शरद पूर्णिमा पर महिलाओं ने रखा व्रत, मावा के लड्डुओं से की पूजा, सुख-शांति की कामना

सिलवानी। नगर सहित आसपास के ग्रामीण अंचलों में सोमवार को श्रद्धा व आस्था के साथ शरद पूर्णिमा पर्व मनाया गया। इस अवसर पर महिलाओं ने व्रत रखकर तुलसी माता की पूजा-अर्चना की और मावा के लड्डुओं का भोग अर्पित किया।
पारंपरिक रीति के अनुसार महिलाओं ने 750 ग्राम मावा से 6 लड्डू बनाए। इनमें से एक लड्डू गौमाता को, एक सखी को, एक गर्भवती महिला को और एक पति को दिया गया। वहीं एक लड्डू मंदिर में भगवान को भोग लगाकर अर्पित किया गया। शेष लड्डुओं को तुलसी माता को चढ़ाकर पूजन किया गया।
पूजन उपरांत महिलाओं ने परिवार की सुख-शांति और समृद्धि की कामना की। साथ ही अपने पति और पुत्रों की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना की। देर रात तक चांदनी में खीर रखकर उसका प्रसाद ग्रहण करने की परंपरा भी निभाई गई।
ग्रामीण अंचल में भी लोगों ने पारंपरिक श्रद्धा के साथ पर्व मनाया। व्रती महिलाओं ने बताया कि शरद पूर्णिमा की रात को चंद्रमा की किरणों से अमृत बरसता है, इसलिए इस दिन व्रत, पूजन और प्रसाद का विशेष महत्व होता है।


