क्राइममध्य प्रदेश

पठारी गांव कांड : आरोपी सत्येंद्र यादव को कोतवाली पुलिस टीम ने किया योजनाबद्ध तरीके से गिरफ्तार

पुलिस ने बनाई मन गनन्त कहानी बनी जनचर्चा का विषय, एक माह से फरार चल रहा था हत्या गोलीकाण्ड का आरोपी
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन
रायसेन। लगभग एक महीने पूर्व जिला मुख्यालय से करीब छह किमी दूर सागर भोपाल स्टेट हाइवे सागर भोपाल पठारी गांव में रास्ते ,जमीन के विवाद को लेकर यादव समाज के दो पक्ष के बीच उपजे झगड़े में दबंग किस्म के खनिज माफिया मुख्य सरगना रघुवीर यादव ने दूसरे पक्ष के अर्जुन यादव के परिवार के साथ मारपीट बलवा कर न बल्कि घर की छत पर चढ़कर जमकर पथरावबाजी कर अवैध हथियारों से देशी कट्टों बारह बोर तलवार लठ कतरनों से और बन्दूकों फायरिंग की थी। इस हमले में राजवीर यादव पिता मोकम सिंह यादव उम्र 35 वर्ष की जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया था। जबकि 9 लोगों को बन्दूक की गोलियां लगने से जख्मी हो गए थे। गंभीर रूप से घायल हुए रघुराज राज, राज मुकेश यादव एक अन्य युवक अभी भी हमीदिया अस्पताल भोपाल में भर्ती होकर वर्तमान में भी अपना इलाज करवा रहे हैं।
शिवपुरी में यादव ठेकेदार के यहां शरण ले रखी थी सत्येंद्र यादव ने।भरोसेमंद सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सत्येंद्र यादव पिता सौदान सिंह यादव रायसेन से फरार होकर शिवपुरी में एक यादव कंस्ट्रक्शन कंपनी के घर में आराम से फरारी काट रहा था। ऐसी जनचर्चा आम थी। क्योंकि रघुवीर यादव के शिवपुरी के उस यादव ठेकेदार से घनिष्ठ संबंध थे।वैसे नियमानुसार कोतवाली पुलिस रायसेन फरार हत्या और गोलीकाण्ड के आरोपी सत्येंद्र यादव को शरण देने वाले शिवपुरी के यादव ठेकेदार पर केस दर्ज कर देना चाहिए
पुलिस ने रची एक अलग कहानी….
दरअसल कोतवाली पुलिस के अधिकारियों की एक टीम द्वारा एक माह से फरार आरोपी सत्येंद्र यादव को हवेली ढाबा बायपास विदिशा से मुखबिर की सूचना मिलने पर बुधवार को दोपहर पकड़ा था। जबकि नवागत एसपी विकास कुमार शहवाल के आदेश पर हत्या गोलीकाण्ड पठारी के फरार आरोपी सत्येंद्र यादव को गिरफ्तार कराने वाले को ईनाम 10 हजार देने की घोषणा भी की थी।जबकि हकीकत कहानी और सच्चाई इन सब बातों से अलग है। जनचर्चा तो चौक चौराहों पर यह चल रही है कि इस आरोपी सत्येंद्र यादव को हमले न हो जाए इसीलिए सुरक्षित बचाने और पिटाई से बचाने के लिए एक महिला पुलिस अधिकारी अपनी जीप में बिठाकर बुधवार को दोपहर सुरक्षित तरीके से आरोपी सत्येंद्र यादव पिता सौदान सिंह यादव उम्र 38 वर्ष बाकायदा छोड़ने गई थीं। क्या जिला पुलिस प्रशासन उस विदिशा के मुखबिर को 10 हजार रुपये का ईनाम देगी। एक महिला पुलिस अधिकारी का यह भी कहना है कि सत्येंद्र की तलाश कर रही पुलिस टीम को भी सम्मानित कराया जाएगा।

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