मध्य प्रदेश

विभाग ने माना नैतिक मांग है पदनाम परिवर्तन: सुरेंद्र कौरव

भोपाल । विगत दिवस संचालनालय आयुष विभाग में सोनाली शिवांगीकर पोंक्षे वायंगण आयुक्त आयुष विभाग की अध्यक्षता में गठित परीक्षण समिति के आला अधिकारियों के समक्ष हुई स्वास्थ अधिकारी कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारियों की बैठक के सकारात्मक परिणाम प्रतीत होने लगे हैं। बैठक में समिति के समक्ष कुछ प्रमाणित अभिलेखों के आधार पर प्रस्तुत मांग पत्र के परिक्षण हेतु विस्तृत चर्चा की गई। जिसमें सूचीबद्ध अधिकांश बिंदुओं पर अध्यक्ष सोनाली शिवांगीकर पोंक्षे वायंगण के अनुमोदन उपरांत समिति द्वारा पालन प्रतिवेदन तैयार किया है पालन प्रतिवेदन में महासंघ को आश्वस्त किया गया है कि शीघ्र ही प्रस्ताव शासन को भेज कर निर्देष जारी किए जाएंगे।
गौरतलब है कि स्वास्थ अधिकारी कर्मचारी महासंघ के तत्वाधान में स्वास्थ, चिकित्सा शिक्षा और आयुष विभाग की 41 सुत्रीय मांग पत्र पर सकारात्मक कार्यवाही हेतु 13 कर्मचारी संगठन लामबंद हैं।
आयुष विभाग के आला अधिकारियों द्वारा निम्न बिंदुओं पर सहमति व्यक्त की गई जो निम्नानुसार सूचीबद्ध हैं:-
1: संविदा आयुष चिकित्सकों को नियमित करने का प्रस्ताव एनएचएम विभाग में भेजा जाएगा।
2: संविदा आयुष चिकित्सा अधिकारी एवं आयुष फार्मासिस्टों को नियमित करने का प्रस्ताव एनएचएम विभाग में भेजा गया है।
3: वर्तमान में आयुष विभाग में नर्सेस कर्मचारियों के पदनाम परिवर्तन की कोई योजना नहीं है मांग नीतिगत होने के कारण चिकित्सा शिक्षा विभाग की भांति पदनाम परिवर्तन करने का प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा।
4: आयुष विभाग में कार्यरत समस्त संविदा अधिकारी कर्मचारीयों का स्वास्थ बीमा १० लाख रुपए तक का बीमा मृत्यु होने की दशा में २० लाख रुपए का स्वास्थ बीमा और अनुकंपा नियुक्ति का प्रस्ताव एनएचएम विभाग में भेजा जायेगा।
5: आयुष विभाग में सहायक चिकित्सा अधिकारी पद पर पदोन्नती का प्रस्ताव पद अपग्रेड होने के कारण अमान्य किया गया है।
6: आयुष विभाग में कार्यरत महिला स्वास्थ कार्यकर्ताओं को पूर्व की भांति तृतीय श्रेणी एवं वेतन उन्नयन के संबंध में परिक्षण कर नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।
7: आयुष विभाग में वर्ष २००९ में नियमित किए गए कर्मचारियों को प्रथम नियुक्ति दिनांक से नियमित करने हेतु परीक्षण कर नियमानुसार कार्यवाही की जावेगी।
8: आयुष विभाग में औषधालय सेवकों को कुक की भांति १८०० ग्रेड पे के संबंध में परिक्षण कर नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।
9: आयुष विभाग में भर्ती नियम बनाएं जाना है जिसमें महासंघ के सुझाव आमंत्रित किए गए हैं।
कुछ नीतिगत मांगो पर गठित परीक्षण समिति के आला अधिकारियों द्वारा आयुक्त आयुष विभाग की अनुमति उपरांत सहमति व्यक्त की गई है जो निम्नानुसार सूचीबद्ध हैं:-
1: बोर्ड में पंजीकृत चिकित्सा अधिकारियों को एलोपैथिक उपचार हेतु अन्य राज्यों की भांति आवश्यक औषधियों के हेतु अनुमति के संबंध में परिक्षण कर नियमानुसार कार्यवाही की जावेगी।
2: बोर्ड में पंजीकृत चिकित्सकों की क्लीनिकों के परिक्षण और निरीक्षण करने के संबंध में एक्ट में संशोधन करने की कार्यवाही प्रचलन में है ।
3: औषधालय सेवक/ दवासाज का पदनाम दवासाज किया जाबेगा।
बैठक में महासंघ प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र कौरव, उपाध्यक्ष डॉक्टर सुनील यादव, गिरीश चतुर्वेदी, संदीप जैन, आयुष संगठन मंत्री मनोज शर्मा, लता परमार, गोवर्धन सिंह एवं आयुष सम्भागीय अध्यक्ष ग्वालियर सौरव तोमर उपस्थित रहे।

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