मध्य प्रदेश

पेयजल यूनिट का निर्माण अधूरा: बच्चों को अब तक पीने को नहीं मिल रहा शुद्ध पेयजल

सिलवानी। शासकीय स्कूल और आंगनवाड़ी केन्द्रों पर लोक स्वास्थ यांत्रिकी विभाग के ठेकेदारों द्वारा बनाई गई पेयजल यूनिटों का निर्माण अत्यंत घटिया और गुणवत्ता विहीन है। अनेक स्कूल, आंगनवाड़ी केन्द्रों पर इन पेयजल यूनिटों का निर्माण अधूरा पड़ा है। जो पेयजल यूनिट पूर्ण रूप से बन गई है उनसे भी बच्चों को अब तक शुद्ध पेयजल पीने को नहीं मिल रहा है। तहसील के ग्राम समनापुर माध्यमिक स्कूल, आंगनवाड़ी केन्द्रों पर भारत सरकार की जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत पेयजल यूनिट का निर्माण किया जा रहा है। तहसील के अनेक स्थानों पर पेयजल यूनिट का निर्माण अधूरा पड़ा हुआ है। जहां यह कार्य पूर्ण हो चुका है वहां भी बच्चों को पीने के लिए शुद्ध पेयजल चालू नहीं हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि इन पेयजल यूनिट के निर्माण में अत्यंत घटिया निर्माण किया है। अधूरी निर्माणाधीन पेयजल यूनिट और पूर्ण हो चुकी पेयजल यूनिट का निर्माण हकीकत को स्वयं बयां कर रहे हैं। तहसील में पेयजल यूनिट का निर्माण तहसील के ही ठेकेदार को देना बताया जाता है। यह ठेकेदार इतने प्रभावशाली है कि लोक स्वास्थ यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को इनसे गुणवत्तापूर्ण कार्य करवाने में पसीने छूट गए है। ग्रामीणों का कहना है कि पेयजल यूनिट के इन निर्माण कार्यों में गुणवत्ताहीन सामग्री का उपयोग किया गया है। जिन पेयजल यूनिट का निर्माण पूर्ण हो गया है उन यूनिटों से भी बच्चों को शुद्ध पेयजल नहीं मिल रहा है। कहीं नल में टोटी नही तो कहीं नल कनेक्शन का अता-पता नही तो कहीं विद्युत कनेक्शन ही नहीं हुए हैं। भारत सरकार की अति महत्वाकांक्षी जल जीवन मिशन योजना के क्रियांवयन व निर्माण में घटिया कार्य व भ्रष्टाचार साफ-सुथरी छवि का बखान करने वाली सरकार और प्रधानमंत्री के भ्रष्टाचार मुक्त भारत के नारे को मुंह चिढ़ा रही है।
इस संबंध में राजेश शर्मा, एसडीओ लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग का कहना है कि मीडिया के माध्यम से उक्त कार्य की जानकारी प्राप्त हुई है, जांच उपरांत कार्रवाई की जाएगी।

Related Articles

Back to top button