सुपारी देकर शूटरो से कराई थी फायरिंग, चादोंन स्कूल संचालक की हत्या का पुलिस ने किया खुलासा

सामाजिक बहिष्कार, कामों में अड़चन डालता था संचालक, इसलिए योजना बनाकर दिया वारदात को अंजाम
रिपोर्टर : तारकेश्वर शर्मा
नर्मदापुरम । नर्मदापुरम जिले के बनखेड़ी के ग्राम चांदौन में 20 फरवरी की रात को स्कूल एवं पेट्रोल पंप संचालक पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या सामाजिक बहिष्कार, एट्रोसिटी एक्ट केस व व्यावसायिक कार्यों में अड़चन डालने की वजह से हुई थी। वारदात का मुख्य आरोपी शेवेंद्र उर्फ पप्पू तिवारी निवासी चांदौन है। जिसने परेशान होकर अपने रिश्तेदारों के साथ मिलकर स्कूल संचालक को खत्म करने की पूरी प्लानिंग की। आरोपी ने सिलवानी से शूटरों को घटना को अंजाम देने के लिए तैयार किया। जिसके लिए उन्हें पिस्टल व नगद 20 हजार रुपए भी दिए। इस पूरी घटना में 8 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। वारदात के 8वें दिन मंगलवार को नर्मदापुरम एसपी डॉक्टर गुरकरन सिंह ने पुलिस कंट्रोल रुम में खुलासा किया।
मुख्य आरोपी पप्पू तिवारी, उसके बेटे सत्यम तिवारी समेत 8 आरोपियों को पुलिस ने आज पिपरिया कोर्ट पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया। एसपी सिंह ने बताया व्यावसायिक कार्यों में अड़चन डालने, एट्रोसिटी एक्ट केस में मृतक का हाथ होने व गांव से आरोपी परिवार को दूर करने जैसी वजह को लेकर आरोपी शेवेंद्र उर्फ पप्पू तिवारी ने चंदन पटवा की हत्या की योजना बनाई। सिलवानी के ग्राम बम्होरी में ढाबे पर आरोपी शेवेंद्र तिवारी, कार्तिक रघुवंशी, श्रीकान्त रघुवंशी, आकाश मिश्रा एवं राजेश दुबे द्वारा चंदन पटवा को जान से मारने के संबंध में योजना बनाई थी एवं काम होने के बाद सुपियार शिल्पी, कार्तिक व श्रीकान्त को 20,000 रुपए, पिस्टल शेवेंद्र ने उपलब्ध कराई थी।
वारदात से आधे घंटे पहले की रैकी, फिर की ताबड़तोड़ फायरिंग की
20 फरवरी को आरोपियों ने वारदात से पहले प्लानिंग के तहत आरोपी कार्तिक रघुवंशी व श्रीकान्त रघुवंशी अपनी प्लेटिना बाइक से गांव से चांदौन के लिए निकले। रास्ते में ग्राम सांईखेड़ा के मोड़ पर आरोपी रामजी नारगड़िया को लेकर ग्राम चांदौन पहुंचे। आरोपी सुपिवार शिल्पी निवासी कीरतपुर जिला रायसेन से भी स्कूटी में से चांदौन पहुंचा था। शेवेन्द्र उर्फ पप्पू तिवारी ने श्रीकांत और सुपियार शिल्पी बलेनो कार में बैठा लिया। घटना के पूर्व शाम लगभग 5.30 बजे आरोपी शेवेन्द्र तिवारी की नीले रंग की बलेनो कार से चंदन पटवा के निर्माणाधीन पेट्रोल पंप से 200 मीटर दूर गाड़ी खड़ी कर घटना का अंतिम प्रारूप तैयार किया। शाम 6 बजे के लगभग शेवेन्द्र तिवारी ने मृतक चंदन पटवा को जान से मारने के लिए आरोपी कार्तिक रघुवंशी को 1 पिस्टल, कारतूस, एक पिस्टल, कारतूस खुद के पास रखा। शेवेन्द्र तिवारी की कार जिसे आरोपी श्रीकान्त रघुवंशी चला रहा था। घटना को अंजाम देने के लिए मृतक चंदन पटवा के निर्माणाधीन पेट्रोल पंप पहुंचे। जहां पर चंदन पटवा को देखकर गाड़ी उसके पास ले जाकर गाड़ी खड़ी कर दी। फिर आरोपी कार्तिक चंदन पटवा पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। चंदन पटवा व आसपास लोग हड़बड़ाकर इधर-उधर भागने लगे। ड्रायवर सीट के पीछे बैठे शेवेन्द्र तिवारी ने गाड़ी से उतरकर चंदन पटवा के ऊपर 2 राउंड फायर किए। जिससे चंदन घायल हो गया। कुछ सेकंड बाद ही आरोपी भागने लगे। निर्माणाधीन पेट्रोल पंप पर उपस्थित कर्मचारियों ने गाड़ी पर पत्थर फेंके। जिससे आरोपी की कार का कांच फूट गया। घायल होने से चंदन पटवा का ड्राइवर अफसर खान व अन्य लोग इलाज के लिए बनसखेड़ी से गए। नर्मदापुरम ले जाते समय रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। आरोपी बनखेड़ी के रास्ते कपूरी रोड झिकोली होते हुए उदयपुरा के ग्राम वर्धा में राजेश उर्फ गुड्डू दुबे (शेवेंद्र का साडू भाई) के घर पहुंचे। शेवेंद्र ने अपने बेटे सत्यम तिवारी को वर्धा बुलाया और कार का कांच सुधरवाने भेज दिया। आरोपी सुपियार शिल्पी श्रीकांत रघुवंशी, कार्तिक रघुवंशी को 20 हजार रुपए देकर कुछ दिन के लिए घर से बाहर फरारी काटने को कहा। एसपी सिंह ने एएसपी आशुतोष मिश्रा के निर्देशन में 5 टीमें गठित की। टीम ने भोपाल, रायसेन, कटनी, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर जाकर आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपी चालक श्रीकांत रघुवंशी, कार्तिक रघुवंरी, शेवेन्द्र तिवारी उर्फ पप्पू महाराज, रामजी नरगडिया एवं सुपियार शिल्पी ने हत्या करना स्वीकार किया। आरोपी आकाश मिश्रा निवासी कीरतपुर, राजेश दुबे निवासी वर्धा एवं शेवेन्द्र तिवारी के बड़े पुत्र सत्यम तिवारी द्वारा अपराध में सहयोग व साक्ष्य छुपाने के आरोप में आरोपी बनाया गया।
हत्या के ये भी 8 आरोपी
शेवेंद्र उर्फ पप्पू तिवारी निवासी चांदौन, कार्तिक रघुवंशी 21वर्ष निवासी सिमरिया सिलवानी, श्रीकांत रघुवंशी 23 वर्ष निवासी चौका सिलवानी, रामजी नरगड़िया 20 वर्ष निवासी सांईखेड़ा, सुपियार शिल्पी निवासी कीरतपुर, राजेश उर्फ गुड्डू दुबे 48 वर्ष निवासी वर्धा, आकाश मिश्रा 27 वर्ष निवासी कीरतपुर, सत्यम पिता शेवेंद्र तिवारी निवासी चांदौन।
एसपी डॉक्टर गुरकरन सिंह ने कहा हत्या के खुलासा व आरोपियों को पकड़ने वाली गठित टीम को आईजी की तरफ से 30 हजार के इनाम देने की घोषणा की है। टीम में एसडीओपी कल्याणी बरकड़े, संजू चौहान के मार्गदर्शन में टीआई सुधाकर बारस्कर व गिरीश त्रिपाठी की टीमें बनाई गई। जिसमें एसआई आकाशदीप पचाया, सहादत अली, परसराम मालवीय, विवेक यादव, संजीव पवार, खुमानसिंह पटेल, साइबर टीम से आरक्षक अभिषेक, संदीप शामिल रहे। प्रधान आरक्षक हरिओम रजक व आरक्षक शुभम दुबे की आरोपियों तक पहुंचने में महत्वपूर्ण भूमिका रही। एसपी ने पुलिस कंट्रोल रुम के बाहर दोनों को बधाई भी दी।
