मध्य प्रदेशराजनीति

दमोह लोकसभा दसवीं बार कब्जे में करने भाजपा ने कसी कमर

राहुल सिंह को 4 लाख पार कराने का बुना तानाबाना
ब्यूरो चीफ : भगवत सिंह लोधी
दमोह । दमोह लोकसभा में इस बार भाजपा को 10 वीं बार विजय तिलक लगाए जाने के लिए कमर कस ली गई है। तानाबाना ऐसा बुना गया है कि राहुल सिंह लोधी को इस बार चार लाख मतों से विजयी बनाने का टार्गेट फिक्स किया गया है। दमोह लोकसभा को लेकर इस बार मोदी की गारंटी भी विशेष आकर्षण का केंद्र रहेगी, लेकिन मोदी से पहले भी दमोह लोकसभा भाजपा का गढ़ बनी रही है और इसे बरकरार रखने की तैयारी कर ली गई है। दमोह में 1962 से 2019 तक कुल 15 लोकसभा चुनाव हो चुके हैं, जिनमें कांग्रेस केवल 5 चुनाव में ही विजय प्राप्त कर सकी है। 1 चुनाव जनता पार्टी ने जीता था, इसके बाद 1989 से वर्तमान तक भाजपा के 9 प्रत्याशियों ने जीत हासिल कर भाजपा का अभेद गढ़ बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इस लोकसभा में कांग्रेस आरंभ में ही अपना वर्चस्व बनाने में कामयाब रही है, इसके बाद उसके हाथ केवल हार ही आती रही है।
दमोह लोकसभा के परिसीमन में समय-समय पर बदलाव होता रहा है। पहले सागर फिर पन्ना जिले को अपने में समाहित किया। इसके बाद सागर की तीन व छतरपुर की एक विधानसभा को मिलाकर दमोह लोकसभा में अस्तित्व में आई है। इस लोकसभा पर ओबीसी का वर्चस्व रहा है। यहां से पिछले 9 बार के लोकसभा चुनाव भाजपा ने ओबीसी वर्ग के उम्मीदवारों को ही मैदान में उतारकर विजय पताका फहराई है। भाजपा ने 2024 के लोकसभा चुनाव में फिर ओबीसी कार्ड खेलकर राहुल सिंह को मैदान में उतारा है और अपनी 10वीं जीत के लिए मैदान में ताल ठोंक दी है। वहीं कांग्रेस खेमे में किसे उतारा जाए इस पर अभी मंथन करने के लिए बैठकों का दौर ही चल रहा है। दमोह लोकसभा दमोह जिले के 4 विधानसभा -दमोह, पथरिया, हटा, जबेरा
छतरपुर जिले के 1 विधानसभा क्षेत्र – बड़ामलहरा
सागर जिले के 3 विधानसभा क्षेत्र- गढ़ाकोटा, देवरी, बंडा
ये बने दमोह लोकसभा के सांसद 1962- सहोद्रा बाई राय, कांग्रेस
1967- मणि जे भाई पटेल, कांग्रेस
1971-वराह गिरी शंकर गिरी, कांग्रेस
1977- नरेंद्र सिंह यादवेंद्र सिंह, जनता पार्टी
1980- प्रभु नारायण टंडन, कांग्रेस
1984- डालचंद जैन, कांग्रेस
1989- लोकेंद्र सिंह, भाजपा
1991- रामकृष्ण कुसमरिया, भाजपा
1996- रामकृष्ण कुसमरिया, भाजपा
1998- रामकृष्ण कुसमरिया, भाजपा
1999- रामकृष्ण कुसमरिया, भाजपा
2004- चंद्रभान सिंह, भाजपा
2009- शिवराज भैया, भाजपा
2014- प्रहलाद सिंह पटेल, भाजपा
2019- प्रहलाद सिंह पटेल, भाजपा

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