विश्व में भगवान शिव का अलौकिक दिव्य, कण कण में भगवान: कुंडेश्वर मंदिर टीकमगढ़ में हर साल चावल के दाने के बराबर बढ़ता शिवलिंग
रिपोर्टर : पंकज पाराशर छतरपुर
मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में स्थित है भगवान शिव का कुंडेश्वर मंदिर। कहा जाता है भगवान यहां पिंडी रुप में प्रकट हुए थे। यह मंदिर ज्योतिर्लिंगों में से एक है। इस मंदिर की मान्यता है कि यहां से सभी की हर मनोकामना तो पूरी होती ही है साथ ही यहां से भोले शंकर को सिर्फ जल का अभिषेक करने से लंबी आयु का वरदान मिलता है। यहां भक्तों का तांता लगा रहता है।
*हर साल चावल के दाने के बराबर बढ़ते भगवान शिव*
कहा जाता है कि कुंडेश्वर मंदिर में भगवान पिंडी रुप में प्रकट हुए थे। यहां के स्थानीय लोगों और पुजारियों की मानें तो भगवान शिव यहां हर साल चावल के दाने के बराबर बढ़ते हैं। यह भी मान्यता है कि यहां भगवान शिव की पूजा का कोई बड़ा विधि विधान नहीं है, यहां बस जल अर्पित करने से ही भगवान शिव प्रसन्न हो जाते हैं। काफी सालों से मंदिर की सेवा में लगे लोगों का कहना है कि यहां शिवलिंग हर साल चावल के दाने के बराबर बढ़ जाते हैं। कहा जाता है कि राजकुमारी ऊषा यहां भगवान शिव की पूजा करती थी और उसे ही सपने में भगवान शिव ने कहा कि वो यहां प्रकट होंगे।