इफको नैनो यूरिया व नैनो डीएपी फसल प्रदर्शन का अवलोकन कराया गया।
सिलवानी। देश व प्रदेश की सरकार मृदा स्वास्थ्य सुधार एवं पर्यावरण सुधार एवं बेहतर उत्पादन के साथ किसानों के आय को दोगुना करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। उसी कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए किसान कल्याण एवं कृषि विकास जिला रायसेन विकासखंड सिलवानी, गैरतगंज, उदयपुरा बेगमगंज एवं सांची से आत्मा कार्यक्रम के अंतर्गत 37 महिला कृषकों को भोपाल केवीके, मॉडल नर्सरी कन्हासैया उद्यानिकी विभाग, कृषि महाविद्यालय सीहोर व विश्व की कड़कनाथ यूनिट भोपाल, कृषि अभियांत्रिकी भोपाल, कृषि महाविद्यालय सीहोर मजब एवं सबसे बड़ी सहकारी एवं कृषि क्षेत्र में किसानों के हित में पहल करने वाली संस्था इफको द्वारा नैनो तकनीक से तैयार इफको नैनो यूरिया व नैनो डीएपी फसल प्रदर्शन का अवलोकन कराया गया। इस समय देश भर में विभिन्न स्थानों पर नैनो डीएपी के प्रदर्शन किये जा रहे है। इनके परिणामो के आधार पर आने वाले कुछ समय पर आम किसानों के उपयोग के लिए उपलब्ध होगा। नैनो डीएपी के उपयोग वाली फसल में अलग ही हष्ट पुष्ट एवं अत्यधिक वृद्धि नजर आ रही है साथ ही नैनो टेक्नोलॉजी पर आधारित नैनो यूरिया भारत सरकार के अनुमोदन के पश्चात इस वर्ष से किसानों के उपयोग के लिए उपलब्ध है व किसानों द्वारा उपयोग किया जा रहा है। नैनो टेक्नोलॉजी पर आधारित यूरिया एवं डीएपी उपयोग करने से किसान को लागत कम आती है एवं भारत सरकार पर किसानों की उर्वरक की लिए सब्सिडी का आर्थिक बोझ भी कम होगा। क्योंकि यह 500 एमएल की बोतल में उपलब्ध होता है इसलिए परिवहन भी आसान होता है। इस उत्पाद के आने से किसान के सीजन आने पर यूरिया की कमी के कारण होने वाली मारामारी से भी निजात मिलेगी एवं आसानी से किसान उपयोग कर पाएगा। कार्यक्रम में मौजूद इफको से प्रबंधक संजीव सिंह ने इस बारे में विस्तृत जानकारी दी व बीटीएम रघुवीरसिंह कुशवाह, गोविंद नामदेव ने भी जानकारी दी।