हेल्थ

चेस्ट पेन और श्वास रोगियों की बढ़ी संख्या, हार्ट अटैक से हो रही मौतें

ब्यूरो चीफ : शब्बीर अहमद
बेगमगंज । मौसम में प्रतिदिन हो रहे बदलाव के चलते लोगों में चेस्ट पेन और श्वास संबंधी शिकायतें लगातार बढ़ने लगी है। दिसम्बर जनवरी हेल्दी सीजन माना जाता है। लेकिन लगातार ठंड पड़ने और शीतलहर के प्रकोप से ग्रसित सामान्य खांसी, सर्दी, बुखार के साथ ही विगत करीब एक माह से चेस्ट पेन और श्वास संबंधी आधा सैकड़ा से अधिक मरीज अपना उपचार नगर से बाहर जाकर करा चुके है। अस्पताल की ओपी डी से मिली जानकारी के अनुसार सामान्यत दिसम्बर जनवरी माह में बीमारियों में कमी होने से मरीजों की संख्या घट जाती है। लेकिन लगातार मौसम में बदलाव के चलते विगत एक माह से सीने में दर्द और सास लेने में तकलीफ से ग्रसित मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। इन मरीजों में बच्चों और उम्र दराज लोगों की संख्या ज्यादा है।
सिविल अस्पताल की ओपीडी से प्राप्त जानकारी के मुताबिक सामान्य दिलों में ओपीडी में रजिस्ट्रेशन कराने वालों की संख्या दो सो से तीन सो दर्ज होती है। वहीं वर्तमान में यह संख्या घटकर सो से ढेड सो रह गई है। इनमें वर्तमान में श्वास और चेस्ट पेन बच्चों में निमोनिया से ग्रसित मरीज ज्यादा सामने आ रहे है। गत एक माह में करीब आधा दर्जन लोग हार्ट अटैक की वजह से मौत की नींद सो चुके हैं इनमें से अधिकतर को साइलेंट अटैक होना सामने आया है।
इस संबंध में हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर नितिन तोमर का कहना है कि मौसम परिवर्तन और पड़ रही ठंड से बचाव बेहद जरूरी है। जिन मरीजों को सांस संबंधी एवं ब्लड प्रेशर संबंधी शिकायत रहती है उन्हें खासकर इन सब बातो का ध्यान रखना चाहिए। इसी तरह छोटी उम्र के बच्चों को भी इस मौसम के दौरान बीमार होने की संभावना ज्यादा बनी रहती है उन्हें सर्दी से बचाना चाहिए।
ब्लाक मेडीकल आफीसर डॉ. अनिल कुमार का कहना है कि मौसम के परिवर्तन का लोगों के स्वास्थ्य पर तुरंत असर पड़ता है ऐसे में ठंड से बचाव के आवश्यक उपाय अपनाए जाने चाहिए इस मौसम में ब्लड प्रेशर और सांस संबधी बीमारी से ग्रसित लोगो के स्वास्थ्य पर जल्द असर पड़ता है। किसी भी प्रकार की परेशानी पर तुरंत उपचार बेहद जरूरी है।

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