मध्य प्रदेश

सहारा बैंक में लटके ताले, ग्राहकों को लेना है करोड़ों की रकम,वसूली एजेंट हुए भूमिगत, ग्राहक भटक रहे रुपये लेने, कई अधिकारियों को शिकायत

रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन।
रायसेन। सहारा बैंक रायसेन इन दिनों कंगाली के दौर से गुजर रहा है। जिला मुख्यालय चतुर्वेदी मार्केट स्थित सेकंड फ्लोर पर किराए के हाल में चल रही थी।फिलहाल उसमें ताले लटके हुए हैं।दिवालिया हो चुके सहारा बैंक रायसेन के सैकड़ों एजेंट के जरिए बैंक ग्राहकों के करोड़ों रुपये की राशि उलझन में फंस गई है। जिससे बैंक ग्राहक सहारा बैंक के चक्कर काटने के लिए मजबूर हैं।यह सहारा बैंक शाखा रायसेन के हालात नहीं है बल्कि जिले की तहसीलों की सहारा बैंकों की शाखाओं में भी सालों पहले ताले लटक चुके हैं।उलझन में फंसी करोड़ों अरबों की रकम को लेकर कमीशन एजेंटों और ग्राहकों के बीच आएदिन विवाद की स्थिति निर्मित हो जाती है।
सहारा बैंक रायसेन के अधिकारी, एनेन्ट भी हैं दहशत में…..
सहारा बैंक रायसेन के बदहाली और कंगाली में हो जाने से बैंक अधिकारियों से लेकर कमीशन एजेंट व उनका परिवार दहशत भरी जिंदगी जीने को विवश हैं।एक एजेंट ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कई दफे बकाया राशि वापस लेने के बात को लेकर अक्सर विवाद की स्थिति बन रही है। परिवार को धमकियां तक दे दी जाती हैं। जिससे हमारा परिवार भी तनावग्रस्त जिंदगी जीने के लिए मजबूर है।
हे भगवान…कैसे वापस लौटेगी फंसी रकम
वार्ड 4 निवासी रायसेन शेखर यादव,सुमेश यादव, अर्जुन सिंह, विनोद मेहरा, अर्जुन मेहरा, सलीम खान का कहना है कि हे मालिक, भगवान उनकी कड़ी मेहनत की गाड़ी कमाई की लाखों करोड़ों रकम कैसे वापस लौटेगी।यह चिंता उन्हें दिनरात सता रही है। राशि उलझन में फंस जाने की शिकायत वह स्थानीय पुलिस अधिकारियों से लेकर अदालत और उपभोक्ता फोरम में भी कर चुके हैं।लेकिन उनकी सहारा बैंक में फंसी करोड़ों की रकम वापस लौटने का अभी तक समस्या हल नहीं हो सकी है । शेखर यादव, सुमेश यादव की सहारा बैंक पॉलिसी जिसका नंबर 6717318, बैंक अधिकारियों ,बैंक अधिकारी वसीम रिजवी, मोहन यादव, पवन कुमार के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की मांग को लेकर शिकायत उप आयुक्त सहकारिता 14 अगस्त 2018,5 अगस्त2021 को की जा चुकी है। इसके अलावा कोतवाली थाना पुलिस रायसेन, सीएम हेल्प लाइन, जिला पुलिस अधीक्षक मोनिका शुक्ला को आवेदन देकर गुहार लगा चुके हैं। लेकिन सालों बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो सकी है।जिससे वह बेहद परेशान हैं। एक मुश्त राशि नहीं मिलने से वह अपना नया कारोबार स्टार्ट नहीं कर पा रहे हैं।
सुमेश यादव ने 5 साल के लिए सहारा बैंक रायसेन से सहारा गोल्ड मार्ट लिमिटेड 8 जून 2012 को 3 लाख रुपये की बनवाईं गई थी। समयावधि बीत जाने के बावजूद राशि भुगतान नहीं हो सकी है।
ग्राहक शेखर यादव ने सहारा क्रेडिट कॉपरेटिव सोसायटी लिमि शाखा सहारा बैंक रायसेन में मैनेजर व एजेंट वसीम रिज़वी मोहन यादव खाता नंबर 15424802428 14 दिसंबर 2013 में खुलवाया।5 सालों में 16 हजार 500 रुपये बचत खाते में जमा कर वापस रकम देने में गुमराह कर रहे हैं।14 दिसंबर 2018 को ग्राहक शेखर यादव ने ब्याज सहित राशि वापस करने को कहा तो गायब हो गए हैं।
पुरानी तहसील मोहल्ला वार्ड 16 निवासी हम्माल मो.सलीम खान के सहारा बैंक रायसेन में अपनी गाड़ी कमाई के 70 हजार रुपये से ज्यादा राशि की रकम उलझन में फंसी हुई है।उन्हें अपनी बेटी की शादी की चिंता सता रही है। सहारा बैंक के मैनेजर से लेकर एजेंट सिर्फ कोरे आश्वासन दे रहे हैं। विनोद मेहरा अर्जुन मेहरा की भी लाखों रुपये की रकम उलझन में फंसी हुई है।जिससे वह काफी परेशान हैं।

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