मध्य प्रदेश

लाड़लियों को शिक्षा और रोजगार से जोड़ने, उन्हें सशक्त, समर्थ, सक्षम बनाने काम कर रही है सरकार : स्वास्थ्य मंत्री

बेटी पढ़ेगी तो परिवार पढ़ेगा, सबल और शसक्त आगे बढ़ेगा- प्रभारी मंत्री -डॉ भदौरिया
बेटी अपने साथ खुशहाली लेकर आती हैं- स्वास्थ्य मंत्री

रिपोर्टर : शिवलाल यादव
रायसेन ।
रविवार की शाम रायसेन के चिड़िया टोल वन परिसर में जिला स्तरीय लाड़ली लक्ष्मी योजना फेस 2 का शुभारंभ कार्यक्रम आयोजित
रायसेन।प्रदेश के सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री डॉ अरविन्द सिंह भदौरिया और लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी द्वारा रायसेन वन परिसर में आयोजित जिला स्तरीय लाड़ली लक्ष्मी योजना 2 के शुभारंभ कार्यक्रम का कन्या पूजन एवं दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया गया। उन्होंन कार्यक्रम में उपस्थित लाड़लियों पर पुष्प वर्षा कर उनका शानदार अभिनंदन कर कन्याओं लाड़लियों को तिलक भी लगाया। कार्यक्रम लाल परेड ग्राउंड भोपाल में आयोजित प्रदेश स्तरीय लाड़ली लक्ष्मी योजना 2.0 के शुभारंभ कार्यक्रम का भी लाईव प्रसारण देखा गया। जिसमें सीएम शिवराज सिंह उनकी धर्मपत्नी साधना सिंह चौहान, एपीएस महिला एवं बल विकास भोपाल अशोक कुमार शाह विशेष रूप से शामिल हुए।
इस अवसर पर जिले के प्रभारी मंत्री डॉ भदौरिया ने कहा कि मध्यप्रदेश में बेटी के जन्म को अब बोझ और अभिशाप के रूप में नहीं लिया जाता।बल्कि बेटी के जन्म की खुशियाँ मनाई जाती है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की बेटियों के प्रति शुरू से संवेदनशील सोच रही है। इसी सोच के साथ उन्होंने प्रदेश में जन्म लेने वाली बालिकाओं के प्रति जनता में सकारात्मक सोच, लिंग अनुपात में सुधार, बालिकाओं की शैक्षणिक एवं स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार कर उनके अच्छे भविष्य की आधारशिला को रखने के लिये ही एक अप्रैल 2007 को लाड़ली लक्ष्मी योजना लागू को लागू किया।
प्रभारी मंत्री डॉ भदौरिया ने उपस्थित लोगों से बेटियों को खूब पढ़ाने की अपील करते हुए कहा कि बेटी पढ़ेगी तो परिवार भी पढ़ेगा और आगे बढ़ेगा। बेटियां आज किसी भी क्षेत्र में बेटों से वह पीछे नहीं हैं। कई क्षेत्रों में तो बेटियां, बेटों से बेहतर काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान के नेतृत्व में प्रदेश में बालिका के जन्म से लेकर विवाह तक के लिए कई जन कल्याण कारी योजनाएं संचालित की जा रही हैं। आज प्रदेश में 42 लाख से अधिक बालिकाएँ लाड़ली लक्ष्मी योजना में शामिल हैं। अनेक राज्यों ने मध्यप्रदेश की इस योजना की ना सिर्फ सराहना की है, बल्कि अपने राज्य में लागू भी किया है।
कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी ने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना की शुभारंभ रायसेन जिले में से ही हुआ था और प्रदेश की पहली लाड़ली भी रायसेन जिले के गौहरगंज से ही है। यह हमारे गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि अब बेटियाँ बोझ नहीं वरदान हैं। बेटियों के प्रति समाज की विचारधारा में परिवर्तन लाने के लिए प्रदेश में लाड़ली लक्ष्मी योजना-2 के शुभारंभ पर लाड़ली लक्ष्मी उत्सव मनाया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ चौधरी ने कहा कि लाड़ली लक्ष्मियों को शिक्षा और रोजगार से जोड़ने, उन्हें सशक्त, समर्थ, सक्षम और आत्म-निर्भर बनाने के लिए लगातार काम किए जा रहे हैं। बेटियों को उच्च शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा, रोजगार और स्व-रोजगार से जोड़ने की पहल भी प्रदेश सरकार कर रही है।
12वीं की परीक्षा में शामिल होने और 18 वर्ष की आयु तक विवाह पंजीकृत बालिकाओं को 12वीं कक्षा तक पढ़ाई पूरी करने पर आगे की शिक्षा अथवा व्यवसायिक प्रशिक्षण के लिए प्रोत्साहन स्वरूप
कार्यक्रम में कलेक्टर अरविन्द कुमार दुबे ने जिले में लाड़ली लक्ष्मी योजना के क्रियान्वयन के संबंध में जानकारी देते हुए बताया लाडली लक्ष्मी योजना अंतर्गत निरंतर बालिकाओं को लाभान्वित किया जा रहा है।
लाड़लियों को प्रदान किए गए ड्रायविंग लायसेंस
रायसेन वन परिसर में आयोजित कार्यक्रम में सहकारिता, लोक सेवा प्रबंधन मंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री डॉ भदौरिया तथा स्वास्थ्य मंत्री डॉ चौधरी आरटीओ जगदीश सिंह भील द्वारा लाड़ली कु. मानसी रजक और कु. आयुषी सोनी को ड्रायविंग लायसेंस प्रदान किए गए।
बाघा बार्डर पंजाब का भ्रमण करने वाली लाड़लियों को किया सम्मानित…
भ्रमण करने वाली जिले की इस अवसर पर एसपी विकाश कुमार शहवाल, जिला पंचायत सीईओ पीसी शर्मा, महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकाीर दीपक संकत सहित अन्य अधिकारी, जनप्रतिनिधि, लाड़लियां तथा आमजन उपस्थित थे।

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