धार्मिकमध्य प्रदेश

गणेश चतुर्थी शुक्रवार को : छह ग्रहाें का शुभ संयाेग, व्यापार के लिए रहेगा लाभकारी

पंडालाें में विराजेंगे गणपति, शुक्रवार से शुरू हो रहा गणेश उत्सव, समितियों की तैयारियां पूरी, मूर्तिकार दे रहे प्रतिमा को अंतिम रूप
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन।
रायसेन। गणेश चतुर्थी का त्यौहार शुक्रवार कोअसीम उत्साह श्रद्धाभक्ति के माहौल में मनाया जायेगा। धर्मशास्त्री पण्डित ओमप्रकाश शुक्ला सौजना ने बताया कि सुबह से ही गणेश पंडालाें में भगवान गणेश की प्रतिमाएं विराजेंगी। शहर के विभिन्न क्षेत्राें में गणेश स्थापना के लिए झांकी के पंडाल तैयार कर लिए गए हैं। शहर में शांति समिति की बैठक में काेराेना गाइडलाइन के तहत नियमाें के पालन करने के नाेटिस काेतवाली थाना प्रभारी आशीष सप्रे ने सभी समितियाें काे दे दिए हैं। आगामी समय में प्रत्येक धार्मिक आयाेजनाें सीमित संख्या में ही लाेग शामिल किए जा सकेंगे। लेकिन इस सब के बीच अबकी बार रवि याेग में गणपति बप्पा विराजेंगे। आचार्य पण्डित राममोहन चतुर्वेदी, मुकेश चतुर्वेदी ने बताया कि शुक्रवार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को शुरू होने वाला गणेश चतुर्थी का महापर्व इस बार कई शुभ संयोग लेकर आ रहा है।
उक्त शुभ संयोग में बुद्धि विनायक भगवान गणेश का पूजन करना श्रद्धालुओं और भक्ताें के लिए मंगलकारी होगा। उन्होंने बताया कि 6 ग्रहों का शुभ संयोग गणेश चतुर्थी पर इस बार 6 ग्रहों का शुभ संयोग बन रहा है। यह संयाेग व्यापारियों के लिए अतिलाभकारी होगा। चतुर्थी पर इस बार छह ग्रह अपनी श्रेष्ठ स्थिति में होंगे, जिसमें बुध कन्या राशि में, शुक्र तुला राशि में, राहु वृषभ राशि में, शनि मकर राशि में, केतु वृश्चिक राशि तथा शनि मकर राशि में विद्यमान होंगे। ग्रहों की यह स्थिति कारोबार करने वाले जातकों के लिए शुभ है। वहीं व्यापार में बढ़ोत्तरी होगी और शेयर बाजार में भी लाभ होगा।
बन रहा रवि योग: गणेश चतुर्थी पर इस बार रवि योग में पूजन होगा। लंबे समय बाद इस बार चतुर्थी पर चित्रा-स्वाति नक्षत्र के साथ रवि योग का संयोग बन रहा है.। चित्रा नक्षत्र शाम 3:51 बजे तक रहेगा। इसके बाद स्वाति नक्षत्र लगेगा। 9 सितंबर दोपहर से अगले दिन 10 सितंबर मध्याह्न 3 बजे तक रवियोग रहेगा, जो कि ज्याेतिष गणनाओं के आधार पर व्यापार में उन्नति को दर्शा रहा है। इस शुभ योग में कोई भी नया काम और गणपति पूजा मंगलकारी होगी।

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