क्राइम

बेगमगंज के युवक के अंधेकत्ल का पर्दाफाश, चार आरोपित गिरफ्तार

जैसीनगर । बेगमगंज तहसील के ग्राम भुरेरु निवासी भरत कुशवाहा पिता तारा चंद कुशवाहा की हत्या कर दी गई थी । उनके हत्यारों को पुलिस ने 24 घण्टे में गिरफ्तार कर लिया है।
ज्ञात ही दिनांक 28 जून 25 शनिवार को थाना जैसीनगर के ग्राम कंदेला के पास जंगल चौकी के पास पुलिस को एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिलने की सूचना प्राप्त हुई।
सूचना पर तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराते हुए मर्ग क्र. 34/2025 कायम कर जांच प्रारंभ की गई।
शव बुरी तरह सड़-गल चुका था और उसकी शिनाख्त कठिन थी। शव की पहचान के लिए आसपास के थानों व जिलों को कंट्रोल रूम, रेडियो मेसेज के माध्यम से सूचित किया गया।
तत्पश्चात थाना बेगमगंज, जिला रायसेन में दर्ज गुमइंसान क्रमांक 59/2025 से शव की पहचान हल्के उर्फ भरत कुशवाहा पिता तारासिंह कुशवाहा निवासी ग्राम भुरेरू, थाना बेगमगंज, जिला रायसेन के रूप में की गई।
पहचान मृतक के परिजनों द्वारा उसके पहने हुए कपड़े, अंगूठी और चांदी की चैन के आधार पर की गई। मृतक का पैनल पीएम बीएमसी सागर में कराया गया, जिसमें स्पष्ट हुआ कि उसकी हत्या सिर पर भारी वस्तु से वार, गले में गमछे से घोंटने और धारदार हथियार से पेट पर वार कर की गई है।
इस आधार पर थाना जैसीनगर में अपराध क्रमांक 147/2025 धारा 103(1) BNS के अंतर्गत अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारंभ की गई। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक सागर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सागर एवं एसडीओपी राहतगढ़ के निर्देशन में थाना प्रभारी जैसीनगर उनि शशिकांत गुर्जर के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई, जिसमें विभिन्न तकनीकी विश्लेषण टीम को भी सम्मिलित किया गया।
*सटीक सूचना और मनोवैज्ञानिक पूछताछ से हुआ पर्दाफाश*
विवेचना के दौरान मुखबिर की सूचना पर ग्राम कंदेला निवासी रोहित कुशवाहा को हिरासत में लेकर मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की गई। पूछताछ में आरोपी ने अपना अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि उसकी मौसी माया कुशवाहा को मृतक भारत कुशवाहा मानसिक रूप से प्रताड़ित करता था। माया के कहने पर रोहित ने अपने मामा विष्णु पटेल एवं मित्र गजब सिंह ठाकुर के साथ मिलकर भारत कुशवाहा की योजनाबद्ध हत्या की।
*हत्या की पूरी साजिश माया बनी साजिशकर्ता*
पूछताछ में यह भी सामने आया कि माया कुशवाहा और मृतक के बीच दो वर्षों से संबंध थे, जो पिछले एक वर्ष से विवादास्पद हो चुके थे। भरत के जबरदस्ती संपर्क करने, गाली-गलौच, मारपीट एवं जान से मारने की धमकी से परेशान होकर माया ने अपने रिश्तेदारों को भारत की हत्या के लिए उकसाया। दिनांक 23.6.2025 को माया ने भारत को बहाने से कंदेला बुलवाया, जहाँ पहले से छिपे तीनों आरोपियों ने जंगल में ले जाकर पत्थर पटककर, गमछे से गला घोंटकर एवं कुल्हाड़ी से काटकर उसकी निर्मम हत्या कर दी।
हत्या के बाद मृतक का मोबाइल छुपा दिया गया तथा पर्स को सड़क पर फेंक दिया गया, जिसे टीम द्वारा जप्त किया गया है। साथ ही घटनास्थल से हत्या में प्रयुक्त पत्थर, कुल्हाड़ी एवं गमछा भी बरामद किए गए हैं। चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया जाकर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।
इस जघन्य हत्या के अंधे प्रकरण को 24 घंटे में सुलझाने में पुलिस की दक्षता, त्वरित सूचना विश्लेषण, टीमवर्क एवं उपलब्ध तकनीक का सराहनीय योगदान रहा। इस सफलता में थाना प्रभारी उ.नि. शशिकांत गुर्जर, सउनि प्रवीण कुमार भलावी, प्रआर  सतीश श्रीवास्तव, कृष्णकुमार यादव, सहयोग कुमार,  सौरभ रैकवार, आरक्षक जितेन्द्र रजक, विनोद सिंह, काजी सईदउद्दीन, शशांक राजपूत, संदीप रैकवार, महिला आरक्षक  तपस्या रजक, अनीता लोधी की उल्लेखनीय भूमिका रही।

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