शासकीय सेवा के साथ बखूबी निभा रहे सामाजिक जिम्मेदारी
रिपोर्टर : शुभम साहू, सिलवानी।
सिलवानी। कौन कहता है आसमान में सुराख नहीं हो सकता एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों….. इन पंक्तियों को चरितार्थ किया है सिलवानी नगर के युवा पटवारी विजय सोनी ने। यदि मन में कुछ करने का जुनून हो तो परिस्थितियां किसी को रोक नहीं सकतीं, इसका उदाहरण विजय सोनी ने पेश किया है।
जहां एक और कोरोना महामारी के दौर में लोगों को अपनी पारिवारिक जिम्मेदारी निभाना बहुत मुश्किल लग रहा था, कोरोना के भय के कारण लोग ना ही शासकीय ड्यूटी और ना ही सामाजिक जिम्मेदारी को पूर्ण निष्ठा से निभा पा रहे थे, वहीं दूसरी ओर सिलवानी नगर के युवा पटवारी विजय सोनी ने एक साथ शासकीय सेवक एवं समाज सेवक के रूप में अपने कर्तव्यों का बखूबी निर्वहन किया। कोरोना कॉल में शासकीय अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए सभी पटवारियों के सहयोग से अस्पताल में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन उपलब्ध कराई, गैस वेल्डिंग वालों से खाली ऑक्सीजन सिलेंडर मांग कर अस्पताल पहुंचाए । विजय सोनी पटवारी हल्का साईंखेड़ा में पदस्थ है जोकि बड़ी आबादी वाला ग्राम है वहाँ कोरोना वायरस का संक्रमण भी फैला हुआ था। पूरे लॉकडाउन के समय प्रतिदिन जाकर ग्राम में ड्यूटी करना, सर्वे करना, मरीजों को सहायता प्रदान करना, राजस्व संबंधी काम करना, वैक्सीन लगवाना और साईंखेड़ा में जब रेड जोन बनाया गया तब वहां पर कोरोना के संबंध में शासकीय नियमों का पालन सुनिश्चित कराना आदि विभिन्न काम पूरी सिद्दत से किए, और इसके साथ ही सिलवानी नगर की समाज सेवी संस्था सत्यार्थ फाउंडेशन के वॉलिंटियर के रूप में मरीजों को सेवा प्रदान करना , सामाजिक सेवा के कार्य करना, वैक्सीन सेंटर पर वैक्सिन के लिए जागरूक करना इत्यादि सभी काम शासकीय ड्यूटी के साथ साथ बखूबी निभाए। इस दौरान उनकी पत्नी एवं बेटी भी कोरोना पॉजिटिव हो गये, तब भी वह विचलित नहीं हुए बल्कि आइसोलेट रहते हुए सोशल मीडिया एवं फोन करके लोगों को वैक्सीन के लिए पहुंचाया। अपनी पारिवारिक, शासकीय एवं सामाजिक जिम्मेदारियों को पूरा किया। निश्चित ही विजय सोनी का कार्य अनुकरणीय एवं प्रेरणादायक है।