बाजार में बिक रहे नकली कीटनाशक: फसल हो रही खराब
किसान परेशान बोले-किसान क्रेडिट कार्ड, सहकारी बैंक और साहूकारों से कीटनाशक दवा की बोतल खरीदी थी
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन।
रायसेन। नगर सहित जिले के बाजारों में बिक रहे कीटनाशक फसलों को कीटों से बचा नहीं पा रहे हैं। कहीं खरपतवार नष्ट नहीं हो रहे तो कहीं फसल मुरझा रही है। किसान ऐसी दवाइयों पर हजारों खर्च कर चुके हैं। दवाइयों के असर न करने से किसान बहुत हैं और छला महसूस कर रहे हैं। कई किसानों ने अफसरों से बाजार में नकली दवाओं की बिक्री होने की शिकायत की है।
कीटनाशक और खरपतवार नाशक से बर्बाद हो रही फसल…..
जिले में पिछले साल के मुकाबले इस साल ज्यादा रकबा में मक्का की फसल बोई गई है। जिस पर किसानों ने लाखों रुपए खर्च किए हैं। अभी फसलों के बीच खरपतवार और घास उग आई है और कीट भी देखे जा रहे हैं। किसानों ने फसल बचाने के लिए कीटनाशक दवाओं का इंतजाम करना शुरू कर दिया है। किसी ने किसान क्रेडिट कार्ड, सहकारी बैंक और कई लोगों ने साहूकारों से कर्ज लेकर उड़द, धान सोयाबीन, मूंग, मूंगफली, मक्का, तिल आदि फसल कर उन पर कीटनाशक और खरपतवार नाशक दवाओं का छिड़काव किया है, लेकिन बहुत कम फसलों पर कीटनाशक का असर दिखाई दे रहा है, जिससे किसानों में गुस्सा नजर आ रहा है। उनका आरोप है कि बाजार में दुकानदारों ने कारगर दवा बताकर महंगे दाम वसूल कर लिए हैं। इसके बाद भी दवा का असर नहीं दिख रहा है।
एक लाख रुपए का कर्ज लिया है…
रायसेन तहसील के किसान दिनेश पटेल आत्मज जयकिशन ने बताया कि उसने एक लाख रुपए का कर्ज लेकर दस एकड़ जमीन में धान व मक्के की फसल बोई है। उसे उम्मीद थी कि अच्छी फसल होगी, जिससे पहले से चला रहा कर्ज चुकता हो जाएगा। लेकिन एक कीटनाशक दुकान से खरीदे बाराजाइड (barazide) दवा का फसल पर दुष्प्रभाव पड़ गया। खरपतवार की जगह पौधे ही मुरझाए गए। पूरी मक्के धान की फसल जल गई। सरकार और जिला प्रशासन को दवा पर उचित कार्रवाई करना चाहिए।
किसान दिनेश पटेल ने कहा है कि मैंने कृषि विभाग एसडीएम कार्यालयजिला कृषि विभाग रायसेन को आवेदन देकर कंपनी विक्रेता और दुकानदार पर कार्रवाई की मांग की है।