कृषि

मूँग खरीदी केन्द्रों पर अनिमितताओं का बोलबाला, अधिकारियों का केंद्र पर छापा, नतीजा सिफर

रिपोर्टर : विनोद साहू
बाड़ी । रायसेन जिले भर में समर्थन मूल्य पर मूग खरीदी जोरो पर है और आगामी सात अगस्त को खरीदी बंद भी हो जाएगी । जिले के अधिकारी खरीदी केंद्रों पर छापा तो मार रहे है पर कार्यवाही के नाम पर सिफर साबित हो रहे है पहले केंद्र सरकार की एजेंसी नाफेड ने जिले में पौने तीन लाख क्विटल मूँग खरीदी की 18 जुलाई को नाफेड का कोटा पूरा होने के बाद राज्य सरकार ने मार्कफेड के माध्यम से 19 जुलाई से खरीदी प्रारम्भ हुई जब तक केंद्र सरकार की खरीदी हुई हड़बड़ी कही देखने को नही मिली जैसे ही राज्य सरकार ने मूँग खरीदी की शुरुआत की तो जैसे खरीदी केंद्र और जिले की अधिकारियो की पौबारह हो गयी बीते दिनों मार्कफेड की टीम डीएमओ नीरज भार्गव के नेतृत्व में कन्हवार सोसायटी के दो केंद्रों पर छापा मारा जिसमे भारी अनियमितता पाई गई आरके बेयर हाउस ओर हीरा बेयर हाउस में दाल मिली मूँग ओर कचरा मिली मूँग की छल्ली लगी पाई गई तकरीबन 2000 क्विटल बेकार मूँग खरीद कर दोनों बेयर हाउस में रखी गयी कार्यवाही के नाम पर सिर्फ पंचनामा बनाकर ले गए यानी कि लाखों का खेला उसमें डीएमओ नीरज भार्गव करके चले गए स्मरण रहे कि डीएमओ नीरज भार्गव विदिशा रायसेन लोकसभा से सांसद रमाकांत भार्गव के रिश्तेदार है । इस बजह से कलेक्टर भी उनपर कोई कार्यवाही नही कर पा रहे , जबकि मूँग खरीदी अंतिम चरण में है नीरज भार्गव सभी खरीदी केंद्रों का निरीक्षण कर रहे है और अपनी जेब गर्म कर रहे है इस मामले में जब हमने नीरज भार्गव से बात करनी चाही तो नीरज भार्गव ने बात करने से मना कर दिया। सवाल यह उठता है कि कन्हवार सोसायटी पर कार्यवाही करे कौन जिसने सरकार के मापदंडों के अनुसार मूँग नही खरीदी ओर सरकार को लाखों का चूना लगा दिया।

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