वीरांगना बहनों ने अक्षय तृतीया के पर्व पर प्यासे राहगीरों को पिलाया गन्ने का रस

ब्यूरो चीफ : भगवत सिंह लोधी
दमोह । जिले में समस्त जैन मन्दिर की महिला मण्डल के द्वारा लगतार समाज सेवा के क्षेत्र में सराहनीय कार्य किए जा रहे हैं जिसकी लगातार प्रशंसा भी की जा रही हैं। कभी वृद्ध आश्रम पहुंचकर वृद्धों को फल,जरूरत की सामग्री का वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। तो कभी असहाय लोगों का सहयोग किया जाता है इसी तरह अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर महिला जैन मिलन कांच मंदिर क्षेत्र क्रमांक 10 की वीरांगना बहनों ने प्रातः कांच मंदिर जी में सामूहिक पूजन तथा दोपहर में प्यासे राहगीरों को गन्ने का रस पिलाया इस मौके पर मण्डल की महिलाओं ने कहा कि आज का दिन सकल जैन समाज के लिए एक विशेष महत्व रखता है। आज ही के दिन आखातीज को अक्षय तृतीया के नाम से भी जाना जाता है। जैन व अन्य सभी अपने-अपने धर्म परंपरा अनुसार इस त्योहार को मनाते हैं। जैन समाज इसे सुपात्र दान के रुप में भी मनाता है। आज के दिन दान का विशेष महत्व जैन परंपरा में बताई गई है प्रथम तीर्थंकर आदिनाथ प्रभु 400 दिनों की कठोर उपवास तपस्या के बाद प्रथम पारणा सुपात्र दान के रूप में प्राप्त हुआ। इसके साथ ही दान, धर्म, तप, शील भक्ति के साथ आखातीज का त्योहार मनाया जाता है। पेय पदार्थ वितरण में क्षेत्रीय संयोजिका मधु जैन बजाज, मंत्री कल्पना जैन सदगुआ, कोषाध्यक्ष संगीता जैन चौधरी तथा ममता, सुनीता, साधना, प्रमिला, तनु, अर्चना, कामना, अनीशा, सुनीता आदि बहनों की उपस्थिति रही बाद में सभी बहनों ने मजदूर दिवस व स्थापना दिवस पर कार्य करने की चर्चा की।