मध्य प्रदेश

एक साल से अलग रह रहे पति-पत्नी में सुलह- सौतेली मां- बेटे का विवाद

पत्नी बोली घर की जिम्मेदारियां उठाने का वादा करे पति तो ही रहेगी साथ
रिपोर्टर : शिवलाल यादव
रायसेन।
शादी के 12 साल बाद भी पति-पत्नी में छोटी-छोटी बातों को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि पत्नी साल भर पहले घर छोड़कर मायके आ गई। पत्नी का आरोप था कि पति घर की जरूरतों का ध्यान नहीं रखता। परिवार परामर्श केंद्र की समझाइश के बाद दोनों में सुलाह हुई, और इस शर्त पर कि आगे से पति घर की सभी जरूरतों का ख्याल रखेगा और बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी भी उठाएगा, पति के वादा करने पर पत्नी अपने उजड़ते घर को बसाने तैयार हो गई।
रायसेन निवासी वर्षा की शादी करीब 12 साल पहले कालापीपल निवासी नितिन से हुई थी। कुछ समय दोनों संयुक्त परिवार में साथ रहे लेकिन परिवारिक दिक्कतें बढ़ने पर शादी के 4 साल बाद दोनों भोपाल में किराए का मकान लेकर रहने लगे। करीब 1 साल पहले पति-पत्नी में झगड़ा होने पर पत्नी अपने दोनों बच्चो के साथ रायसेन मायके आकर रहने लगी। पत्नी ने बताया कि नितिन घर की जरूरतों को लेकर काफी लापरवाह है, कभी उसके हाथ में पैसे भी नहीं देता, जो भी कमाता है, अपने घरवालों को दे देता है, जबकि उसका ससुराल पक्ष काफी सक्षम है, मदद करने की जगह उल्टा उनके पैसे लेते हैं। नितिन ने बताया कि कोरोना के चलते बीते कुछ समय से उसका कपड़े का कारोबार मंदा है, इसी वजह से उसकी दुकान भी बंद हो गई, अब वह शहर-शहर जाकर दुकानदारों को होलसेल में कपड़े बेचता है। दोनों की सुनवाई के बाद परिवार परामर्श केंद्र के सदस्यों ने पति-पत्नी को समझाइश दी और अपना घर टूटने से बचाने की सलाह दी। समझाइश के बाद पति ने कहा कि वह आगे से अपनी गलतियां नहीं दोहराएगा और परिवार की जरूरतों का भी पूरा ख्याल रखेगा, साथ ही उसने पत्नी के हाथ में भी पैसे देने का वादा किया। पत्नी ने कहा की यदि पति अपने में बदलाव लाने को तैयार है तो वह खुशी खुशी उसके साथ रहने को राजी है।
बेटे ने की सौतेती मां के खिलाफ शिकायत
रायसेन निवासी एक बेटे ने आवेदन देकर अपनी सौतेली मां के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी कि उसकी दूसरी मां और उसके बच्चे उसे पिता से नहीं मिलने देते, उसका पिता काफी बीमार है, उसके उपचार में भी ये लोग लापरवाही करते है। बेटे ने बताया कि उसके पिता की दो दुकानें है जिसमें से वह एक दुकान का हकदार है, इसके वावजूद वह दोनों दुकानों से आने वाला पूरा किराया अपने पिता की देखरेख के लिए उसकी दूसरी मां के परिवार को देता है। दोनों पक्षों को सुनने के बाद परिवार परामर्श केंद्र के सदस्यों ने इसकी मां को समझाइश दी, जिस पर उसकी मां ने लिखित में अस्वाशन दिया कि वह कभी उसे पिता से मिलने से नहीं रोकेगी, साथ ही उसके पिता के इलाज में वह व उसके बच्चे भी मदद करेंगे। मंगलवार को एसडीओपी कार्यालय रायसेन में आयोजित परिवार परामर्श केंद्र की बैठक में 5 प्रकरण रखे गए, जिसमे से दो में आपसी सहमति से सुलह हुई व दो प्रकरण में पक्षकारों के अनुपस्थित रहने पर अगली तारीख दी गई। एक प्रकरण को नस्तीबद्ध किया गया। परिवार परामर्श केंद्र की बैठक में एसडीओपी अदिति भावसार, अध्यक्ष कैलाश श्रीवास्तव, सलाहकार अशोक गुप्ता, चेतन राय, महिला सलाहकार ममता दुबे व अनीता राजपूत, एएसआई अनिल वर्मा, आरक्षक लोकेंद्र मोर्य उपस्थित रहे।
अब तक 15 पारिवारिक विवाद में सुलह
एसपी विकास कुमार शहवाल के निर्देशन व एएसपी अमृतलाल मीणा के मार्गदर्शन में प्रत्येक मंगलवार को एसडीओपी कार्यालय में परिवार परामर्श केंद्र की बैठक आयोजित की जाती है। जिसमें एसडीओपी अदिति भावसर सहित सभी काउंसलर परिवारिक विवादों को आपसी सहमित से सुलझाने का प्रयास करते है। इन प्रयासों के सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे है। विगत अप्रैल 2021 से अब तक केंद्र में परिवारिक विवाद के 56 प्रकरण रखे गए, जिसमे से 15 प्रकरणों में समझाइश के बाद आपसी सहमति से राजीनामा कराया गया। 15 प्रकरणों में पक्षकारों को कानूनी मदद लेने की सलाह दी गई। 14 प्रकरणों में पक्षकारों के अनुपस्थित रहने पर नस्तीबद्ध किया गया। 6 प्रकरणों में अपराध कायम कराया गया तथा 1 प्रकरण में विवाह विच्छेद हुआ। इसके अलावा 2 प्रकरण लंबित हैं।

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