बीआरसीसी तेंदुखेडा द्वारा नियम विरुद्ध लगाई जा रही है परीक्षा केंद्रों में ड्यूटी जांच दल ने पाई अनिमिताये

भगवती मानव कल्याण ने जताया विरोध कहा शिक्षा को व्यापार नही बनने देगे होगा आंदोलन
ब्लाक के जिम्मेदार नागरिकों ने की 181पर शिकायत तुरंत जांच की मांग की
मध्यप्रदेश जिला दमोह के ब्लाक तेंदूखेड़ा का मामला
ब्यूरो चीफ : भगवत सिंह लोधी
दमोह । तेंदूखेडा अभी वर्तमान वर्ष की कक्षा 5 एवम 8 की बोर्ड परीक्षाएं सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में हो रही है जिसकी नियमावली शासन ने सभी ब्लाक शिक्षा केंद्रों में भेज दी है। जिसका पालन करते हुए ब्लाक शिक्षा अधिकारि को यह परीक्षा सम्पन्न कराने की जिम्मेदारी दी गई है। मगर तेंदूखेडा बीआरसीसी के द्वारा प्रदेश शिक्षा बोर्ड द्धारा भेजे दिशा निर्देशों के पालन नही किया जा रहा है। परीक्षा केंद्रों की जांच करनें हेतु एक जांच दल गठित किया गया जिसमे डीएस दिवाकर एवम शंकर झरिया की ड्यूटी लगी है इनको रिचकुडी, सेलवाडा सहजपुर सलेया महगवाखुर्द परीक्षा केंद्रों में ड्यूटी लगी हुई। डीएस दिवाकर ने बताया की नरगवा रिचकुड़ी सहजपुर में नियमो की अनदेखी की जा रही है यहां पर जिन्हे केंद्र अध्यक्ष बनया गया है वे यही के शिक्षक एवम प्राचार्य है और उन्ही के बच्चे इन्ही केंद्रों में परीक्षा देने बैठे हुए हैं। दिवाकर ने बताया है कि मेरे द्वारा निरीक्षण में अनेक कमियां पाई गई है। जिन्हे मेरे एवम जांच दल दौरान कमियों एवम गलतियो लिखा गया है, मगर अभी तक कोई जिला प्रशासन द्धारा कार्यवाही नही हुई है। वही भगवती मानव कल्याण संगठन द्धारा भी इस लापरवाही का कड़ा विरोध जताया है। भगवती मानव कल्याण संगठन के जिला अध्यक्ष डाक्टर सुजान सिंह, धीरज सिंह, राजेश सिंह, राजकुमार सिंह, जगदीश सिंह ने कड़े शब्दो में बीआरसीसी द्वारा जो नियम विरुध शिक्षको की ड्यूटी लगाई है वह नियम के विरुद्ध है जांच दल द्वारा मिली गडबाडियो की तुरंत जांच की जानी चाहिए अगर निकट समय में परीक्षा केंद्रों में हो रही गड़बड़ी की जिला प्रशासन द्वारा निष्पक्ष जांच नही कराई जाती है तो देश की संप्रभुता को बचाने भगवती मानव कल्याण संगठन निकट भविष्य में बहुत बड़ा आंदोलन करेगा और शिक्षा को व्यापार का अड्डा नही बनने देगे। वही कुछ जागरूक लोगो ने इस अनिमिता की शिकायत सीधे मुख्यमंत्री से 181 पोर्टल पर शिकायते भी दर्ज कराई है। शिकायतो में लोगो ने कहा की नियम विरुद्ध तरीके से बीआरसीसी द्वारा शिक्षको को केंद्र अध्यक्ष एवम पर्यवेक्षक बनया गया जिसकी जांच की जाएं। वही राज्य शिक्षा बोर्ड से प्राप्त दिशा निर्देश की कंडिका क्रमांक 6 में लिखा है की जिस स्कूल के बच्चे जिस सेंटर में बैठे हैं उन सेंटरों में उनके शिक्षको की ड्यूटी या केंद्र अधीक्षक नही बनया जा सकता।
इस संबंध में जिला परियोज्ना समन्यवक पीके रायकवार ने बताया की सब कुछ नियम के मुताबिक हो रहा है हमारी प्राथमिकता यह है की परीक्षा नकल रहित होना चाहिए।