क्राइम

लुटेरी दुल्हन गिरोह का पर्दाफाश: पुलिस ने पकड़े अंतरराज्यीय गैंग के 7 सदस्य, पूछताछ जारी

लुटेरी दुल्हन.. स्टांप पर लिव- इन रिलेशनशिप और शादी का एग्रीमेंट, पैसे लेकर बिना बताए हो जाती रफूचक्कर
सीहोर । लुटेरी दुल्हन… यह शब्द कई दिनों से सुर्खियों में है। कई जगह ऐसी वारदातें हो चुकी हैं, जिनमें शादी के बाद या तो नई दुल्हन ससुराल से सारा सामान समेटकर भाग गई या फिर शादी के बाद पता चला कि दुल्हन पहले से शादीशुदा है। इस तरह फर्जी शादी कराकर लोगों से पैसे ठगने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। गिरोह के सदस्य अविवाहित युवकों को खोजकर अपनी टीम की महिला और युवतियों से 100 रुपए के स्टाम्प पर लिव इन रिलेशनशिप की लिखा-पढ़ी कर एक से डेढ़ लाख रुपए तक ऐंठ लेते थे। गिरोह का कनेक्शन न केवल मध्यप्रदेश के कई जिलों में निकला है, बल्कि राजस्थान के भी कुछ लोग इनके साथ जुड़े थे। पुलिस ने इस गैंग के सात को गिरफ्तार किया है, इनमें तीन महिलाएं और चार पुरुष शामिल हैं। मामले की सबसे खास बात यह रही है कि पुलिस को इस गिरोह की शिकायत उनकी ही टीम की एक लुटेरी दुल्हन ने की थी, हालांकि शिकायत करते समय उसे नहीं पता था कि मामले की जांच होगी तो वह खुद भी पुलिस के हत्थे चढ़ जाएगी।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार चार मई 2024 को आवेदिका गुलनाज उम्र 28 वर्ष पति इसाक शेख निवासी यशोधरा चौक परवेश नगर 2 नंबर गली नागपुर महाराष्ट्र ने थाना सुंदरसी जिला शाजापुर में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन सुंदरसी पुलिस ने घटना स्थल जिला न्यायालय परिसर सीहोर होने को लेकर केस कोतवाली पुलिस सीहोर को दे दिया। सीहोर कोतवाली पुलिस ने मामले की जांच के दौरान ग्राम बांगली थाना सुंदरसी से आरोपी जसमत सिंह को गिरफ्तार किया। पूछताछ करने पर पता चला कि गुलनाज ने जसमत के साथ लिव इन रिलेशनशिप के लिए लिखा-पढ़ी की थी। जमसत ने डेढ़ लाख रुपए देकर गुलनाज को अंकित लोधा व अशोक मालवीय से खरीदा था। उन्होंने ही सीहोर न्यायालय में लिखा-पढ़ी कराई थी। इसके बाद पुलिस को मामले में आगे एक और कहानी मिली। पुलिस ने सीहोर न्यायालय में हुई लिखा-पढ़ी में गवाह जालम सिंह को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो पता चला कि उसने भी अपने पुत्र नरेंद्र की फर्जी शादी इसी तरह राखी उर्फ रेखा कश्यप के साथ तय करके एक लाख रुपए अशोक, रोशनी और भूरा को दिए हैं।
ये सात किरदार पुलिस गिरफ्त में
पुलिस की जांच में पता चला कि मनीषा उर्फ गुलनाज ने रेखा कश्यप उर्फ राखी ठाकुर उम्र 30 साल पति अमर सिंह कश्यप निवासी अशोका गार्डन भोपाल, रोशनी वर्मा उम्र 50 वर्ष पति नारायणलाल वर्मा निवासी छोला रोड भोपाल, रईस खां उम्र 38 वर्ष पिता अब्दुल रहमान खां निवासी गणेश मंदिर के पास भोपाल, अशोक मालवीय उम्र 40 वर्ष पिता कैलाश मालवीय निवासी रावणखेड़ा सीहोर, प्रहलाद सिह मालवीय उम्र 63 वर्ष पिता नाथूराम मालवीय निवासी अयुब नगर छोला रोड भोपाल और राजेन्द्र नामदेव उम्र 44 वर्ष पिता कान्तिकिशोर नामदेव निवासी करोंद भीपाल के साथ मिलकर कई लोगों के साथ फर्जी शादियां करके पैसों की ठगी की है। पुलिस ने मामले में धारा 370, 420 भादवि का इजाफा कर जांच के बाद सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
नाम बदलकर कराते थे शादियां
इस गिरोह से जुड़े लोगों की भूमिका और नामों को लेकर पुलिस भी काफी उलझन में रही। पुरुषों और महिलाओं ने अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग नामों से वारदात की। मजेदार बात यह कि इस गिरोह में ऐसे सदस्य भी शामिल हैं, जो इसी तरह की वारदात में ठगे भी गए हैं।
कई शिकार, लेकिन सामने नहीं आते
इस मामले में संभावना जताई जा रही है कि इस गिरोह के चंगुल में फंसने वाले युवाओं की संख्या काफी अधिक हो सकती है। लेकिन बदनामी के डर से कई परिवार सामने नहीं आ रहे हैं। भोपाल ही नहीं, इंदौर, जबलपुर, सागर, सतना सहित कई जिलों में इस तरह की ठगी के मामले पूर्व में सामने आ चुके हैं। हालांकि पुलिस इस गिरोह के सदस्यों से गहन पूछताछ कर पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इन्होंने और कहां-कहां इस तरह की ठगी की वारदातें की और कितना पैसा वसूला।

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