
आचार्य श्री गोपी राम (ज्योतिषाचार्य) जिला हिसार हरियाणा मो. 9812224501
✦••• जय श्री हरि •••✦
🧾 आज का पंचाग 🧾
गुरुवार 31 जुलाई 2025
31 जुलाई 2025 दिन गुरुवार को श्रावण मास के शुक्ल पक्ष कि सप्तमी तिथि है। कलिपावनावतार, भक्तमाल के सुमेरु, मानस रचयिता श्री गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज की प्राकट्योत्सव तिथि की सभी सनातनियों को हार्दिक बधाई। आज श्रीरामचरितमानस के रचयिता हिंदी साहित्य के परम चमकते सितारे गोस्वामी श्री तुलसीदास जी की जयन्ती पर शत-शत नमन। पन्द्रह सौ चौवन विसे, कालिन्दी के तीर। श्रावण शुक्ल सप्तमी, तुलसी धरयो शरीर।। राम नाम सादर जपत, कविवर तुलसीदास।। आज मेरे मत में गोस्वामी जी की गाथा कई जन्म लेकर गाना चाहें तो भी संभव नहीं है। आज जैन लोगों के मान्य पार्श्वनाथ जी का निर्माण दिवस भी है। आज की सप्तमी को जैन लोंग मुकुट सप्तमी के रुप में मनाते हैं। आप सभी सनातनियों को “भक्ति के सर्वोच्च शिखर पर प्रतिष्ठित गोस्वामी श्री तुलसीदास जी के जन्म जयन्ती” की हार्दिक शुभकामनाएं।।
मंगल श्री विष्णु मंत्र :-
मङ्गलम् भगवान विष्णुः, मङ्गलम् गरुणध्वजः।
मङ्गलम् पुण्डरी काक्षः, मङ्गलाय तनो हरिः॥
☄️ दिन (वार) – गुरुवार के दिन तेल का मर्दन करने से धनहानि होती है । (मुहूर्तगणपति)
गुरुवार के दिन धोबी को वस्त्र धुलने या प्रेस करने नहीं देना चाहिए।
गुरुवार को ना तो सर धोना चाहिए, ना शरीर में साबुन लगा कर नहाना चाहिए और ना ही कपडे धोने चाहिए ऐसा करने से घर से लक्ष्मी रुष्ट होकर चली जाती है ।
गुरुवार को पीतल के बर्तन में चने की दाल, हल्दी, गुड़ डालकर केले के पेड़ पर चढ़ाकर दीपक अथवा धूप जलाएं ।
इससे बृहस्पति देव प्रसन्न होते है, दाम्पत्य जीवन सुखमय होता है ।
🔮 शुभ हिन्दू नववर्ष 2025 विक्रम संवत : 2082 कालयक्त विक्रम : 1947 नल
🌐 कालयुक्त संवत्सर विक्रम संवत 2082,
👸🏻 शिवराज शक 352
✡️ शक संवत 1947 (विश्वावसु संवत्सर), चैत्र
☮️ गुजराती सम्वत : 2081 नल
☸️ काली सम्वत् 5126
🕉️ संवत्सर (उत्तर) क्रोधी
☣️ आयन – दक्षिणायन
☂️ ऋतु – सौर वर्षा ऋतु
⛈️ मास – श्रावण मास
🌓 पक्ष – शुक्ल पक्ष
📆 तिथि – गुरुवार श्रावण माह के शुक्ल पक्ष सप्तमी तिथि 04:58 AM तक उपरांत अष्टमी
✏️ तिथि स्वामी – सप्तमी के देवता हैं चित्रभानु। सप्तमी तिथि को चित्रभानु नाम वाले भगवान सूर्यनारायण का पूजन करने से सभी प्रकार से रक्षा होती है। यह मित्रवत, मित्रा तिथि हैं।
💫 नक्षत्र – नक्षत्र चित्रा 12:41 AM तक उपरांत स्वाति
🪐 नक्षत्र स्वामी – चित्रा नक्षत्र का स्वामी मंगल ग्रह है। इसके अधिष्ठाता देव विश्वकर्मा हैं.जो दिव्य शिल्पकार और वास्तुकार माने जाते हैं।
🔱 योग – साध्य योग 04:31 AM तक, उसके बाद शुभ योग
⚡ प्रथम करण : गर – 03:47 पी एम तक
✨ द्वितीय करण : वणिज – 04:58 ए एम, अगस्त 01 तक विष्टि
🔥 गुलिक कालः- गुरुवार का (शुभ गुलिक) 09:45:00 से 11:10:00 तक
⚜️ दिशाशूल – बृहस्पतिवार को दक्षिण दिशा एवं अग्निकोण का दिकशूल होता है । यात्रा, कार्यों में सफलता के लिए घर से सरसो के दाने या जीरा खाकर जाएँ ।
🤖 राहुकाल – दिन – 2:00 से 3:25 तक राहु काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए |
🌞 सूर्योदयः- प्रातः 05:23:00
🌅 सूर्यास्तः- सायं 06:37:00
👸🏻 ब्रह्म मुहूर्त : 04:18 ए एम से 05:00 ए एम
🌇 प्रातः सन्ध्या : 04:39 ए एम से 05:42 ए एम
🌟 अभिजित मुहूर्त : 12:00 पी एम से 12:54 पी एम
✡️ विजय मुहूर्त : 02:42 पी एम से 03:37 पी एम
🐃 गोधूलि मुहूर्त : 07:13 पी एम से 07:34 पी एम
🌌 सायाह्न सन्ध्या : 07:13 पी एम से 08:16 पी एम
💧 अमृत काल : 05:32 पी एम से 07:20 पी एम
🗣️ निशिता मुहूर्त : 12:07 ए एम, अगस्त 01 से 12:49 ए एम, अगस्त 01
🚓 यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
👉🏼 आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
💁🏻♀️ आज का उपाय-विष्णु मंदिर में पीली ध्वजा लगाएं।
🌳 वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
⚛️ पर्व एवं त्यौहार – भद्रा/ शीतला सप्तमी/ रामचरितमानस के रचयिता महान कवि और संत गोस्वामी तुलसीदास जयन्ती/ अभिनेत्री मुमताज माधवानी जन्म दिवस, विश्व रेंजर दिवस, मुंशी प्रेमचंद जयन्ती, राष्ट्रीय एवोकाडो दिवस, राष्ट्रीय चिली डॉग दिवस, राष्ट्रीय मट दिवस, राष्ट्रीय इंटर्न दिवस, गुजरात के मुख्यमंत्री अमरसिंह चौधरी जन्म दिवस, राजस्थान के मुख्यमंत्री मोहन लाल सुखाड़िया जन्म दिवस, प्रसिद्ध हिन्दी कहानीकार और उपन्यासकार प्रेमचंद (मृत्यु- 1936), भारतीय पार्श्वगायक मुहम्मद रफ़ी स्मृति दिवस, स्वतंत्रता सेनानी आशुतोष दास स्मृति दिवस, भारतीय स्वतंत्रता सेनानी कामरेड उधम सिंह स्मृति दिवस
✍🏼 तिथि विशेष – सप्तमी तिथि को आँवला त्याज्य बताया गया है। सप्तमी तिथि मित्रप्रद तिथि मानी जाती है। इतना ही नहीं यह सप्तमी तिथि एक शुभ तिथि भी मानी जाती है। इस सप्तमी तिथि के स्वामी भगवान सूर्य देवता हैं। यह सप्तमी तिथि भद्रा नाम से विख्यात मानी जाती है। यह सप्तमी तिथि कृष्ण पक्ष में मध्यम फलदायीनी मानी जाती है। इस सप्तमी तिथि को सुबह सर्वप्रथम स्नान करके भगवान सूर्य को सूर्यार्घ देकर उनका पूजन करना चाहिये। उसके बाद आदित्यह्रदयस्तोत्रम् का पाठ करना चाहिये। इससे जीवन में सुख, समृद्धि, हर्ष, उल्लास एवं पारिवारिक सुखों कि सतत वृद्धि होती है। सप्तमी तिथि में भगवान सूर्य की पुजा करने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
🏘️ Vastu tips 🏚️
घर में कूड़ा-करकट जमा करना आपका घर जितना अव्यवस्थित और कूड़ा-करकट से भरा होगा उतना ही राहु के प्रतिकूल प्रभावों का सामना आपको करना पड़ सकता है। इसलिए गलती से भी आपको कभी घर में कूड़ा-करकट जमा करके नहीं रखना चाहिए। खासकर पूजा-स्थल, किचन और सोने के कमरे में गंदगी जमा करने से आपको बचना चाहिए।
घर के अंदर कांटेदार पौधे आपके घर के अंदर कभी भी कांटेदार पौधे नहीं रखने चाहिए। इसके कारण भी राहु का प्रभाव बढ़ने लगता है। ऐसा करने से घर के लोगों पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और करियर के क्षेत्र में भी आपको परेशानियां आ सकती हैं। कांटेदार पौधे अगर रखने ही हैं तो आपको घर से बाहर किसी खुली जगह पर इन्हें रख सकते हैं, लेकिन घर के अंदर इन्हें कभी भी नहीं रखना चाहिए।
❇️ जीवनोपयोगी कुंजियां ⚜️
दिमाग को स्वस्थ व तेज बनाए रखने के लिए रोजाना सुबह के समय आंवले का मुरब्बा खाना चाहिए।
लगातार दो महीने गाजर का हलवा खाने से दिमाग तेज हो जाता है।
सात बादाम खाकर ऊपर से आधा किलो गाय के दूध में 150 ग्राम गाजर का रस मिलाकर पीने से दिमाग तेज व स्वस्थ हो जाता है।
10 बादाम रात को पानी में भिगो दें। सुबह छिल्का उतार कर 12 ग्राम मक्खन और मिश्री मिलाकर एक दो महीने खाने से दिमाग स्वस्थ व तेज हो जाता है।
सौंफ को हल्की-हल्की कूटकर ऊपर के छिलके उतार कर छान लें। इसमें समान मात्रा में मिश्री मिलाकर पीस लें। एक चम्मच सुबह-शाम गर्म दूध के साथ लें। इसके सेवन से दिमाग तेज हो जाता है।
30 ग्राम मक्खन में 8 काली मिर्च और शक्कर मिलाकर कुछ महीने लगातार सेवन करने से दिमाग की शक्ति बढ़ती है।
🥤 आरोग्य संजीवनी 🍶
पेट की बीमारी, गैस का घरेलू उपचार
हरड़ मुरब्बा मल की गलाता है।
गुलकन्द गैस बनने से रोकता है।
काल रूपी मेघ यानी गैस वायु को कालमेघ बाहर निकलने में मदद करता है।
मुनक्का मल को बांधता है।
पेट में गैस बनने पर अजवाइन का इस्तेमाल बेहद फायदेमंद है।
जीरा के पानी का सेवन करें:।जीरा का पानी पीने से गैस की समस्या का उपचार किया जा सकता है।
हींग, अदरक, त्रिफला आदि भी गैस विकार नधक द्रव्य हैं।
उपरोक्त सभी घटकों से निर्मित Keyliv Strong Syrup ओर कैप्सूल का तीन माह तक सेवन कर लिवर को मजबूत बना सकते हैं।
मेटाबॉलिज्म करेक्ट कर पाचन तंत्र को सुधारता है। कब्ज मिटाता है। भूख नियमित करता है और वायु विकार को जड़ से साफ कर देता है।
📖 गुरु भक्ति योग 🕯️
चंद्रमा की सुंदरता पर राजा दक्ष की सत्ताइस पुत्रियां मोहित हो गईं. वे सभी चंद्रमा से विवाह करना चाहती थीं. दक्ष ने समझाया सगी बहनों का एक ही पति होने से दांपत्य जीवन में बाधा आएगी लेकिन चंद्रमा के प्रेम में पागल दक्ष पुत्रियां जिद पर अड़ी रहीं.
अश्विनी सबसे बड़ी थी. उसने कहा कि पिताजी हम आपस में मेलजोल से मित्रवत रहेंगे. आपको शिकायत नहीं मिलेगी. दक्ष ने सत्ताईस कन्याओं का विवाह चंद्रमा से कर दिया.
विवाह से चंद्रमा और उनकी पत्नियां दोनों बहुत प्रसन्न थे लेकिन ये खुशी ज्यादा दिनों तक नहीं रही. जल्द ही चंद्रमा सत्ताइस बहनों में से एक रोहिणी पर ज्यादा मोहित हो गए और अन्य पत्नियों की उपेक्षा करने लगे.
यह बात दक्ष को पता चली और उन्होंने चंद्रमा को समझाया. कुछ दिनों तक तो चंद्रमा ठीक रहे लेकिन जल्द ही वापस रोहिणी पर उनकी आसक्ति पहले से भी ज्यादा तेज हो गई.
अन्य पुत्रियों के विलाप से दुखी दक्ष ने फिर चंद्रमा से बात की लेकिन उन्होंने इसे अपना निजी मामला बताकर दक्ष का अपमान कर दिया.
दक्ष प्रजापति थे. कोई देवता भी उनका अनादर नहीं करता था. क्रोधित होकर उन्होंने चंद्रमा को शाप दिया कि तुम क्षय रोग के मरीज हो जाओ.
दक्ष के शाप से चंद्रमा क्षय रोग से ग्रस्त होकर धूमिल हो गए. उनकी चमक समाप्त हो गई. पृथ्वी की गति बिगड़ने लगी. परेशान ऋषि-मुनि और देवता भगवान ब्रह्मा की शरण में गए._के
ब्रह्मा, दक्ष के पिता थे लेकिन दक्ष के शाप को समाप्त कर पाना उनके वश में नहीं था. उन्होंने देवताओं को शिवजी की शरण में जाने का सुझाव दिया.
ब्रह्मा ने कहा- चंद्रदेव भगवान शिव को तप से प्रसन्न करें. दक्ष पर उनके अलावा किसी का वश नहीं चल सकता. ब्रह्मा की सलाह पर चंद्रमा ने शिवलिंग बनाकर घोर तप आरंभ किया.
महादेव प्रसन्न हुए और चंद्रमा से वरदान मांगने को कहा. चंद्रमा ने शिवजी से अपने सभी पापों के लिए क्षमा मांगते हुए क्षय रोग से मुक्ति का वरदान मांगा.
भगवान शिव ने कहा कि तुम्हें जिसने शाप दिया है वह कोई साधारण व्यक्ति नहीं है. उसके शाप को समाप्त करना संभव नहीं फिर भी मैं तुम्हारे लिए कुछ न कुछ करूंगा जरूर.
शिवजी बोले- एक माह में जो दो पक्ष होते हैं, उसमें से एक पक्ष में तुम मेरे वरदान से निखरते जाओगे, लेकिन दक्ष के शाप के प्रभाव से दूसरे पक्ष में क्षीण होते जाओगे. शिव के वरदान से चंद्रमा शुक्लपक्ष में तेजस्वी रहते हैं और कृष्ण पक्ष में धूमिल हो जाते हैं.
चंद्रमा की स्तुति से महादेव जिस स्थान पर निराकार से साकार हो गए थे उस स्थान की देवों ने पूजा की और वह स्थान सोमनाथ के नाम से विख्यात हुआ. चंद्रमा की वे सताइस पत्नियां ही सताइस विभिन्न नक्षत्र हैं.
(शिवपुराण की कथा)
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⚜️ सोमवार और शुक्रवार कि सप्तमी विशेष रूप से शुभ फलदायी नहीं मानी जाती बाकी दिनों कि सप्तमी सभी कार्यों के लिये शुभ फलदायी मानी जाती है। सप्तमी को भूलकर भी नीला वस्त्र धारण नहीं करना चाहिये तथा ताम्बे के पात्र में भोजन भी नहीं करना चाहिये। सप्तमी को फलाहार अथवा मीठा भोजन विशेष रूप से नमक के परित्याग करने से भगवान सूर्यदेव कि कृपा सदैव बनी रहती है।

