मध्य प्रदेश

साहित्य में अग्रणी हो युवा- पं कृष्णकान्त तिवारी

रिपोर्टर : मनीष यादव, पलेरा।
टीकमगढ़। अखिल भारतीय हिंदी साहित्य सभा के तत्वाधान में एक दिवसीय विचार संगोष्ठी का आयोजन मंगलवार को टीकमगढ़ के हनुमान मंदिर पर किया गया। जिसमें बुन्देलखण्ड साहित्य सभा के प्रचारक व समाजसेवी पं कृष्णकान्त तिवारी प्रमुख रूप से सम्मलित हुये। इस आयोजन में जिले के विभिन्न भाषाओं के युवा विद्वानों ने अपने आलेखों का वाचन किया। मुख्य अतिथि के रूप में सम्मलित होने के लिये आये समाजसेवी पं कृष्णकान्त तिवारी ने युवाओं को साहित्य में योगदान के लिये प्रमाणपत्र देकर के सम्मानित किया तथा युवाओं का हौसला बढ़ाते हुये कहा, कि बुन्देलखण्ड के युवा साहित्य को आगे बढ़ाने का कार्य करें। बुन्देलखण्ड में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है बस उस प्रतिभा को आगे बढ़ाने के लिये हम सभी को आगे आकर के कार्य करने की आवष्यकता है। एक दिवसीय संगोष्ठी में कुल पांच सत्र आयोजित किये गये। इनमें साहित्यिक पत्रिकाओं का योगदान विषय पर विचार मंथन भी किया गया। विचार संगोष्ठी कार्यक्रम की अध्यक्षता चंचल विदुआ जेरोन के द्वारा की गयी। प्रशासन द्वारा भी लगातार हिंदी साहित्य के लिये काॅलेज, स्कूल में प्रमुख रूप से जोर देकर के कार्य किया जा रहा है तथा सामाजिक स्तर पर भी लगातार लोगों को जागरूक किया जा रहा है। आपको बता दें, कि देश में हिंदी को राष्ट्रभाषा का स्थान प्राप्त है। लेकिन जिस तेजी से अंग्रेजी भाषा का स्तर बढ़ रहा है उससे स्पष्ट है, कि हिंदी का स्तर किस प्रकार से कम होता जा रहा है। हम सभी को हिंदी के महत्व पर जोर देने की आवष्यकता है। इस मौके पर साहित्यिक प्रमुख कलीम खान, संजीव रजक, परशुराम सेना जिला संयोजक पंकज पटैरिया, नितिन पाठक, रोहित अवस्थी, अभिषेक अवस्थी, अविनाश साहू, ऋषि कुमार मिश्रा, राजकिशोर बाजपेयी, दिलीप मिश्रा, संजय जोशी, सुधीर चतुर्वेदी व अन्य साहित्यकार युवा भी शामिल हुये।

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