धार्मिक

Today Panchang आज का पंचांग मंगलवार, 29 जुलाई 2025

आचार्य श्री गोपी राम (ज्योतिषाचार्य) जिला हिसार हरियाणा मो. 9812224501
✦••• जय श्री हरि •••✦
🧾 आज का पंचाग 🧾
मंगलवार 29 जुलाई 2025
29 जुलाई 2025 दिन मंगलवार को श्रावण मास के शुक्ल पक्ष कि पंचमी तिथि है। आज की पंचमी तिथि को उड़ीसा में जाग्रतगौरी (रात्रिव्यापिनी) पंचमी के नाम से जाना जाता है। आज भौम व्रत भी है, जिसमें दुर्गायात्रा- गौरी पूजा – हनुमद्दर्शन आदि बड़ा महत्वपूर्ण है। आज नागपंचमी का पवित्र व्रत भी है, जो पूरे देश में मनाया जाता है। आज दरवाजे के सम्मुख दीवार पर कलर के नाग देवता के प्रतिक चिन्ह को बनाकर उसपर अथवा अपनी – अपनी परंपरा के अनुसार नाग देवता का पूजन विधि – विधान से किया जाता है। आज नागपंचमी को लोग कांसी के नागकूप की यात्रा भी करते हैं। आज रवि योग भी है। आप सभी सनातनियों को “नागपंचमी के पावन पर्व” की हार्दिक शुभकामनाएं।।
हनुमान जी का मंत्र : हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट् ।
🌌 दिन (वार) – मंगलवार के दिन क्षौरकर्म अर्थात बाल, दाढ़ी काटने या कटाने से उम्र कम होती है। अत: इस दिन बाल और दाढ़ी नहीं कटवाना चाहिए ।
मंगलवार को हनुमान जी की पूजा और व्रत करने से हनुमान जी प्रसन्न होते है। मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा एवं सुन्दर काण्ड का पाठ करना चाहिए।
मंगलवार को यथासंभव मंदिर में हनुमान जी के दर्शन करके उन्हें लाल गुलाब, इत्र अर्पित करके बूंदी / लाल पेड़े या गुड़ चने का प्रशाद चढ़ाएं । हनुमान जी की पूजा से भूत-प्रेत, नज़र की बाधा से बचाव होता है, शत्रु परास्त होते है।
🔮 शुभ हिन्दू नववर्ष 2025 विक्रम संवत : 2082 कालयक्त विक्रम : 1947 नल
🌐 कालयुक्त संवत्सर विक्रम संवत 2082,
✡️ शक संवत 1947 (विश्वावसु संवत्सर), चैत्र
👸🏻 शिवराज शक 352
☮️ गुजराती सम्वत : 2081 नल
☸️ काली सम्वत् 5126
🕉️ संवत्सर (उत्तर) क्रोधी
☣️ आयन – दक्षिणायन
☂️ ऋतु – सौर वर्षा ऋतु
⛈️ मास – श्रावण मास
🌘 पक्ष – शुक्ल पक्ष
📅 तिथि – मंगलवार श्रावण माह के शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि 12:46 AM तक उपरांत षष्ठी
📝 तिथी स्वामी – पंचमी के देवता हैं नागराज। इस तिथि में नागदेवता की पूजा करने से विष का भय नहीं रहता, स्त्री और पुत्र प्राप्ति होती है। यह लक्ष्मीप्रदा तिथि हैं।
💫 नक्षत्र – नक्षत्र उत्तर फाल्गुनी 07:27 PM तक उपरांत हस्त
🪐 नक्षत्र स्वामी – उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र का स्वामी सूर्य ग्रह है। उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र के देवता भगवान आर्यमन हैं।
⚜️ योग – शिव योग 03:04 AM तक, उसके बाद सिद्ध योग
प्रथम करण : बव – 12:00 पी एम तक
द्वितीय करण : बालव – 12:46 ए एम, जुलाई 30 तक कौलव
🔥 गुलिक काल : मंगलवार का गुलिक दोपहर 12:06 से 01:26 बजे तक।
🤖 राहुकाल (अशुभ) – दोपहर 15:19 बजे से 16:41 बजे तक। राहु काल में शुभ कार्य करना वर्जित माना गया है।
⚜️ दिशाशूल – मंगलवार को उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिये, यदि अत्यावश्यक हो तो कोई गुड़ खाकर यात्रा कर सकते है।
🌞 सूर्योदयः- प्रातः 05:22:00
🌄 सूर्यास्तः- सायं 06:38:00
👸🏻 ब्रह्म मुहूर्त : 04:17 ए एम से 04:59 ए एम
🌇 प्रातः सन्ध्या : 04:38 ए एम से 05:41 ए एम
🌟 अभिजित मुहूर्त : 12:00 पी एम से 12:55 पी एम
✡️ विजय मुहूर्त : 02:43 पी एम से 03:37 पी एम
🐃 गोधूलि मुहूर्त : 07:14 पी एम से 07:35 पी एम
🏙️ सायाह्न सन्ध्या : 07:14 पी एम से 08:17 पी एम
💧 अमृत काल : 11:42 ए एम से 01:25 पी एम
🗣️ निशिता मुहूर्त : 12:07 ए एम, जुलाई 30 से 12:49 ए एम, जुलाई 30
❄️ रवि योग : 07:27 पी एम से 05:41 ए एम, जुलाई 30
🚓 यात्रा शकुन-दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
👉🏼 आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
🤷🏻‍♀️ आज का उपाय-नागमंदिर में षोड़षोपचार पूजन कर दूध चढ़ाएं।
🪵 वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
⚛️ पर्व एवं त्यौहार – नागपंचमी व्रत/ नाग पूजा एवं नागकूप यात्रा/ तक्षक पूजा/ रवि योग/ ऋक शुक्ल युज: श्रावणी/ जाग्रतगौरी पंचमी (उड़ीसा)/ नागपंचमी/ भारतीय स्वतंत्रता संग्राम’ प्रमुख महिलाओं अरुणा आसफ़ अली पुण्य तिथि, राष्ट्रीय चिकन विंग दिवस, राष्ट्रीय लज़ान्या दिवस, राष्ट्रीय लिपस्टिक दिवस, लोकसभा के महासचिव उत्पल कुमार सिंह जन्म दिवस, तेलुगु भाषा के प्रख्यात कवि सी. नारायण रेड्डी जन्म दिवस, साहित्यकार बाबासाहेब पुरंदरे जन्म दिवस, औधोगिक जे. आर. डी. टाटा जन्म दिवस, जयपुर की महारानी महारानी गायत्री देवी पुण्य तिथि, भारत में विज्ञान संगठन स्थापना दिवस, विमान पायलेट जहाँगीर रतनजी दादाभॉय टाटा जन्म दिवस, अभिनेता संजय दत्त जन्म दिवस, अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस (International Tiger Day)
✍🏼 तिथि विशेष – पञ्चमी तिथि को बिल्वफल त्याज्य बताया गया है। पञ्चमी तिथि को खट्टी वस्तुओं का दान और भक्षण दोनों ही त्याज्य है। पञ्चमी तिथि धनप्रद अर्थात धन देनेवाली तिथि मानी जाती है। यह पञ्चमी तिथि अत्यंत शुभ तिथि भी मानी जाती है। इस पञ्चमी तिथि के स्वामी नागराज वासुकी हैं। यह पञ्चमी तिथि पूर्णा नाम से विख्यात मानी जाती है। यह पञ्चमी तिथि शुक्ल पक्ष में अशुभ और कृष्ण पक्ष में शुभ फलदायीनी मानी जाती है।
🗺️ Vastu tips_ 🗼
वास्तु शास्त्र में माना गया है कि, अगर आप उत्तर और पश्चिम दिशा में सिर करके सोते हैं, तो इससे रोगों में वृद्धि होती है और व्यक्ति की उम्र घटने लगती है। सोते समय आपका सिर पूर्व या दक्षिण दिशा की ओर होना चाहिए। इसलिए आपका बेड भी दक्षिण दिशा में ही होना चाहिए।
न करें ये गलती सोने से पहले सभी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक सामान जैसे फॉन, लैपटॉप आदि को अपने पास से हटा देना चाहिए और दूर रखकर सोना चाहिए। वास्तु शास्त्र में यह माना गया है कि इलेक्ट्रॉनिक सामान को अपने पास रखकर सोते हैं, तो इससे नींद में तो बाधा उत्पन्न होती ही है, साथ ही सेहत पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। इसके साथ ही आपके बेड के नीचे भी कोई सामान नहीं रखा होना चाहिए। ऐसा करने से वास्तु दोष उत्पन्न हो सकता है, जिससे बार-बार नींद टूटने की समस्या बनी रहती है।
शास्त्रों में इस बात का वर्णन मिलता है कि कभी भी सूर्यास्त के तुरंत बाद और गोधूलि बेला में नहीं सोना चाहिए। सोने के लिए सबसे अच्छा समय रात्रि के पहले प्रहर को माना गया है। वहीं, उठने के लिए ब्रह्म मुहूर्त को सबसे उत्तम बताया गया है। इसके साथ ही दिन में सोने से भी कई प्रकार के रोग उत्पन्न हो सकते हैं।
🔰 जीवनोपयोगी कुंजियां ⚜️
मिलावट और जंक फूड की भरमार तेल में तला हुआ, पैकेज्ड, प्रिज़र्वेटिव्स से भरा खाना—ये शरीर को पोषण नहीं, बल्कि ज़हर देता है। यह खाना न तो आसानी से पचता है, न ही शरीर में संतुलन बनाए रखता है।
पानी पीने की गलत आदतें खाने के तुरंत बाद या बीच में पानी पीना, बहुत ठंडा पानी पीना या दिन भर पानी कम पीना—ये सब पेट की प्रकृति को बिगाड़ देते हैं और एसिड बनने लगता है।
मानसिक तनाव और चिंता आपका दिमाग और पेट गहराई से जुड़े हुए हैं। जब आप मानसिक रूप से परेशान रहते हैं, तो उसका सीधा असर आपके पाचन पर पड़ता है। इससे कब्ज़ और एसिडिटी दोनों बढ़ जाती हैं।
नींद की अनियमितता और रात देर से खाना रात में देर से भोजन करना, या खाना खाकर तुरंत सो जाना—ये आदतें पाचन क्रिया को धीमा कर देती हैं और बार-बार गैस व एसिडिटी की समस्या हो जाती है।
शरीर की गति का अभाव (बैठे रहना, व्यायाम न करना) यदि शरीर सक्रिय नहीं है, तो आँतें सुस्त हो जाती हैं। यही कारण है कि जो लोग दिनभर बैठे रहते हैं, उनमें कब्ज़ की शिकायत सबसे ज्यादा होती है।
🌿 आरोग्य संजीवनी ☘️
लक्ष्मी तरु मुलत: उत्तरी अमेरिका का पेड़ है। इसके बीजों से खाद्य तेल बनता है तथा अन्य भाग भी बहुत उपयोगी व औषधीय गुणो से भरपूर ह़ोते हैं।
इसका मूल नाम सिमारूबा ग्लेका है। यह एक बहुउद्देश्यीय सदाबहार फूलों के पेड़ की एक किस्म है, जो संयुक्त राज्य अमेरिका, दक्षिणी फ्लोरिडा, दक्षिण अमेरिका और कम एंटील्स में फ्लोरिडा का मूल पेड है। सामान्य नामों में पैराडाइज़ ट्री, एसिटुनो और बिटरवुड शामिल हैं. वहां इसके बीजों से खाद्य तेल निकाला जाता हैं।
कहा जाता है कि इस पेड़ के पत्तों से जहां सेकंड स्टेज तक के कैंसर का खात्मा संभव है, वहीं आंखों के रोग, एनीमिया, अंदरूनी फोड़ा, रक्तस्राव, पाचन प्रणाली, गैस एसिडिटी, हाइपर एसिडिटी, डायरिया, कोलाइटिस, चिकन गुनिया, हेपेटाइटिस, मलेरिया, फीवर, मासिक धर्म, सफेद पानी समेत अनेक रोगों को भी बहुत जल्द ठीक करता है, इसी कारण इसे “स्वर्ग का पेड” कहते हैं।
उपयोग का सामान्य तरीका :- लक्ष्मी तरु पेड़ की दो पत्तियां प्रति 10 किलो बॉडी वेट के अनुसार ले कर 200 ml पानी में 10 मिनट उबाल कर खाली पेट पीना होता है।
👉🏼 अस्वीकरण :- प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता
📚 गुरु भक्ति योग 🕯️
1% सुधार का नियम क्या होगा अगर आप रोज सिर्फ 1% बेहतर बनने की कोशिश करें? मान लीजिए, अगर आप हर दिन खुद में बस 1% सुधार करते हैं, तो साल के अंत तक आप 37 गुना बेहतर इंसान बन जाएंगे! सफलता कोई जादू से नहीं आती, बल्कि छोटे-छोटे सुधारों का नतीजा होती है।
अगर आप पढ़ाई कर रहे हैं, तो रोज 5 मिनट ज्यादा पढ़ें।
अगर आप फिट रहना चाहते हैं, तो रोज बस 1 पुश-अप बढ़ाएं।
अगर आप कोई स्किल सीख रहे हैं, तो रोज सिर्फ 1% ज्यादा मेहनत करें।
छोटे-छोटे कदम मिलकर बड़े बदलाव लाते हैं, और यही नियम आपकी पूरी जिंदगी बदल सकता है!
कर्म का नियम सोचने से कुछ नहीं बदलता, लेकिन करने से सब कुछ बदल सकता है!
अगर आप सिर्फ सोचते रहेंगे और एक्शन नहीं लेंगे, तो सफलता का सपना, सपना ही रह जाएगा।
अगर आप अमीर बनना चाहते हैं, तो सिर्फ पैसे के बारे में पढ़ने से कुछ नहीं होगा, आपको कमाने और निवेश करने का सही तरीका अपनाना होगा।
अगर आप अच्छा शरीर चाहते हैं, तो सिर्फ फिटनेस वीडियो देखने से कुछ नहीं होगा, आपको जिम या एक्सरसाइज करनी होगी।
अगर आप अपने डर से जीतना चाहते हैं, तो सिर्फ मोटिवेशनल स्पीच सुनने से कुछ नहीं होगा, आपको डर का सामना करना होगा।
“करो, क्योंकि बिना किए कुछ नहीं बदलता!”
आत्म-अनुशासन का नियम सिर्फ मोटिवेशन से सफलता नहीं मिलती, डिसिप्लिन ही असली मास्टर की!
अगर आप अपनी जिंदगी में अनुशासन नहीं ला सकते, तो आप कितनी भी अच्छी चीजें क्यों न जान लें, वे बेकार हो जाएंगी।
सुबह जल्दी उठने का नियम बनाएँ, ताकि दिनभर ज्यादा प्रोडक्टिव रह सकें।
सोशल मीडिया की लत को कंट्रोल करें, ताकि अपना समय सही जगह लगा सकें।
नियमित एक्सरसाइज और हेल्दी डाइट अपनाएँ, ताकि फिट और ऊर्जावान रह सकें।
अपनी ज़िंदगी का एक रूटीन बनाइए, ताकि आपकी सफलता पक्की हो जाए।
जो लोग अनुशासन में रहकर काम करते हैं, वे ही अपनी जिंदगी बदलते हैं!
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⚜️ पञ्चमी तिथि में शिव जी का पूजन सभी कामनाओं की पूर्ति करता है। आज पञ्चमी तिथि में नाग देवता का पूजन करके उन्हें बहती नदी में प्रवाहित करने से भय और कष्ट आदि की सहज ही निवृत्ति हो जाती है। ऐसा करने से यहाँ तक की कालसर्प दोष तक की शान्ति हो जाती है। अगर भूतकाल में किसी की मृत्यु सर्पदंश से हुई हो तो उसके नाम से सर्प पूजन से उसकी भी मुक्ति तक हो जाती है।।

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