तेज हवा, आंधी ने मचाई जमकर तबाही, भारी बारिश से शहर में करीब 6 घण्टे रहा ब्लैक आउट,
कई बिजली पोल टेलीफोन खंबे हुए धराशाई, बिजली के तार टूटे
रिपोर्टर : शिवलाल यादव , रायसेन
रायसेन। बारिश ने रायसेन नगर समेत जिलेभर में जोरदार दस्तक देने से किसानों ने राहत की सांस ली है। वहीं अब अन्नदाता इत्मीनान से खरीफ सीजन की फ़सलों की बोवनी कर सकेंगे। गुरुवार की शाम 4 बजे से तेज हवा आंधी के बीच हुई बारिश ने जमकर तबाही मचाई। रातभर कभी तेज तो कहीं धीमी रिमझिम बारिश का दौर चलता रहा।रात 8 बजे से सुबह 4 बजे तक पुरानी बस्ती में बत्ती गुल रही। इस वजह से मच्छरों ने शहरवासियों की नींद हराम कर दी।ऐसे हालातों में लोग सुकून से नींदभर सो भी नहीं सके। रिमझिम बारिश के बीच लोगों ने मकानों की छ्तों पर टहलकर समय बिताया।
शहर में छाए ब्लैक आउट को लेकर जब व्यापारियों, उपभोक्ताओं ने बिजली गुल घण्टों रहने का कारण जानने मोबाइल फोन से संपर्क किया।तो बिजली कंपनी का अमला और जिम्मेदार अधिकारियों के मोबाइल फोन घनघनाते रहे लेकिन उन्होंने मोबाइल फोन को रिसीव करना मुनासिब नहीं समझा। जिससे उपभोक्ताओं में बिजली कंपनी के आला अफसरों के प्रति गुस्सा भड़कने लगा है। इसी तरह शुक्रवार की शाम लगभग साढ़े 6 और 7 बजे आसमान पर छाए काले मेघ मल्हारों ने उमड़ घुमड़ कर जमकर बारिश की। तेज हवा आंधी के बीच जिला मुख्यालय पर करीब 1 घण्टे बारिश की झड़ी लगाई। जिससे शहर में चारों तरफ पानी ही पानी जमा हो गया। सड़कों पर नाले नालियों की गंदगी कीचड़ जमा हो गई। जिससे राहगीरों आम लोगों को आवागमन में जमकर असुविधा हुई। विश्व पर्यटन स्थल शांति के टापू सांची में भी पिछले दो दिनों से मानसून जमकर मेहबान है। गुरुवार शुक्रवार की शाम सुबह तेज हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश ने रहवासियों के जनजीवन प्रभावित किया। सांची, कुआगाँव, मांची, ऐरन, गुलगांव काछी, कानखेड़ा, आमखेड़ा, मढ़ मड़वाई, उचेर सहित डेढ़ दर्जन गांवों की 133 केवीए के तार हवा से टूट कर धराशाई हो गए। वहीं बिजली पोल टेलीफोन खंबे गिर पड़े हैं। बिजली अमले ने बीती रात से ही रिपेयरिंग कार्य लाइनमैनों हेल्परों इंजीनियर टीम की मौजूदगी में शुरू किया गया है।