रोजगार सहायक ने किये लाखों के वारे-न्यारे सरपंच ने लगाये गंभीर आरोप, कलेक्टर से की जांच की मांग
आरोप देख अधिकारी भी रह गये सन्न
रिपोर्टर : सतीश चौरसिया, उमरिया पान।
उमरियापान। जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा की ग्राम पंचायत पोड़ी खुर्द में पदस्थ रोजगार सहायक उमेश सोनी के द्वारा नियमों को ताक पर रखकर लाखों रूपये का भुगतान फर्जी तरीके से कर दिया गया है। वहीं उपरोक्त मामले में जब सरपंच को जानकारी हुई और उनके द्वारा रोजगार सहायक से मेरी बिना जानकारी के भुगतान के संबंध में जानकारी ली तो वह भड़क गया और सरपंच अनिल पटेल से ही अभद्रता करने लगा।
उल्लेखनीय है कि ग्राम पंचायत पोड़ी खुर्द में पदस्थ रोजगार सहायक उमेश सोनी के कारनामों से पंचायतवासी भी बहुत प्रताडि़त है। पीडि़त ग्रामवासियों के साथ मंगलवार को सरपंच ने कलेक्टर जनसुनवाई में रोजगार सहायक उमेश सोनी के किये भ्रष्टाचार संबंधी शिकायत पत्र सौंपा गया है और रोजगार सहायक द्वारा अपने भाई एवं सगे संबंधियों को बिना काम के मनरेगा में भुगतान किया गया है उसकी भी शिकायत दस्तावेजों के साथ प्रस्तुत की गई है।
पोड़ी खुर्द सरपंच ने बताया कि रोजगार सहायक के द्वारा कई व्यक्तियों के जॉब कार्ड से फर्जी तरीके से किसी अन्य व्यक्तियों के फोटो लगाकर पैसा निकाल लिया जाता गया है और जिन लोगों ने मनरेगा के तहत कार्य किये है वे आज भी अपनी मजदूरी के लिये भटक रहे है। वहीं सरपंच ने बताया कि रोजगार सहायक के द्वारा ऐसे लोगों का भुगतान कर दिया गया है जिन लोगों ने कभी भी मनरेगा में काम ही नहीं किया लेकिन रोजगार सहायक ने उनका कार्य दर्शाकर नियम विरूद्ध तरीके से भुगतान किया गया है जो अपने आप में एक बड़ा अपराध है। सरपंच ने बताया कि रोजगार सहायक की करतूते यहीं तक सीमित नहीं है इसके द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना में भी बड़े पैमाने में भ्रष्टाचार किया जा रहा है और गांव के जीवन कोल का प्रधानमंत्री आवास योजना में मकान स्वीकृत हुआ था जिसमें कुछ निर्माण कार्य हुआ लेकिन उसकी सी.सी. जारी कर जीवन कोल के मकान का कार्य पूर्ण बताकर रोजगार सहायक के द्वारा पूरा पैसा निकाल लिया गया।
सरपंच ने बताया कि रोजगार सहायक 12 महिने में मात्र 12 दिन ही पंचायत में आता है जिसके कारण गांव की जनता को रोजगार सहायक से जुड़े कामों के लिये परेशान होना पड़ता है। वहीं पंचायत के द्वारा खेल मैदान में नाली खुदाई का कार्य किया गया जिसका भुगतान सरपंच ने अपने पास से किया चूंंकि उस समय तकनीकी कारणों से भुगतान नहीं हो रहा था और मजदूरों को मजदूरी देनी थी, मजबूरी में सरपंच ने अपने पास से भुगतान जिसका क्योंकि रोजगार सहायक द्वारा उन लोगों के ऑनलाईन फीडिंग नहीें की गई और बाद में योजनाबद्ध तरीके से रोजगार सहायक के द्वारा इन लोगों के खाते में पैसा डालकर राशि का भुगतान किस्तों में क्योस्क बैंक के माध्यम से करवा लिया गया। वहीं उक्त निर्माण कार्य का पैसा जो सरपंच ने अपने पास से दिया था उसका भुगतान उनके न मिलने के कारण आज भी नाली का कार्य अधूरा पड़ा हुआ है जिससे हमेशा दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है। वहीं रोजगार सहायक उमेश सोनी के कारनामों से परेशान पोड़ी खुर्द सरपंच अनिल पटेल ने बताया कि यदि मेरी संबंधित शिकायत पर त्वरित और कड़ी कार्यवाही नहीं होती है तो इस संबंध में आगे की रूपरेखा तैयार की जायेगी।