मंदिरों पर तहसीलदार द्वारा अनावश्यक हस्तक्षेप करने एवं तहसीलदार को तत्काल हटाने की मांग को लेकर नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा
अधिकारियों के बेरुखी व्यवहार से नाराज होकर तहसील कार्यालय में धरना शुरु किया
कलेक्टर की महंत नागा रामदास जी चर्चा के बाद धरना समाप्त, चार दिन में कार्यवाही का आश्वासन
सिलवानी। मंगलवार को हिन्दू उत्सव समिति ने सिलवानी तहसील के मंदिरों पर तहसीलदार द्वारा अनावश्यक हस्तक्षेप करने के विरोध में तहसीलदार को तत्काल हटाऐ जाने की मांग को लेकर कलेक्टर के नाम एसडीएम की अनुपस्थिति में नायब तहसीलदार लखनलाल सोनानियाको ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन सौंपने गए तो एसडीएम किसी प्रकरण में हाईकोर्ट जबलपुर गई हुई थी तो तहसीलदार स्वयं ज्ञापन लेने आ गए जिसका सभी ने विरोध किया। तब नायब तहसीलदार लखनलाल सोनानिया को ज्ञापन सौंपा। अधिकारियों द्वारा मन्दिर की भूमि को शासकीय भूमि किस आधार पर दर्शाकर नोटिस दिया गया है सन्तुष्टजनक जबाव नहीं मिलने से नाराज सन्त और हिन्दू समाज सीताराम का भजन करते हुए धरने पर बैठ गई। धरने की जानकारी मिलने पर कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने महंत नागा रामदास जी महाराज से मोबाइल पर बात कर चार दिन में जांच कर कार्यवाही करने के आश्वासन पर धरना समाप्त किया गया।
ज्ञापन में उल्लेख किया है कि सिलवानी तहसील के मंदिरों की जमीन (कृषि भूमि) पर तहसीलदार सिलवानी द्वारा मंदिरों के महन्त एवं पुजारियों पर अनावश्यक रूप से दबाव बनाकर मंदिरों की जमीनों को सरकारी बताकर स्वयं जमीनों को कोली बेचने की बात कर रहे है एवं मंदिरों पर जाकर जमीन के कौलीदारो से अभद्रता करते हुये भगवान के बारे में अपशब्दों का उपयोग करते है एवं काठिया मंदिर की जमीन के कौलीदार माधोसिंह यादव से यह बोला की आप मूंग की फसल नहीं काटेंगे अगर आपने फसल काटी तो आपके ऊपर 50000 रुपये का जुर्माना एवं कानूनी कार्यवाही करने फसल की थ्रेसिंग करने पर ट्रेक्टर थ्रेसर जप्त करने की धमकी दी है एवं श्रीराम मंदिर की जमीन के कोलीदार महेश नामदेव को भी नोटिस दिया व धमकी देते हुये कहा की यह सरकारी जमीन है इसे आप कैसे जोत रहे है इसे तत्काल छोड़े इस जमीन पर जो मूंग की फसल बोई है इसे हम काटेंगे।
तहसीलदार सिलवानी के इस अनावश्यक हस्तक्षेप, व्यवहार एवं हिन्दु समाज के आराध्य भगवान पर की गई अभद्र टिप्पणी को लेकर साधु संत एवं हिन्दु समाज में तहसीलदार सिलवानी के विरूद्ध भारी आक्रोश व्याप्त है एवं सिलवानी के साधु संत एवं हिन्दु समाज कलेक्टर से मांग करते है कि तहसीलदार सिलवानी को तत्काल सिलवानी से हटाया जाए। अन्यथा 5 जुलाई सोमवार से सिलवानी तहसील के साधु संत एवं समस्त हिन्दु समाज तहसील कार्यालय के सामने आनिशिचतकालीन धरने पर बैठेंगे जिसकी समस्त जबावदारी शासन प्रशासन की होगी।
ज्ञापन सौंपने के पूर्व हिन्दू समाज की एक बैठक श्री जानकी रमण साकेतधाम काठिया मन्दिर में हुई जिसमें बड़ी संख्या में नागिरक सम्मिलित हुए और तहसीलदार के प्रति आक्रोश व्यक्त किया। बैठक के बाद रैली के रूप में तहसीलदार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए तहसील कार्यालय पहुंचे।
इस अवसर पर महंत नागा रामदास जी महाराज, नगर खेडापति संजय शास्त्री, मुकेश राय, गिरजेश चौरसिया, राजेन्द्र सोनी, किशोरसिंह शेखावत, दिनेश चौरसिया, महेश नामदेव, गजेन्द्र गुप्ता, महेन्द्र यादव, तुलसीराम यादव, प्रदीप कुशवाहा, मन्नू राजपूत, अमर रजक, राहुल नामदेव, दीपक सोनी, रवि गुप्ता सहित बड़ी संख्या में सन्त और हिन्दू समाज उपस्थित थीं।
इनका कहना है…
तहसीलदार द्वारा कहा गया है कि कृषि भूमि मंदिर की नहीं है सरकार की और मेरी है। मैं जानना चाहता हूं कि सरकारी रिकार्ड में श्रीरामजानकी मंदिर के नाम से दर्ज है वह सरकारी कब हो गई। तहसीलदार बोलते है कि भगवान क्या होते है, भगवान क्या बोलते है। यह जमीन मेरी है इससे नाराज होकर हिन्दू समाज ने ज्ञापन दिया है। अगर 4 जुलाई तक तहसीलदार को नहीं हटाया गया तो 5 जुलाई को साधु संत और हिन्दू समाज तहसील कार्यालय में धरने पर बैठेगी। महंत नागा रामदास जी महराज, श्रीरामजानकी मंदिर सिलवानी।

