर नर्सों सहित यूनिट के सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों को फायर अग्निशमन यंत्र प्रदर्शन संचालन के तौर तरीके बताकर उन्हें ट्रेंड किया। डॉ राय ने मीडिया कर्मियों से चर्चा करते हुए बताया कि एसएनसीयू में 22 वार्मर मशीनें हैं। जिनमें 24 नवजात शिशुओं को भर्ती कराया गया है।