मंत्री लखन पटेल के सगे संबंधी रिश्तेदारों ने पीड़ित मोहन गडरिया को किया परेशान,

पीड़ित ने मांगी, मीडिया की मदद, तो मंत्री ने मीडिया को षड्यंत्रकारी बता दिया
ब्यूरो चीफ : भगवत सिंह लोधी
दमोह । बड़ी खबर दमोह से है जहां पर मंत्री जी के कुछ सगे संबंधी रिश्तेदारों के द्वारा गरीब ठेकेदार को परेशान किया जा रहा था जिसमें ठेकेदार ने पत्रकारों को फोन लगा करके आत्महत्या करने के लिए पत्रकारों को बुलाया, जिसमें कुछ पत्रकार मौके पर पहुंचे और उसको समझाया एवं आत्महत्या करने से पत्रकारों ने उस पीड़ित व्यक्ति को बचाया, समझाया बाद में सिटी कोतवाली में फोन लगा करके जानकारी दी। जिससे मौके पर पुलिस बल पहुंचा और आत्मदाह करने वाले पीड़ित व्यक्ति को हिरासत में ले लिया । जबकि वीडियो में स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि किस प्रकार से प्रताड़ित किया गया पीड़ित को, वही जब मंत्री लखन पटेल से बात करना चाही मीडिया ने तो मंत्री लखन पटेल भी दो प्रकार की बात करते हुए नजर आए। एक बार तो वह कह रहे है कि मेरा किसी से कोई लेनदेन नहीं है।
और एक बार में वह पूरी घटना को बताते नजर आए नहीं है कोई पेमेंट हुआ था जिसकी वजह से यह मेरा नाम ले रहा है तो कहीं ना कहीं ना कही कुछ ना इंवॉल्व तो रहा है मंत्री के रिश्तेदारों का, मैं यह नहीं कह रहा यह मंत्री जी स्वयं कह रहे हैं मीडिया के सामने
वहीं मंत्री लखन पटेल ने अपने प्राइवेट निवास पर लगे सीसीटीवी कैमरे में से आधा वीडियो निकाल करके वायरल कर दिया और यह बताया कि यह सब साजिश के तहत किया गया। जबकि पीड़ित व्यक्ति ने ही पत्रकारों को फोन लगा करके बुलाया और एक पत्रकार के माध्यम से दूसरे पत्रकारों को बुलाने का काम वहां चल रहा था लेकिन सीसीटीवी फोटो में कुछ और ही दिखाया जा रहा है।
और कहीं ना कहीं इसमें पत्रकारों को ही दोषी ठहराया जा रहा है। जबकि पत्रकारों का तो काम ही है कवरेज करना और सही गलत को प्रकाशित करने का। सीसीटीवी वीडियो के माध्यम से यह सिद्ध नहीं किया जा सकता कि यह षड्यंत्र है। वहीं सूत्रों के मुताबिक पत्रकारों से जानकारी ली गई तो उनका कहना था कोई षड्यंत्र नहीं है और पत्रकार किसी भी राजनीतिक पार्टी से कोई लेना देना नहीं है पूरी घटना पीड़ित व्यक्ति के बयान आधारित है। पीड़ित व्यक्ति घबराया हुआ है इसलिए स्पष्ट रूप में जबाब नहीं दे पा रहा है जबकि सभी पत्रकार और मंत्री जी स्वयं ही दोनों लोगों को अच्छी तरह से जानते हैं।