विश्व एड्स दिवस: एड्स के जिले मेें 355 मरीज, 18 साल में 31 की हो चुकी है मौत
5 साल में सबसे अधिक 138 रायसेन में मिले
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन
रायसेन। जिले में जान लेवा बीमारी एड्स के मरीज बड़ी संख्या में है। आज के समय में एड्स को लेकर औपचारिक तौर पर कार्यक्रम रखे जाएंगे। लेकिन ये नाकाफी है। रायसेन जिले में इन दिनों 355 एड्स के मरीज हैं। इनमें पुरुषाें की संख्या महिलाओं से अधिक है। इतना ही नहीं एड्स की जांच के लिए एकीकृत परामर्श एवं जांच केन्द्र (आईसीटीसी) तीन जगह संचालित हो किए जा रहे हैं।
इनमें रायसेन, मंडीदीप और बरेली शामिल हैं। जिले में वर्ष 2003 से ये परामर्श केंद्र चल रहे हैं। इन 18 सालों में 31 लोगों की मौतें भी एड्स के चलते हो चुकी है। वहीं बीते पांच सालों के आंकड़ों पर नजर डाले तो जिले में 229 मरीज जिले में मिले हैं।
133 पुरुष, 96 महिलाएं और 9 बच्चे भी हो चुके हैं एड्स पीड़ित….
जिले में बीते 5 सालों के आंकड़ों पर नजर डाले तो एड्स पीड़ित महिलाओं की तुलना में पुरुषों की संख्या दो गुनी से भी अधिक हैं। जहां एक 133 पुरुष पॉजिटिव मिले हैं तो वहीं दूसरी और 60 महिलाएं पॉजिटिव। इनके अलावा 36 गर्भवती महिलाएं भी पॉजिटिव मिली हैं।इस तरह से 355 में 39 मरीज ऐसे भी हैं जिन्हें टीबी और एड्स दोनों ही हैं। इस तरह से एचआईवी एड्स से पीड़ित मरीजों का दायरा बढ़ता जा रहा है । एकीकृत परामर्श एवं जांच केन्द्र (आईसीटीसी) पर उनकी जांच कर दवाइयां उपलब्ध कराई जाती हैं।