पत्नी के नहीं बच्चे तो दूसरी शादी करने पत्नी का गला दबाया, नदी में फेंका शव
थाने पहुंचकर बोला-बिना बताए कहीं चली गई; पिता के साथ मिलकर रची हत्या की साजिश
ब्यूरो चीफ : मनीष श्रीवास
जबलपुर । एमपी के जबलपुर में एक शख्स ने अपने पिता के साथ मिलकर पत्नी की हत्या कर दी। फिर लाश को नदी में फेंककर पुलिस थाने पहुंचा और गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस महिला की तलाश में जुट गई। छठवें दिन महिला की लाश नदी में उतराते मिली।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि महिला की मौत गला दबाने से हुई है। पुलिस ने जांच की तो पता लगा कि हत्या पति ने ही की थी। सिर्फ इसलिए कि वह दूसरी शादी करना चाह रहा था और पत्नी मान नहीं रही थी।
10 साल पहले हुआ था विवाह
बेलखेड़ा थाना इलाके के पथरिया गांव में रहने वाले चैन सिंह उम्र 36 साल का रजनी से 10 साल पहले विवाह हुआ था। बच्चे नहीं हो पाने के कारण दंपती के बीच अक्सर झगड़े होते रहते थे। करीब एक साल पहले चैन सिंह ने दूसरी शादी करने का प्रस्ताव घर में रखा। पिता मुन्ना सिंह तैयार हो गए लेकिन रजनी ने साफ मना कर दिया। वह दूसरी शादी के खिलाफ थी।
चैन सिंह ने कई बार रजनी को मनाया लेकिन वह नहीं मानी। इस पर चैनसिंह ने उसे रास्ते से हटाने का मन बना लिया। पिता मुन्ना सिंह के साथ मिलकर रजनी की हत्या का प्लान बना डाला।
पड़ोसियों ने टोका तो थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई 26 अक्टूबर की रात जब रजनी सो रही थी, चैनसिंह ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। रात में ही पिता के साथ बाइक से शव को लेकर हिरन नदी पहुंचा। लाश नदी में फेंककर दोनों घर लौट आए। अगले दिन आस-पड़ोस में पत्नी के गायब होने की खबर फैला दी।
कई दिन तक रजनी नहीं लौटी तो पड़ोसियों ने चैन सिंह से पुलिस में रिपोर्ट करने को कहा। इस पर वह 1 नवंबर की सुबह बेलखेड़ा थाने पहुंचा। बताया कि पत्नी रजनी 27 अक्टूबर की सुबह घर में बिना कुछ बताए कहीं चली गई है।
मायके वाले बोले- 6 महीने से यहां नहीं आई बेटी थाना प्रभारी सरोजिनी टोप्पो ने टीम के साथ गांव के आसपास महिला की तलाश की, लेकिन वह नहीं मिली। इसके बाद पुलिस महिला के मायके कटीला गांव भी गई। मायके वालों ने बताया कि रजनी 6 महीने से यहां नहीं आई है।
1 नवंबर की शाम गांव से करीब 3 किलोमीटर दूर हिरन नदी में रजनी का शव मिला। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराया तो मौत की वजह सामने आ गई।
गला दबाने से मौत की वजह का पता लगते ही पुलिस ने एक बार फिर चैन सिंह और उसके पिता मुन्ना सिंह से पूछताछ की। वे गुमराह करते रहे। कभी बोलते कि रजनी बिना बताए चली गई थी, तो कभी कहते कि लड़ाई होने के बाद वह बोल रही थी कि घर छोड़कर चली जाऊंगी।
पुलिस ने सख्ती की तो चैन सिंह ने सच उगल दिया। उसने बताया, ‘शादी के 10 साल बाद भी बच्चे नहीं हो रहे थे। दूसरी शादी करने की सोची तो रजनी ने साफ मना कर दिया। यही वजह थी कि रजनी को मारना जरूरी हो गया था।
संपूर्ण कार्यवाही में थाना बेलखेडा प्रभारी निरीक्षक सरोजनी चौकसे, उप निरीक्षक तुलसीराम गौलिया (थाना शहपुरा), उनि नेतराम सिंह, उनि भारती मसराम, प्रधान आरक्षक कमलेश, आरक्षक नागेन्द्र प्रजापति, आरक्षक मनोहर, आरक्षक प्रताप, आरक्षक आनंद, आरक्षक सुनील का सराहनीय योगदान रहा।