भागवत कथा जीवन का मुख्य सार और आधार : पण्डित शास्त्री
शनिवार को रुकमणी श्री कृष्ण विवाह की सुनाई कथा, कथा सुनने बड़े मन्दिर में उमड़े श्रद्धालु
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन
रायसेन। रायसेन शहर के बड़े मन्दिर तिपट्टा बाजार में श्री मद भागवत कथा का आयोजन हो रहा है। शनिवार को भागवत कथा में रुक्मणि श्री कृष्ण विवाह की कथा हुई।भागवत कथा का वाचन होशंगाबाद से आए श्री श्री आचार्य पण्डित अरविंद शास्त्री महाराज के श्रीमुख से किया जा रहा है।भागवत कथा का आयोजन रोजाना दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक किया जा रहा है। कथा सुनने के लिए शनिवार को भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
इस भागवत कथा का आयोजन रेखा चतुर्वेदी, मिनी चतुर्वेदी, प्रीति चतुर्वेदी अपनी माँ कृष्णा देवी पिताश्री ब्रजमोहन चतुर्वेदी और वकील विनयकान्त चतुर्वेदी के चाचा चाची की स्मृति में बड़े मन्दिर में कराया जा रहा है।शनिवार को भागवत कथा का वाचन करते हुए आचार्य श्री श्री पण्डित अरविंद शास्त्री ने कहा कि भागवत कथा का वाचन करते हुए कहा कि यह कथा जीवन का मुख्य सार और आधार है। इसे ध्यानपूर्वक सुनने से इंसान के सभी दुखों पापों का नाश होता है। उन्होंने रुक्मणि हरण और श्रीकृष्ण रुक्मणि विवाह की कथा का वाचन भी किया।
पांव पखारने श्रद्धालुओं में मची होड़…..
भागवत कथा में वासुदेव श्री कृष्ण का रोल किया वैदिका यादव ने तथा रुक्मणि का रोल अदा किया नीशु यादव ने। पूजन आरती के बाद श्रीकृष्ण रुक्मणि दूल्हा दुल्हन के पांव पखारने के लिए काफी देर तक होड़ सी लगी रही। भागवत कथा के समापन पर श्रद्धालुओं को महाप्रसादी वितरित की गई। रविवार को दोपहर 12 से बजे नर्मदापुरम से आए अरविन्दाचार्य महाराज ने सुदामा चरित्र कथा का श्रद्धालुओं को रसपान कराया।हवन पूजन आरती और महाप्रसादी वितरण की गई। कथा की जजमान संध्या गिरजेश चतुर्वेदी एडवोकेट बने।