कृषि अधिकारी की उपस्थिति में किसानों की समस्याओं का निराकरण कम, धमकी, जान से निपटा देनी बात से आवेदक हुआ निराश

क्या जॉच के दौरान इन किसानों के साथ दबंगई जैसे व्यवहार बड़ा प्रश्न? स्थानीय किसान करें तो क्या करें?
जांच के नाम पर बुलाकर जान से मारने का लगा प्रश्न चिन्ह?
ब्यूरो चीफ : मनीष श्रीवास
जबलपुर। जिले की तहसील मुख्यालय सिहोरा में विगत दिवस जिले से आए हुई अधिकारी गणों की उपस्थिति में लंबे समय से चोरी की घटनाओं एवं किसानों द्वारा लाई हुई विभिन्न प्रकार की उपज मंडी प्रांगण में बेचने को लेकर कई बार चना, मूंग, गेहूं एवं सिंघाड़े की गोटी चोरी की वारदातों को लेकर इन किसानों ने स्थानीय प्रशासन से लेकर मंडी बोर्ड उच्च अधिकारियों को अवगत कराया लेकिन हर बार जांच पड़ताल सही न होने से किसान ही हार कर बैठ जाता हैं। विगत दिनों पहले ही कृषि उपज मंडी सिहोरा में शिकायतकर्ता को जांच के नाम पर अपना पक्ष रखने को बुलाया गया । जिससे स्थानीय किसान साथी मंडी प्रांगण में उपस्थित हो गए। इस दौरान मंडी में पदस्थ कर्मचारी एवं उनके साथियों के द्वारा पल्लेदार अन्य को बुलाकर शिकायतकर्ता प्रमोद सिंह ठाकुर को मंडी कार्यालय में जान से मारने की बात कहीं गई। क्या इस प्रकार से इन किसानों के साथ ऐसा प्रयास किया गया हैं ? और जिसमें असफल रहे व जांच अधिकारी, किसान यूनियन के नेता को भी बंधक बनाया गया। वहीं पुलिस प्रशासन की सहायता से सभी को बाहर निकले के लिए मंडी सचिव व मंडी प्रशासन द्वारा पुलिस को नही बुलाया गया। इससे यह प्रतीत होता है कि मंडी प्रशासन की मिली भगत से ही शिकायतकर्ता एवं किसान यूनियन के नेताओं पर हमला करने की साजिश रची गई ।
अधिक हंगामा एवं किसानों के विरोध के बाद स्थानीय पुलिस हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ ।
इस घटना की शिकायत भार सादक अधिकारी, एसडीओपी पुलिस सिहोरा व थाना खितौला में की गई । जांच कर अपराधियों पर कार्रवाई की मांग की गई। वहीं मण्डी प्रांगण में लगे सुरक्षा सीसी टीवी कैमरे की क्लिपिंग को जॉच पड़ताल में लेकर उचित जॉच कराई जाए। स्थानीय किसान साथीगण ने रखीं मांग।



