मध्य प्रदेश

सचिव ने तालाब निर्माण के नाम पर ₹25000 की रिश्वत लेने का ऑडियो हो रहा है सोशल मीडिया पर वायरल, कार्यवाही की मांग को लेकर ज्ञापन सौपा

मुख्यमंत्री, कमिश्नर के नाम ग्रामीणों ने एसडीएम कार्यालय पहुंचकर को सौंपा ज्ञापन
ग्राम पंचायत चंदन पिपरिया में मनरेगा योजना अंतर्गत कराए जा रहे हैं जेसीबी मशीनों से 10 तालाबों के निर्माण हितग्राहियों से तालाब निर्माण के नाम पर वसूली जा रही है राशि
सचिव सरपंच और रोजगार सहायक पर लगे रिश्वत लेने के आरोप शपथ पत्र देकर किसानो ने की एसडीएम कार्यलय मे शिकायत
सिलवानी।
भारत सरकार द्वारा बड़ी जोर शोर से मजदूरों के रोजगार की गारंटी के उद्देश्य से शुरू की गई महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना मजदूरों के रोजगार की गारंटी बनी हो या ना हो परंतु जिले के अधिकारी से लेकर सिलवानी जनपद पंचायत के उपयंत्री रोजगार सहायक और सरपंचों के लिए अतिरिक्त आमदनी की गारंटी जरूर बन चुकी हैं। मनरेगा योजना उपयंत्री और ग्राम पंचायतों के रोजगार सहायक सचिवों की मिलीभगत से भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती नजर आ रही है। हालांकि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह के द्वारा सभी कलेक्टरों को पूर्व मे निर्देश जारी कर दिये हैं की मनरेगा योजना मे अगर मजदूरों की जगह मशीनों से काम कराया जाता है तो संबंधित कर्मचारी अधिकारी और मशीन मालिक के खिलाफ भी पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज की जाऐगी इसके बाबजूद भी कई ग्राम पंचायतों मे रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत तालाब निर्माण का कार्य रोजगार सहायक, सचिव, सरपंच और उपयंत्री की मिलीभगत से जेसीबी मशीनों से कराया जा रहा है।लेकिन कार्यवाही के नाम पर जिले व प्रदेश के अधिकारी मनरेगा के अधिकारी उपयंत्रीयों और जनपद के अधिकारी कर्मचारियों को खुला संरक्षण देने में लगे हुए हैं। जिसका खामियाजा गरीब किसानों मजदूरों को भुगतना पड़ रहा है।
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत चंदनपिपरिया के किसानों और ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री और कमिश्नर के नाम एसडीएम कार्यालय पहुंचकर एसडीएम कार्यालय के रीडर राजेंद्र भार्गव को तीन मांग पत्र सौंपे। जिसमे ग्रामीणों और किसानों द्वारा प्रशासन से मांग की गई है कि ग्राम पंचायत चंदनपिपरिया के सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक और उपयंत्री की मिली भगत से रोजगार गारंटी योजना के तहत 10 तालाबों का निर्माण कार्य जेसीबी मशीनों से कराया जाकर मजदूरों के नाम से फर्जी मास्टर भरकर राशि का आहरण किया जा रहा है । वही रोजगार सहायक, सचिव, सरपंच द्वारा हितग्राहियों से तालाब निर्माण के नाम पर अधिकारियों के नाम से अवैध वसूली की जा रही है। जानकारी के अनुसार सचिव मदन धाकड़ द्वारा किसान कृष्णकुमार धाकड़ से मनरेगा योजना अंतर्गत खेत तालाब योजना मे तालाब स्वीकृति और निर्माण के नाम पर ₹25000 की सचिव मदन धाकड़ द्वारा रिश्वत ली गई है । सचिव द्वारा ली गई हितग्राही से रिश्वत का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है वही हितग्राही द्वारा सचिव को राशि देने के बाद भी तालाब का निर्माण नही हुआ, इतना ही नहीं सचिव द्वारा हितग्राही से फिर से ₹25000 की मांग की गई सचिव ने किसान से कहा कि हमको रुपये ऊपर देना होता है तब तुम्हारे तालाब का निर्माण कराया जायेगा। पंचायत की कहानी यही खत्म नहीं होती है वही रोजगार सहायक द्वारा भी किसान गिरजेश श्रीवास्तव के खेत मे बने तालाब निर्माण कराने के लिए किसान के भाई नितिन श्रीवास्तव से तालाव निर्माण कराने के नाम से ₹18,500 की रिश्वत ली गई है साथी योजना के अंतर्गत प्राप्त होने वाली अनुदान राशि को निकलवाने के लिए सचिव मदन धाकड़ द्वारा किसान से ₹5000 की राशि टीएस कराने के लिए मांग की जा रही है । जब तक आप मुझे राशि नहीं देंगे जब तक तालाब की शेष राशि स्वीकृत नहीं होगी । वही किसानों द्वारा अनुविभागीय अधिकारी को की गई शिकायत में सचिव, सरपंच, रोजगार सहायक सहित कर्मचारी अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग की है। शिकायत करने वालों में कृष्ण कुमार धाकड़ नितिन श्रीवास्तव मानसिंह गौर आदि है।
मामला 01 नितिन श्रीवास्तव हितग्राही का भाई का कहना है कि मेरे भाई के खेत में ग्राम पंचायत चंदन पिपरिया मे मनरेगा योजना अंतर्गत सचिव सरपंच और रोजगार सहायक द्वारा करीब 10 तालाब ग्राम पंचायत चंदन पिपरिया में जेसीबी मशीन से मनरेगा योजना मे जेसीबी मशीन से तलाब खोदे गये है गया है। मेरे भैया के खेत में खोले गए तालाब के ₹2 लाख रुपये अभी निकले हैं शेष और राशि निकलवाने के लिए पंचायत के सचिव सरपंच और रोजगार सहायक 50000 की मांग कर रहे हैं। मेरे द्वारा 18 हजार 500 रुपये दिये जा चुके हैं । रोजगार सहायक अब आया मुझसे और राशि मांग रहे हैं । तभी पूरा भुगतान तालाब के होने की बात कह रहे हैं।
मामला 02 हितग्राही कृष्ण कुमार धाकड़ का कहना है कि ग्राम पंचायत चंदन पिपरिया का छोटा किसान हूं चंदन पिपरिया पंचायत के सचिव मदन धाकड़ द्वारा मुझसे तालाब के स्वीकृति और तालाब खुदवाने के लिए ₹ 25000 रुपये लिए गये हैं सचिव का कहना है कि हम तालाब का निर्माण जेसीबी मशीन से खुदबायेगे आप हमे ₹ 25000 हजार की राशि और दो अधिकारियों को देना पड़ता है। मेरे पास इसकी ऑडियो रिकॉर्डिंग भी है और मेरे द्वारा शपथ पत्र के साथ सिलवानी तहसील में शिकायत की है।
मामला 03 हितग्राही मानसिंह और किसान करीब 1 साल से पंचायत में लाखों रुपए का घोटाला है मनरेगा योजना अंतर्गत सड़क और कूप निर्माण, तथा तालाबों में जेसीबी मशीन से पंचायत द्वारा निर्माण कार्य कराया जा रहा है। पिछले वर्ष भी हम सभी ग्रामवासियों द्वारा कलेक्टर, मंत्री, विधायक सबको आवेदन दिए थे। लेकिन आज दिनांक तक हम सभी ग्रामवासियों की कोई सुनवाई नहीं हुई।
इस पूरे मामले को लेकर जनपद पंचायत की सीईओ रश्मि चौहान का कहना है कि ग्राम पंचायत चंदन पिपरिया की शिकायत प्राप्त हुई है। जांच टीम गठित कर 4 दिन में जांच कर कार्यवाही की जाएगी ।

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