सहायक सचिव की मनमानी, शासकीय योजनाओं में पक्षपात, चल रहा फर्जी हाजिरी का खेल
रिपोर्टर : सतीश चौरसिया उमरिया पान।
उमरिया पान। जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा की ग्राम पंचायत पचपेड़ी में वर्तमान समय में मनरेगा योजना के तहत विभिन्न काम करवाये जा रहे हैं और इसी योजना के तहत ग्राम में मेडबंधान के भी काम करवाएं जा रहे हैं। लेकिन यह काम उन्हें लोगों के हो रहे हैं जो रिश्वत दे रहे है या रोजगार सहायक कमलेश झारिया के अपने लोग हैं । यह आरोप ग्राम के ही भारत झारिया के द्वारा लगाए गए। उल्लेखनीय है कि कोरोना कॉल में शासन द्वारा मनरेगा के काम करवाएं जा रहे है जिससे गरीबो को ग्राम में कार्य मिल सके और मजदूरों का पलायन नही हो। इसी क्रम में पचपेड़ी ग्राम पंचायत में अनेक काम चल रहे हैं। लेकिन शासन की हर योजना मैं पंचायत द्वारा पक्षपात पूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है । जो ठीक नहीं है पचपेड़ी निवासी भारत झारिया द्वारा बताया गया कि मेरे द्वारा मेड बंधान कार्य के लिए रोजगार सहायक कमलेश झारिया को 25 मई को संपूर्ण दस्तावेज दिए गए थे इसके बाद भी मेडबंधान का काम नहीं करवाया जा रहा है । जबकि रोजगार सहायक द्वारा अपने खेत में मेडबंधान का काम करवाया जा रहा है । वही जानकारी यह भी लगी है कि गांव में ऐसे कई लोग है जिनके पिछले वर्ष मेडबंधान के काम हुए थे इसके बाद भी दोबारा पुनः उनके मेडबंधान के काम किए जा रहे हैं । जबकि कई ऐसे लोग हैं जिन्हें मेडबंधान की जरूरत है इसके बाद भी उन लोगों को गुमराह कर दिया जाता है । और उन लोगों के काम नहीं कराये जा रहे है।
मजदूरी में रिश्वत का खेल-
ग्राम पंचायत के एक पंच द्वारा बताया गया कि वर्तमान में ग्राम पंचायत चल रहे मनरेगा के कामों में व्यापक पैमाने स्तर पर्ट भ्रष्टाचार किया जा रहा है। बहुत से लोग ऐसे हैं जो काम पर नहीं जा रहे लेकिन उनकी बराबर हाजिरी भरी जा रही है। और भुगतान भी हो रहे हैं । पंच द्वारा बताया गया कि रोजगार सहायक कमलेश झारिया के द्वारा मेडबंधान के काम में भी पक्षपात किया जा रहा है । और जो वास्तव मैं पात्र लोग हैं उनको शासन की योजना का लाभ नहीं दिया जा रहा है । वही उनके द्वारा यह भी आरोप लगाए गए हैं कि बहुत से मजदूर है जो एक टाइम काम पर जा रहे हैं लेकिन मजदूरी दोनों टाइम की मिल रही है।