उत्तरप्रदेश की धान मध्यप्रदेश में डंप हो रही
स्थानीय व्यापारी कर रहे समर्थन मूल्य पर खपाने की तैयारी
रिपोर्टर : सतीश चौरसिया, उमरिया पान
उमरियापान । समर्थन मूल्य पर धान खरीदी से पहले से उमरियापान और ढीमरखेड़ा के व्यापारी सक्रिय हो गये है और उनके द्वारा बड़ी मात्रा में उत्तरप्रदेश से धान लाई जा रही है जिसका भंडारण गोदामों में किया जा रहा है। इसी धान को सर्मथन मूल्य पर खरीदी होते ही खपा दिया जायेगा।
स्मरण रहे कि उत्तरप्रदेश में धान का उत्पादन अधिक मात्रा में होता है और वहां पर धान कम कीमत में मिल जाती है जिस कारण से बड़ी मात्रा में स्थानीय व्यापारी उत्तरप्रदेश पहुंचकर धान को खरीदते है इसके बाद ट्रक के माध्यम से रात में उक्त धान यहां पर लाई जाती है। बताया जाता है कि उत्तरप्रदेश में 1000 से 1200 रुपये प्रति क्विटल के हिसाब से धान मिलती है फिर यहां सैटिंग करके व्यापारियों द्वारा समर्थन मूल्य में उक्त धान का विक्रय किया जाता जाता है जिससे स्थानीय कृषक परेशान होता है और उसे कम कीमत में धान का विक्रय करना पड़ता है।
कई वर्षों से फल-फूल रहा गोरखधंधा
बताया जाता है कि इस धंधे के पीछे एक बड़ा सिंडीकेट है जो प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस अधिकारियों के साथ सैंटिग करके उत्तरप्रदेश की धान को म.प्र.में खपाते है और शासन को करोड़ों रुपये की हानि पहुंचाते है। विदित हो कि शासन द्वारा समर्थन मूल्य की खरीदी स्थानीय कृषक को ज्यादा से ज्यादा लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से की जाती है न की बिचौलियों को लाभ पहुंचाना इसके बाद भी शातिर तरीके से उमरियापान- ढीमरखेड़ा के कुछ तथा कथित व्यापारियों द्वारा अवैध लाभ अर्जित करने के उद्देश्य से इस तरह के कार्यों को अंजाम दिया जाता है।
स्थानीय कृषकों को उठाना पड़ता है घाटा
बताया जाता है कि व्यापारियों द्वारा उत्तरप्रदेश से धान लाने के कारण स्थानीय कृषकों जो समर्थन मूल्य पर अपनी फसल का विक्रय नहीं करते है उनको घाटा उठाना पड़ता है और माटी मोल व्यापारियों को धान को बेचना पड़ता है। बताया जाता है पिछलें दिनों तहसीलदार हरिसिंह धुर्वे, उमरियापान थाना प्रभारी द्वारा कार्यवाही करते हुये दो ट्रक जप्त किये गये थे जिनसे पूछताछ में पर्याप्त दस्तावेज उपलब्ध नहीं करवा सके थे। कार्यवाही उपरांत तहसीलदार द्वारा मंडी अधिकारियों को सूचित किया गया था जिस पर मंडी अधिकारियों द्वारा जांच की गई तो उक्त धान अवैध पाई गई जिस पर दोनों ट्रक मालिकों पर मंडी शुल्क से पांच गुना शुल्क का जुर्माना लगाया गया है। उक्त धान उमरियापान के एक व्यापारी की बताई जा रही है और उसके द्वारा उत्तरप्रदेश से बड़ी मात्रा में धान को लाया जा रहा है। चर्चा इस बात की भी है कि उक्त व्यापारी के द्वारा उमरियापान स्थित गोदामों में उत्तरप्रदेश से लाई गई धानों का भंडारण किया जा रहा है और यदि उक्त गोदाामें में प्रशासन द्वारा छापा मारा जाये तो पूरे मामले का पर्दाफाश हो सकता है। वहीं व्यापारी की उक्त करतूत ऊपर अधिकारियों तक पहुंच चुकी है और कभी भी उक्त व्यापारी पर प्रशासन की नजरें इनायत हो सकती है।
क्षेत्र में नहीं हुई कटाई, कहां से आ रही धान
स्थानीय लोगों द्वारा यह चर्चा भी सरगर्म है कि जब क्षेत्र में अभी धान कटाई चालू नहीं हुई तो इतनी बड़ी मात्रा में धान कहां से आ रही है। बताया जाता है कि क्षेत्र में अभी मात्र 25 फीसदी ही कटाई हुई बाकी की धान अभी नहीं कटी है इसके बाद भी इतनी बड़ी मात्रा में क्षेत्र में धान का आना संदेह पैदा करता है कि आखिर जब क्षेत्र में धान की कटाई पूरी नहीं हुई तो तथाकथित व्यापारी कहां से धान ला रहे है।
इस संबंध में हरिसिंह धुर्वे तहसीलदार, ढीमरखेड़ा का कहना है कि पिछलों दिनों दो ट्रक धान उत्तरप्रदेश से आई थी जिसकी जानकारी मिलते ही पकड़ा गया है। विधिवत कार्यवाही उपरांत मंडी अधिकारियों को सूचित किया था। मंडी अधिकारियों द्वारा मंडी शुल्क से पांच गुना अधिक जुर्माना दोनों पर लगाया गया है और केस दर्ज किया गया है।