धार्मिक

संयम व्रत से हमे मिलती है सीख, अपनी अशुद्धियों में हम करे सुधार : पं. महेंद्र

ब्यूरो चीफ : भगवत सिंह लोधी
तेंदूखेड़ा । तारण तरण चैत्यालय जी में पर्यूषण पर्व के अवसर पर दसलक्षण धर्म के छठे दिन उत्तम संयम धर्म के अवसर पर महाराष्ट्र से दस दिन तक तारण तरण दिगम्बर जैन समाज को अपने अमृतमय प्रवचनों के प्रवाह से सभी को धर्म का महत्व बतला रहे है, उन्होंने अपने प्रवचनों में कहा कि- संसार मे हम इतने रच बस जाते है कि- मन पर संयम नही रख पाते।
मन इतना चंचल और इतना सक्रिय होता है कि-सभी इन्द्रियो को पर नियंत्रण नहीं रख पाते है।हमे संसार में आसक्त होने में मशगूल रहते है, निरंतर अपने कर्मो का बंध करते है। एक माता होती है,जो धर्म के प्रति समर्पित होती है, अपने पुत्र को धर्म की शिक्षा देकर सभी धार्मिक क्रियाओं एवं धर्म का अनुभव करा देती है। बाहर पढ़ाई के लिये जाता है, धीरे-धीरे बच्चा कुसंगति में फंस जाता है, बच्चा सप्त व्यसन में फंस जाता है।जब वह वापिस घर आता है, तो गाँव के सभी लोग खुश होते है, पर माता दुःखी हो जाती है। पढ़ लिखकर वह लड़का एक बड़ी कम्पनी में जॉब करने लगता है, लेकिन-माता दुःखी होती है, जिस बच्चे में धार्मिक संस्कारो का पोषण होता है, वही बच्चे आज पूरे संस्कारो से विहीन होता है, पुनः जब बच्चा घर आ जाता है, तो माँ को दुःखी देखकर वह फ़ोटो जो माँ हाथ में लेकर रोती है, जिसमे बचपन में उसने मुनि की भूमिका निभाई।
लड़का उस फोटो को देखकर अपनी भूल का एहसास करता है और आगे चलकर मुनि दीक्षा धारण करके पुनः जब अपने गाँव आता है, तो अपनी माता का सम्मान करता है। इसलिये हमे व्यवहार के साथ निश्चय संयम करता है,वह हमारी आत्मशुद्धि का मार्ग प्रशस्त करता तारण तरण युवा परिषद के राष्ट्रीय सांस्कृतिक मंत्री सेठ दयाचन्द जैन जी ने बताया कि-सांयकाल में भी प्रवचनों के उपरांत भजन संध्या तदुपरांत विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम जिनमे पर्यूषण पर्व के प्रत्येक दिवस में कैसिट नृत्य, कुर्सी दौड़, कौन बनेगा मोक्षमार्गी, हाउ जी सहित विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन हर दिन किया जा रहा है।इस अवसर पर सभी जैन धर्मानुरागी बन्धु पुण्य लाभ ले रहे है।
इस अवसर पर युवा परिषद अध्यक्ष उमेश जैन, कार्यकारी अध्यक्ष विकेंद्र जैन, सुरेंद्र जैन, श्रीपाल जैन पंचदीप्ति बालिका मंडल की मुस्कान जैन, सुरभि जैन, स्वाति जैन, मोनिका जैन सहित सभी बहनों एवं तारण तरण युवा परिषद ईकाई का सभी आयोजनों में विशेष सहयोग मिल रहा है।

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