शासकीय उचित मूल्य दुकान टोला में जमकर भ्रष्टाचार सेल्समैन है पिता पर दुकान चलाता है बेटा
रिपोर्टर : सतीश चौरसिया, उमरिया पान
उमरियापान। शासकीय उचित मूल्य दुकान देवरी मंगेला के अंतर्गत ग्राम टोला में स्थित शासकीय उचित मूल्य दुकान में भारी भ्रष्टाचार की शिकायत ग्रामवासियों द्वारा की जा रही है। शासन के आदेश है पूरे माह राशन दुकान खोलने के आदेश हैं लेकिन यहां के विक्रेता द्वारा 1 दिन ग्राम टोला के हितग्राहियों को राशन वितरण किया जाता है। और एक दिन ग्राम इटमा के हितग्राहियों को राशन वितरण कर सेल्समैन द्वारा इतिश्री कर ली जाती है। शासकीय उचित मूल्य की दुकान में दो ग्राम टोला एवं इटमा आते है। लेकिन यहां राशन विक्रेता द्वारा अनाज वितरण के पूर्व एक दिन ग्राम टोला में और दूसरे दिन ग्राम इटमा मैं हितग्राहियों के फिंगर लगवा लिए जाते हैं। जबकि नियमानुसार जब हितग्राही दुकान में अनाज लेने आता है तब उससे मशीन ने फिंगर लेने का प्रावधान है लेकिन भ्रष्टाचार में लिप्त राशन विक्रेता ऐसा नहीं करता। ग्रामीणों के अनुसार साल भर में दो तीन माह के खदधान का वितरण नहीं किया जाता और जब ग्रामवासी पूछते हैं कि इस माह की खाद्यान्न का वितरण क्यों नहीं किया गया तो सेल्समैन द्वारा अक्सर कहां जाता है कि फला माह का राशन ऊपर से नहीं आया। गौरतलब है की शासकीय उचित मूल्य की दुकान के सेल्समैन सोहन पांडे है। लेकिन इनके स्वास्थ्य खराब होने के कारण करीब 1 वर्ष से उचित मूल्य दुकान टोला में इनके पुत्र द्वारा राशन का वितरण किया जाता है। इस बात से अंदाजा लगाया जा रहा है कि जब सेल्समैन को सरकार की तरफ से 7 से ₹ 8000 प्रतिमाह दिया जाता है तो जब सेल्समैन की तबियत 1 साल से ज्यादा खराब है तो वह अपनी दुकान क्यों नहीं छोड़ रहे और अपने पुत्र के माध्यम से राशन वितरण क्यों किया जा रहा है ? इसी बात से अंदाजा लगाया जा रहा है कि सेल्समैन के द्वारा राशन वितरण में कितनी धांधली कर रहे हैं। जब शासन द्वारा 7 से 8000 रुपए पाने वाला सेल्समैन अपनी दुकान छोड़ने को तैयार नहीं है।